नूंहः हरियाणा के नूंह जिले में डेंगू ने दस्तक दे दी है. अब तक स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी सहित तीन लोगों में डेंगू की पुष्टि हो चुकी है. लेकिन राहत की बात यह है कि सभी खतरे से पूरी तरह से बाहर हैं. बरसात के सीजन को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने डेंगू और मलेरिया को लेकर पूरी संजीदगी दिखाना शुरू कर दिया है.
39,000 लोगों की हो चुकी है जांचः स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक अब तक नूंह निवासी 5 वर्षीय तनिष्क, सीएचसी नूंह के कर्मचारी मोहित उम्र 28 वर्ष और चार माह के मोहम्मद निवासी खेड़ी कंकर संक्रमित हुए थे, लेकिन तीनों की हालत अभी ठीक है. खास बात यह है कि तीनों को डेंगू के केस मई माह में सामने आए थे. इसके अलावा बरसात के सीजन को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने अप्रैल 2025 तक 39000 लोगों की गांव-गांव जाकर स्लाइड तैयार की है. इन जांचों में अभी तक मलेरिया का एक भी केस जिले में सामने नहीं आया है.
जिला नोडल अधिकारी डॉ. मनप्रीत ने बताया कि 66 नियमित वर्कर मलेरिया के काम में लगे हुए हैं. इसके अलावा कई जगह आशा वर्कर से भी काम लिया जा रहा है. हाल ही में 20 ब्रीडिंग चेकर 3 माह के लिए एचकेआरएन से भर्ती किए गए हैं, जिसमें सुपरवाइजर सहित 6 सदस्यों की टीम है. इसके अलावा उच्च अधिकारियों को स्प्रे करने के लिए लिख दिया गया है. जल्दी ही HKRN से स्प्रे करने वाली टीम की भर्ती की जाएगी. कुल मिलाकर मलेरिया को लेकर स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से अलर्ट दिखाई दे रहा है.
डेंगू और मलेरिया से बचाव के लिए करें ये उपायः डॉ. मनप्रीत ने कहा कि बचाव के लिए लोगों को पूरे शरीर को ढकने वाले कपड़े पहनने चाहिए. जमा पानी का ध्यान रखना चाहिए. डेंगू का मच्छर साफ-सुथरे पानी में ही बैठता है, इसलिए पानी को इकट्ठा न होने दें और टंकी, कूलर, गमला, टायर इत्यादि को हर सप्ताह साफ करके सूखाना चाहिए. जहां भी जलभराव है, वहां पर काला तेल इत्यादि डालना चाहिए. डेंगू और मलेरिया दोनों मच्छरों की वजह से ही फैलते हैं. बरसात का सीजन है और इस बार मौसम विभाग ने अच्छी बरसात की संभावना जताई है.
क्या बोले जिला नोडल अधिकारीः जिला नोडल अधिकारी डॉ. मनप्रीत ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग मलेरिया और डेंगू को लेकर पूरी तरह से अलर्ट मोड में है. दवाइयां की पूरी व्यवस्था है. इसके अलावा गांव-गांव जाकर टीमें लोगों की स्लाइड तैयार कर जांच कर रही है. उन्होंने कहा कि राहत की बात यह है कि अभी डेंगू और मलेरिया से किसी प्रकार का कोई खतरा जिले में नहीं है. आगे इसको लेकर और गंभीरता से काम किया जाएगा.