दमोह: बुंदेलखंड क्षेत्र में शादियों में बारातियों को गिफ्ट देने की पुरानी परंपरा है. इसमें बेटी के पिता बारात आए लोगों को आकर्षक गिफ्ट देकर स्वागत सम्मान करते हैं. ऐसा की एक मामला दमोह के महूना गांव से आया है. यहां दुल्हन के पिता और भाई ने बारातियों को ऐसा गिफ्ट दिया, जिसकी पूरे क्षेत्र सहित जिले में खूब चर्चा हो रही है. गिफ्ट का वीडियो भी सोशल मीडिया में जमकर वायरल हो रहा है. दुल्हन के परिवार ने बारातियों का न केवल गिफ्ट दिया, बल्कि संकल्प दिया की जब भी दो पहिया वाहन चलाएं तो हेटमेट का प्रयोग जरूर करें.
50 बारातियों को बांटे हेलमेट
दरअसल, ग्राम सेमरा रामनगर के सुरेंद्र सिंह ठाकुर के बेटे मनीष का रिश्ता ग्राम महूना निवासी मूरत सिंह ठाकुर राव साहब की बेटी शुभम कुमारी के साथ तय हुआ था. 1 जून रविवार को लड़के वाले जब बारात लेकर लड़की के ग्राम महूना पहुंचे, तो उनका स्वागत सत्कार बड़ी धूमधाम से हुए. इसके बाद वैवाहिक कार्यक्रम शुरू हुए. शादी की रस्मों के बाद लड़की के पिता और भाई ने सभी 50 बारातियों को मंच पर बुलाकर उन्हें तोहफे के रूप में एक-एक हेलमेट गिफ्ट किया.

सड़क सुरक्षा के प्रति किया जागरूक
दुल्हन के पिता ने सभी बारातियों को न केवल हेलमेट गिफ्ट किया, बल्कि उन्हें संकल्प भी दिलाया कि वह अपने और अपने परिवार की सुरक्षा के लिए जब भी दो पहिया वाहन चलाएं तो हेलमेट का इस्तेमाल जरूर करें. इसके अलावा वह लोग भी अन्य लोगों को भी हेलमेट लगाने के लिए प्रेरित करें. इसके बाद सभी बारातियों ने हेलमेट पहनकर फोटो सेशन भी कराया. इस पहल की पूरे जिले में खूब चर्चा हो रही है.
गिफ्ट पाकर भावुक हुए बाराती
सामाजिक संगठन लक्ष्य फाउंडेशन सड़क सुरक्षा को लेकर समय समय पर जागरूकता मुहिम चलाती रहती है. दमोह जिले में बढ़ती सड़क दुर्घटनाएं और उन दुर्घटनाओं में बढ़ती मृत्यु दर को देखते हुए लक्ष्य फाउंडेशन ने 2 पहिया वाहन चालकों को हेलमेट बांटने के कॉन्सेप्ट पर काम शुरू किया. इसकी शुरुआत उन्होंने ग्राम महूना में संपन्न हुए विवाह समारोह से की. इसके लिए उन्होंने ग्राम महूना के मूरत सिंह ठाकुर से चर्चा की, तथा उन्हें इस बात के लिए तैयार किया कि वह बारातियों को जो गिफ्ट दे रहे हैं. उससे हटकर कुछ अच्छा और ऐसा गिफ्ट दें, जिससे कि वह जीवन भर के लिए यादगार बन जाए.

हेलमेट पहनकर चलने का दिलाया संकल्प
असल में बुंदेलखंड में बारातियों को ग्लास, टिफिन, पानी की बोतल, कपड़े या अन्य सामग्री विदाई के तौर पर गिफ्ट देने का प्रचलन सदियों से चला आ रहा है. इस चलन को लक्ष्य फाउंडेशन ने अब एक नई दिशा दी है. बारातियों को हेलमेट दिए गए और उनसे उन्हें पहनने का आग्रह संकल्प कराया गया. इस मुहिम से बाराती भी भावुक हो गए. सभी ने हेलमेट पहने और यह विश्वास दिलाया कि वह जब भी दो पहिया वाहन चलाएंगे तो हेलमेट अवश्य लगाएंगे.
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लोगों को जागरूक करना मकशद
लक्ष्य फाउंडेशन के सदस्य रुपेद्र सिंह कहना है कि "हमने इसकी शुरुआत कर दी है और लोगों को जागरूक कर रहे हैं कि वह 100 लोगों को गिफ्ट न देकर यदि उनकी क्षमता कम है तो 10 लोगों को ही हेलमेट का वितरण जरूर करें. इसके लिए पूरी तरह प्रयास किए जा रहे हैं. ताकि दमोह में प्रत्येक वाहन चालक बाइक चलाते समय हेलमेट अवश्य लगाए. ऐसा करके एक्सीडेंट में मरने वालों का आंकड़ा कम किया जा सकता है."