सागर: मध्य प्रदेश बीजेपी इस समय अपने नेताओं के बड़बोलेपन और गुटबाजी से परेशान है. अभी खुरई विधायक भूपेंद्र सिंह ने अपनी ही पार्टी के नेताओं पर खुरई के विकास में बाधा डालने की बात कही थी और अपने खिलाफ जादू-टोने कराने का आरोप लगाया था. अब देवरी विधायक बृजबिहारी पटैरिया ने भी बम फोड़ दिया है. बृजबिहारी ने सागर में पार्टी में चल रही गुटबाजी पर अपनी भड़ास निकालते हुए मंच से बड़ी वार्निंग दे दी है. उन्होंने देवरी में हस्तक्षेप करने वालों को खुली चुनौती देते हुए कहा है कि ऐसा करने वाले अपने आपको संभाल लें, नहीं वो उनके पायजामे ढीले हो जाएंगे.
विधायक ने मंच से दी चेतावनी
मुख्यमंत्री कन्यादान योजना के कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे विधायक बृजबिहारी पटैरिया ने मंच से कहा कि "क्षेत्र में सड़कों की सफाई नहीं हो रही है, नालियां गंदी पड़ी है. लोगों को पीने का पानी नहीं मिल पा रहा है. आम जनता परेशान है, इसके बावजूद भी नगरपालिका क्यों चल रही है." उन्होंने बिना किसी का नाम लिए हमला बोलते हुए कहा, "कुछ बाहरी लोग देवरी की राजनीति में हस्तक्षेप कर रहे हैं. वे चेत जाएं और अपने आपको संभाल लें. उनकी तरह अगर मैं अपनी पर आ जाऊंगा तो उनके पायजामे ढीले हो जाएंगे."
'मैं अपनी पर आ गया तो आप जानो और आपका काम'
बृजबिहारी ने कहा, "मैं सभी पार्षदों सहित सभी निर्वाचित सदस्यों से कहना चाहता हूं कि अगर वो अपने कर्तव्यों और जिम्मेदारियों का ठीक से निर्वहन नहीं कर पा रहे हैं, जनता की अपेक्षाओं पर खरे नहीं उतर पा रहे हैं तो उनके पद पर रहने का कोई अधिकार नहीं है. पार्षद अपनी पार्षदी बचाने के चक्कर में पड़े हैं और क्षेत्र की जनता परेशान है. मेरी लड़ाई किसी के खिलाफ या पक्ष में नहीं है बल्कि देवरी की जनता के लिए है. जिसके लिए मैं परेशान और दु:खी हूं. इसलिए मैं कह रहा हूं कि मैं अपनी पर आ गया तो आप जानो और आपका काम, फिर भगवान ही आपका मालिक है."
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आखिर क्यों नाराज हैं देवरी विधायक?
दरअसल, देवरी नगर पालिका में भी भाजपा के अध्यक्ष हैं, लेकिन स्थानीय गुटबाजी के चलते यहां भाजपा दो धड़ों में बंटी है. भाजपा विधायक बृजबिहारी ने देवरी का नाम देवपुरी किए जाने के लिए विधानसभा में प्रस्ताव रखा था. इस प्रस्ताव को स्थानीय नगर पालिका से पारित कराकर भोपाल भेजना था.
जब विधायक ने जिला प्रशासन से हस्तक्षेप कर नगरपालिका की विशेष बैठक आहूत करवानी चाही तो नगरपालिका अध्यक्ष ने अनुपस्थिति जाहिर कर दी थी. इसके बाद भी जिला प्रशासन के हस्तक्षेप से नगरपालिका उपाध्यक्ष द्वारा बैठक बुलाकर नाम बदलने का प्रस्ताव पारित हुआ. लेकिन नगर पालिका अध्यक्ष की नाफरमानी से विधायक पटैरिया नाराज हो गए और उनकी यही नाराजगी मंच से देखने को मिली.