नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली में पर्यावरण एक्टिविस्ट सोनम वांगचुक अपने साथियों के साथ लद्दाख भवन में धरने पर बैठे हैं. उनके धरना प्रदर्शन का रविवार को आठवां दिन रहा. आज कुछ लोग उन्हें समर्थन देने के लिए लद्दाख भवन पहुंचे, लेकिन पुलिस ने उन लोगों को हिरासत में ले लिया. इसको लेकर सोनम वांगचुक ने एक वीडियो जारी किया है. उन्होंने बताया कि अनशन के 8वें दिन मौन व्रत करने वाले 61 लोगों को जबरन पुलिस ने हिरासत में ले लिया.
सोनम वांगचुक ने वीडियो संदेश में कहा कि "हमें बताया गया कि BNSS 163 (144) निषेधाज्ञा नई दिल्ली जिले में स्थायी रूप से लागू की गई है. मुझे लगता है कि यह भारत के संविधान के अनुच्छेद 19 अभिव्यक्ति और आवागमन की स्वतंत्रता की भावना के विरुद्ध है. सबसे पहले निरंतर आवेदन और दूसरा शांतिपूर्ण तरीके से उपवास करने वाले लोगों पर इसका उपयोग करना 'उचित' है?. आप क्या सोचते हैं. कृपया टिप्पणियों में सलाह दें."
A SAD DAY FOR DEMOCRACY
— Sonam Wangchuk (@Wangchuk66) October 13, 2024
On 8th day of fast, 61 people doing a Moun Vrat on Ekadashi to #SaveLadakh #SaveHimalayas were forcibly detained.
We were told BNSS 163 (144) prohibitory orders were permanently applied in entire New Delhi district. This I think is against the spirit of… pic.twitter.com/dQz0Gzj2JG
पर्यावरण एक्टिविस्ट सोनम वांगचुक ने कहा कि भारी संख्या में लोग समर्थन देने के लिए दिल्ली के अलग-अलग हिस्सों से आए थे. लद्दाख भवन के बाहर पार्क में उन्हें पुलिस ने पकड़कर हिरासत में ले लिया. वांगचुक ने कहा कि अभी हम मौन व्रत लद्दाख भवन में नहीं कर पा रहे हैं. बड़ी दुख की बात इसलिए है कि दुनिया की सबसे बड़ी लोकतंत्र में शांति से लोग व्रत तक नहीं कर पा रहे हैं. यह अपने आप में शर्म की बात है. मेरा ख्याल है कि देश के न्यायालय को भी इसका संज्ञा लेना चाहिए, ऐसी धाराओं को आप कैसे लगा सकते हैं."
धरने की अनुमति नहीं मिलने पर जाहिर की थी निराशा: इससे पहले, सोनम वांगचुक ने दिल्ली के जंतर-मंतर पर प्रदर्शन की अनुमति न मिलने पर लद्दाख भवन में भूख हड़ताल शुरू की थी. धरना प्रदर्शन का आज आठवां दिन है. दिल्ली पुलिस ने सोनम वांगचुक को जंतर-मंतर पर धरना करने की अनुमति नहीं दी, जिसके बाद उन्होंने निराशा भी जाहिर की थी. उस दौरान सोनम वांगचुक ने दिल्ली पुलिस के पत्र की कॉपी को सोशल मीडिया पर शेयर भी किया था.
बता दें, सोनम वांगचुक 'दिल्ली चलो पदयात्रा' का नेतृत्व कर रहे थे. पदयात्रा का आयोजन लेह एपेक्स बॉडी ने किया था, जो कारगिल डेमोक्रेटिक अलायंस के साथ मिलकर पिछले चार वर्षों से लद्दाख को राज्य का दर्जा दिलाने और संविधान की छठी अनुसूची में इसे शामिल करने के लिए आंदोलन चला रही है. वांगचुक ने एक महीने पहले लेह से 150 लद्दाखियों के साथ अपनी यात्रा शुरू की थी.
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