नई दिल्ली: सीयूईटी पीजी का परीक्षा परिणाम जारी होने के बाद अब दिल्ली विश्वविद्यालय, अंबेडकर विश्वविद्यालय और अन्य विश्वविद्यालय में भी दाखिले की प्रक्रिया शुरू हो गई है. दिल्ली विश्वविद्यालय ने सीयूईटी पीजी में दाखिले के लिए ऑनलाइन आवेदन के लिए समय सीमा भी निर्धारित कर दी है. दिल्ली विश्वविद्यालय के पीजी कोर्सेज की 14000 से ज्यादा सीटों पर दाखिले के लिए इच्छुक अभ्यर्थी 16 मई से लेकर छह जून तक रात को 12 बजे से पहले ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं.
दिल्ली विश्वविद्यालय में बीटेक कोर्सेज में भी दाखिले के लिए 17 मई से ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. इसकी अंतिम तिथि भी 6 जून रखी गई है. पीजी कोर्सेज में दाखिले के लिए स्टूडेंट वेबसाइट https://pgadmission.uod.ac.in पर जाकर आवेदन कर सकते हैं. इसी तरह बीटेक कोर्स में ऑनलाइन आवेदन के लिए भी वेबसाइट https://engineering.uod.ac.in के माध्यम से फॉर्म भरा जा सकता है.
अंबेडकर विश्वविद्यालय ने भी अपने पीजी कोर्सेज में दाखिले के लिए 16 मई से ही ऑनलाइन आवेदन शुरू कर दिए हैं. विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर अनु सिंह लाठर ने बताया कि अंबेडकर यूनिवर्सिटी के 28 से ज्यादा पीजी कोर्सेज में दाखिले के लिए सीयूईटी पीजी में 360000 से ज्यादा स्टूडेंट्स ने अंबेडकर विश्वविद्यालय को वरीयता दी है. ऐसे में दाखिले की मारामारी के बीच यह जानना भी जरूरी हो जाता है कि आखिर दिल्ली विश्वविद्यालय के कौन-कौन से कोर्सेज में दाखिले की सबसे ज्यादा डिमांड है. साथ ही सीयूईटी पीजी के माध्यम से दाखिले के लिए किस कोर्स की कट ऑफ कहां तक जा सकती है.
डीयू में कौन से कोर्सेज में है दाखिले की कितनी डिमांड: अगर दिल्ली विश्वविद्यालय के पीजी कोर्सेज में दाखिले के लिए डिमांडिंग प्रोग्राम की बात करें तो एमएससी कोर्स में दाखिले की सबसे ज्यादा डिमांड है. प्राप्त जानकारी के अनुसार सिर्फ एमएससी कोर्स में दाखिले के लिए दो लाख 15 हजार से ज्यादा स्टूडेंट्स ने सीयूईटी पीजी में आवेदन करते समय डीयू के एमएससी कोर्स को छात्रों ने वरीयता दी थी. इसके बाद अन्य कोर्सेज का नंबर आता है.
दिल्ली विश्वविद्यालय के सर्वश्रेष्ठ कॉलेजों में दाखिले के इच्छुक छात्र एमए, एमएससी और एमकॉम जैसे लोकप्रिय कोर्सेज में दाखिले के लिए 220 से 250 अंकों के बीच कटऑफ की उम्मीद कर सकते हैं. दिल्ली विश्वविद्यालय सहित सभी भाग लेने वाले विश्वविद्यालय इन अंकों के आधार पर अपनी काउंसलिंग प्रक्रिया आयोजित करेंगे. छात्र अब अपने पसंदीदा संस्थानों से अलग-अलग कटऑफ की घोषणाओं का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं, जो कोर्स और कैटिगरी के अनुसार अलग-अलग होंगे.
डीयू के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार इस साल एमएससी कोर्स विशेष रूप से डिमांड रहे हैं, जिसमें लगभग 2.15 लाख पंजीकरण हुए हैं. जो सभी उपलब्ध पाठ्यक्रमों में सबसे अधिक है. जो छात्र जिस कार्यक्रम में शामिल होना चाहते हैं, उसके लिए न्यूनतम कटऑफ से अधिक अंक प्राप्त करते हैं, उन्हें काउंसलिंग प्रक्रिया में भाग लेने के लिए बुलाया जाएगा, जो 2025-26 शैक्षणिक सत्र के लिए प्रवेश पाने की दिशा में अंतिम चरण है. वही एमए कोर्सेज में दाखिले के लिए कट ऑफ डेढ़ सौ से लेकर 170-180 तक जाने की संभावना है. इनमें सबसे ज्यादा डिमांडिंग कोर्स एमए सोशियोलॉजी, एमए हिंदी और एमए इंग्लिश में इसके अलावा एमए इकोनॉमिक्स कोर्स की भी डीयू में अच्छी डिमांड है. इसकी कटऑफ भी 100 से 120 तक जाने की संभावना है.
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