दुमका: प्रसिद्ध बाबा बासुकीनाथ मंदिर में भोलेनाथ के तिलकोत्सव को लेकर मंदिर प्रबंधन की ओर से बड़े पैमाने पर तैयारी की गई है. आज बसंत पंचमी के मौके पर धूमधाम और परंपरा के अनुसार बाबा बासुकीनाथ का तिलकोत्सव किया जा रहा है. इसके लिए बासुकीनाथ मंदिर प्रबंधन ने सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं.
तिलकोत्सव सामग्री की खरीदारी तो चल ही रही है, इसके अलावा भोलेनाथ के विवाहोत्सव में आतिशबाजी, विवाह की झांकी, बनारस से शहनाई वादक को बुलाने, रंगाई-पुताई के लिए टेंडर आमंत्रित करने समेत अन्य सभी प्रक्रियाएं शुरू हो गई हैं. इसके अलावा शिवरात्रि पर भव्य शिव बारात निकालने को लेकर संबंधित संस्थाओं से भी संपर्क किया जा रहा है.
हंडवा रियासत के समय से चली आ रही परंपरा
जानकारों का कहना है कि तिलकोत्सव मनाने की परंपरा हंडवा रियासत के समय से चली आ रही है. इस मौके पर पूरे मिथिला क्षेत्र सहित मुजफ्फरपुर, वैशाली, समस्तीपुर और देश के अन्य हिस्सों से हजारों की संख्या में शिवभक्त भगवान भोलेनाथ को तिलक करने देव दरबार आते हैं. ये सभी खुद को भोलेनाथ का 'साला' कहलाना पसंद करते हैं और खुद को तिलकहरू मानते हैं और बसंत पंचमी की देर रात को बाबा के तिलकोत्सव के मौके पर धूमधाम से जश्न मनाते हुए अबीर गुलाल से होली खेलते हैं.
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