जयपुर : राजस्थान कांग्रेस में संगठन के लिहाज से अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) की ओर से 50 जिले की घोषणा के बाद अब नए 10 जिलों में जल्द ही जिलाध्यक्षों की नियुक्ति की जाएगी. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा ने प्रस्ताव बनाकर दिल्ली भेज दिया है. माना जा रहा है कि 8 और 9 अप्रैल को अहमदाबाद में हो रहे पार्टी के राष्ट्रीय अधिवेशन के बाद नए जिलों में अध्यक्षों की घोषणा हो सकती है, पार्टी में उच्च स्तर पर इसे लेकर पहले से ही मंथन चल रहा था.
जो 10 नए जिले बनाए गए हैं उनमें जल्द ही अध्यक्ष नियुक्त कर दिए जाएंगे. इसे लेकर एक्सरसाइज भी पूरी कर ली गई है. : ललित तूनवाल, प्रदेश संगठन महामंत्री, कांग्रेस
यह बनाए गए हैं नए जिले : कांग्रेस में संगठन के लिहाज से जो नए जिले बनाए गए हैं, उनमें कोटपूतली- बहरोड, खैरथल-तिजारा, डीग, ब्यावर, डीडवाना-कुचामन, फलोदी, बालोतरा, सलूंबर, भीलवाड़ा और नीमकाथाना शामिल हैं. वहीं, कांग्रेस के कई निष्क्रिय जिलध्यक्षों की उनके पद से छुट्टी हो सकती है. निष्क्रिय जिलाध्यक्षों की शिकायतें भी पिछले दिनों दिल्ली पहुंची थी, जिसके बाद पार्टी के राष्ट्रीय नेतृत्व ने इसे गंभीरता से लिया था. माना जा रहा है कि जहां नए जिलों में जिलाध्यक्षों की नियुक्ति हो सकती है तो वहीं कई जिलों में जिला अध्यक्ष बदले जा सकते हैं.
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कांग्रेस संगठन को मिलेगी मजबूती : वरिष्ठ पत्रकार और राजनीति विश्लेषक मनीष गोधा का कहना है कि कांग्रेस में 50 जिले बनाए गए हैं इससे पार्टी को मजबूती मिलेगी. हाल ही में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने जिस तरह से जिलाध्यक्षों को दिल्ली बुलाकर उनसे सीधा संवाद किया था, उसके बाद यही माना जा रहा है कि कांग्रेस में अब जिलाध्यक्षों की पूछ होने वाली है. ऐसे में जो नए जिले बनाए गए हैं, वहां भी कार्यकर्ताओं और नेताओं में नए जोश का संचार होगा.