दमोह: मिशन अस्पताल से जुड़े विवाद खत्म होने का नाम नहीं ले रहे हैं. फर्जी डॉक्टर और सात मौतों के बाद अब अवैध निर्माण की जानकारी मिलने पर नगर पालिका ने अस्पताल प्रबंधन को नोटिस जारी किया है. सीएमओ ने संतोषजनक जवाब न मिलने पर कार्रवाई करने की बात कही है.
क्रिश्चियन मिशनरी द्वारा संचालित मिशन अस्पताल में एक के बाद एक नए मामले सामने आ रहे हैं. कभी धर्मांतरण तो कभी गर्भपात, तो कभी फर्जी डॉक्टर के उपचार से लोगों की मौत. फर्जी डॉक्टर का मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ कि प्रशासन ने अस्पताल प्रबंधन पर एक और प्रहार कर दिया है.
दमोह नगर पालिका ने मिशन अस्पताल प्रबंधन को जारी किया नोटिस
दरअसल शहर के बीचों-बीच स्थित मिशन अस्पताल के निर्माण प्रक्रिया की फाइल जब नगर पालिका के मुख्य कार्यपालन अधिकारी ने देखी तो उसमें कई निर्माण की अनुमतियां न होने की बात सामने आई. अब इन निर्माणों को लेकर के नगर पालिका ने अस्पताल प्रबंधन को नोटिस जारी किया है.
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दरअसल यह निर्माण अस्पताल भवन के नीचे बनाए गए बेसमेंट को लेकर है. नगर पालिका से अस्पताल प्रबंधन ने नियम अनुसार अनुमति नहीं ली और बेसमेंट का निर्माण कर लिया. अब जबकि एक के बाद एक कार्रवाइयां हो रही हैं ऐसे में नगर पालिका ने भी फाइल खोलना शुरू कर दिया है.
मिशन अस्पताल प्रबंधन को 15 दिन में देना होगा जवाब
मुख्य नगर पालिका अधिकारी प्रदीप शर्मा ने बताया "अस्पताल परिसर में बेसमेंट बनाए जाने का मामला सामने आया था. जिसके बाद हमने जब अनुमति से संबंधित फाइलों की जांच की तो पाया कि अस्पताल प्रबंधन को बेसमेंट बनाने की अनुमति नहीं दी गई है. हमने उन्हें 15 दिन में जवाब देने के लिए नोटिस जारी किया है. यदि अस्पताल प्रबंधन संतोषजनक जवाब नहीं देता है तो सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन के अनुसार कार्रवाई की जाएगी."