नई दिल्ली: चेक बाउंस के मामले को राउज एवेन्यू कोर्ट शिफ्ट करने के विरोध में कड़कड्डूमा कोर्ट के वकीलों ने सड़क पर उतरकर जोरदार प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारी वकीलों ने इस फैसले को वापस लेने की मांग की है. विरोध कर रहे वकीलों ने जमकर नारेबाजी भी की.वकीलों की मांग है कि ऐसे सभी केस केवल कड़कड़डूमा कोर्ट में ही सुने जाएं.
प्रदर्शन कर रहे वकीलों का कहना है कि संबंधित मामलों को राऊज एवेन्यू कोर्ट में स्थानांतरित करना न्यायिक प्रक्रिया को कमजोर करता है और इससे न केवल मुकदमों की सुनवाई में देरी होती है, बल्कि वकीलों और पक्षकारों दोनों को असुविधा का सामना करना पड़ता है.
वकीलों की प्रमुख मांग है कि चेक बाउंस (धारा 138 एनआई एक्ट) के अंतर्गत दर्ज सभी मामलों की सुनवाई और न्यायिक कार्रवाई कड़कड़डूमा कोर्ट में ही होनी चाहिए. उनका तर्क है कि राऊज एवेन्यू कोर्ट में न तो नियमित न्यायाधीश बैठते हैं और न ही वहां स्थायी न्यायिक स्टाफ की व्यवस्था है, जिससे न्याय प्रक्रिया प्रभावित होती है.

वकीलों की चेतावनी
वकीलों ने चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगों पर शीघ्र कार्रवाई नहीं की गई तो वे अपनी हड़ताल को अनिश्चितकालीन रूप से जारी रखेंगे. वकीलों ने नारेबाजी करते हुए कोर्ट परिसर के सामने सड़क पर प्रदर्शन किया. वकीलों नें कहा कि 'हमारा विरोध सिर्फ स्थान परिवर्तन को लेकर नहीं है, बल्कि यह एक व्यावहारिक और न्यायिक जरूरत है. राऊज एवेन्यू कोर्ट में न तो स्थायी स्टाफ है,न ही आवश्यक न्यायिक संरचना. ऐसे में वहां मामलों को ट्रांसफर करना न्याय के साथ अन्याय है. यदि हमारी मांगों को नजरअंदाज किया गया,तो हम मजबूरन बड़े स्तर पर आंदोलन करेंगे.

वकीलों ने कहा
उन्होंने यह भी कहा कि यदि चेक बाउंस केसों को फिर से कड़कड्डूमा कोर्ट में नहीं सुना गया, तो वकील समुदाय न्यायिक कार्यों का बहिष्कार करेगा और यह दिल्ली के न्यायिक तंत्र को बुरी तरह प्रभावित कर सकता है. वकीलों ने कहा कि चेक बाउंस मामले अधिकतर आर्थिक और नागरिक विवादों से जुड़े होते हैं, जिनमें शीघ्र सुनवाई जरूरी होती है.

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