कुल्लू: हिमाचल प्रदेश में इन दिनों एनटीटी (National Teacher Training) की भर्तियां की जा रही है. लेकिन कुल्लू जिले में इस भर्ती में एक साल का प्रशिक्षण कर चुके एनटीटी डिप्लोमा धारक उम्मीदवारों को भर्ती के लिए मान्य नहीं माना जा रहा है. जब एनटीटी डिप्लोमा धारक महिलाएं भर्ती प्रक्रिया में शामिल होने पहुंची तो उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया गया. जिसको लेकर एनटीटी डिप्लोमा धारक महिलाओं में आक्रोश है.
गौरतलब है कि प्रदेश भर में एनटीटी का प्रशिक्षण ले चुके उम्मीदवार इस भर्ती प्रक्रिया में भाग ले रहे हैं. लेकिन हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिला में 1 साल का प्रशिक्षण करने वाले उम्मीदवारों को भर्ती के लिए मान्य नहीं किया जा रहा है. ऐसे में एक साल का एनटीटी डिप्लोमा करने वाले महिलाओं में आक्रोश देखा जा रहा है.
बता दें कि जिला कुल्लू के सेउबाग में भी इन दिनों एनटीटी की भर्ती प्रक्रिया को पूरा किया जा रहा है. ऐसे में जब सोमवार को दर्जनों महिलाएं भर्ती प्रक्रिया में भाग लेने पहुंची तो वहां पर उन्हें बाहर का रास्ता दिखाया गया. महिला आवदेकों ने कहा कि भर्ती प्रक्रिया के दौरान उन्हें कहा गया कि जिसने भी 2 साल एनटीटी का कोर्स किया है. सिर्फ वह ही इसके लिए मान्य है. जबकि एक साल के कोर्स वालों के लिए यहां कोई जगह नहीं है.
इस मुद्दे को लेकर महिलाओं ने ढालपुर में डीसी कुल्लू से मुलाकात की. इस दौरान महिलाओं ने मांग रखी कि एक साल प्रशिक्षण लेने वाले को भी इसमें उम्मीदवार बनाया जाए. यह पूरा मुद्दा डीसी प्रदेश सरकार के समक्ष रखे. ताकि उम्मीदवार भर्ती प्रक्रिया में भाग ले सके.
एनटीटी भर्ती में भाग लेने वाली उम्मीदवार मंजू ठाकुर और मीना देवी ने कहा, "हिमाचल प्रदेश में ऐसा कोई भी संस्थान नहीं है, जो एनटीटी का कोर्स 2 साल तक करवाता है. पहले यहां पर कुछ संस्थान यह कोर्स करवाते थे. लेकिन वह भी उस दौरान मान्यता प्राप्त नहीं थे. जब किसी द्वारा इग्नू के माध्यम से एक साल का कोर्स किया गया है तो वह कोर्स भी अन्य संस्थाओं की तरह मान्य किया जाने चाहिए. ऐसे में इस मुद्दे को लेकर प्रदेश सरकार को नियम जारी करने चाहिए. ताकि 1 साल का प्रशिक्षण लेने वाले उम्मीदवार भी भर्ती प्रक्रिया में भाग ले सके".
उम्मीदवार महिलाओं का कहना है कि एक तो लंबे समय के बाद एनटीटी की भर्ती प्रदेश सरकार द्वारा की जा रही है. वहीं इस तरह से नए नियम लागू करने से महिलाओं की उम्मीद भी टूट रही है. कई सालों तक उन्होंने इस भर्ती के लिए इंतजार किया है. ऐसे में सरकार को चाहिए कि वह सभी को एक बराबर भर्ती प्रक्रिया में भाग लेने का मौका दें.
वहीं, डीसी कुल्लू तोरुल एस रवीश ने कहा, "एनटीटी भर्ती प्रक्रिया में भाग लेने वाले उम्मीदवारों द्वारा उन्हें ज्ञापन सौंपा गया है. महिलाओं ने शिकायत दर्ज करवाई है कि भर्ती प्रक्रिया में सिर्फ दो साल का प्रशिक्षण लेने वाली उम्मीदवारों को ही प्राथमिकता दी जा रही है. इस पूरे मामले के बारे में प्रदेश सरकार को अवगत करवाया जाएगा और महिलाओं का मांग पत्र भी प्रदेश सरकार को भेजा गया है".
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