गया: बिहार के गया में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल के सरकारी अंगरक्षक रहे सीआरपीएफ जवान आशुतोष कुमार मिश्रा का पार्थिव शरीर पैतृक गांव को पहुंचा. पार्थिव शरीर पैतृक गांव में पहुंचते ही पूरे गांव का माहौल गमगीन हो गया. विधि विधान के साथ उनका अंतिम संस्कार किया गया.
पंचतत्व में विलीन हुए आशुतोष कुमार मिश्रा: पैतृक गांव गया के टिकारी प्रखंड के लाव गांव के पास मोरहर नदी स्थित श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार किया गया. इसके बीच सीआरपीएफ के जवानों ने शोक परेड किया और देशभक्ति के नारों के बीच अंतिम सलामी दी गई. आशुतोष का पार्थिव शरीर गांव में पहुंचते ही पूरे गांव का माहौल गमगीन हो गया. पत्नी, मां सहित परिवार का रो-रो-रोकर बुरा हाल था. मुखाग्नि भांजे के द्वारा दी गई.
18 महीने के अबोध बच्चे को सौंपा गया राष्ट्रध्वज: सीआरपीएफ जवान आशुतोष कुमार मिश्रा का पार्थिव शरीर जिस तिरंगे से लिपटा था, उसे आशुतोष कुमार मिश्रा के अबोध 18 महीने के बेटे को सौंपा गया. देशभक्ति के नारों के बीच अंतिम संस्कार में सैकड़ों लोगों की भीड़ उमड़ी. आशुतोष अपने पीछे 18 महीने के अबोध बेटे, पत्नी और बूढ़े माता-पिता को छोड़ गए.


मंगलवार की की थी आत्महत्या: बता दे कि बीते मंगलवार को आशुतोष कुमार मिश्रा ने आत्महत्या कर ली थी. उनकी आत्महत्या कर लेने की घटना की जानकारी होते ही पूरे परिवार और गया स्थित गांव में मंगलवार से शोक का माहौल बना हुआ था.
परिवार को आर्थिक मदद: अंतिम संस्कार के मौके पर सीआरपीएफ 224 बटालियन के सहायक कमांडर प्रफुल्ल चंद्र, इंस्पेक्टर सुशील कुमार गुप्ता, बीडीओ योगेंद्र पासवान, सीओ मयंक शेखर, टिकारी थाना के सब इंस्पेक्टर सूर्येश शर्मा, विवेकानंद सिंह आदि मौजूद थे. सीआरपीएफ के सहायक कमांडर प्रफुुल्ल चंद्र ने फाइनेंशियल इमीडिएट के तहत 75 हजार और फ्यूनरल चार्ज के तौर पर 50 हजार की आर्थिक मदद की.
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