डीग: बढ़ते साइबर अपराधों पर शिकंजा कसते हुए जिल की सीकरी थाना पुलिस ने बड़ी सफलता हासिल की है. एंटीवायरस अभियान के तहत पुलिस ने एक सक्रिय साइबर ठग गिरोह का भंडाफोड़ किया और चार शातिर ठगों को गिरफ्तार किया. एक नाबालिग को निरुद्ध किया गया. यह गिरोह हाईटेक तरीकों से भोले-भाले लोगों को जाल में फंसाकर ठगी करता था. इनसे 6 एंड्रॉयड मोबाइल फोन, एक्टिव सिम कार्ड्स और 4 फर्जी सिम मिले हैं. इनका इस्तेमाल सोशल मीडिया पर फर्जी प्रोफाइल बनाकर साइबर ठगी के लिए करते थे.
डीग एसपी राजेश कुमार ने बताया कि मेवात क्षेत्र में साइबर ठगी की बढ़ती घटनाओं के खिलाफ बनाई विशेष टीम सूचना के आधार पर बंधवास-हुसैपुर नहर मार्ग स्थित कोठरी के पास पहुंची. यहां टावर लोकेशन के मुताबिक पांच संदिग्ध लोग बैठे मिले. पुलिस ने घेराबंदी कर दबोच लिया. पुलिस के अनुसार, पूछताछ में पकड़े आरोपियों की पहचान इंद्रजीत सिंह, मोहम्मद दिलशाद, नपीस और सारूक के रूप में हुई. इनके साथ एक नाबालिग भी मिला. उसे विधि संघर्षरत बालक मान किशोर न्याय अधिनियम के तहत निरुद्ध किया. जांच में सामने आया कि आरोपी चोरी या लूट के मोबाइल फोनों में फर्जी सिम लगा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर फर्जी आईडी बनाते थे.
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ये तरीके अपनाते: फर्जी आईडी बनाने के बाद अलग-अलग तरीकों से लोगों को जाल में फंसाते. इनमें फ्री फायर गेम की आईडी के नाम पर एडवांस पैसे मंगवाना, लड़की बन सेक्स चैट व वीडियो कॉल और फिर न्यूड वीडियो के जरिए ब्लैकमेल कर पैसे ऐंठना, पुलिस अधिकारी बन धमकाना और वीडियो डिलीट करने के नाम पर पैसे वसूलना. इसके अलावा घर बैठे पैन-पेंसिल पैकिंग जॉब का झांसा देकर फाइल चार्ज के नाम पर ऑनलाइन ठगी आदि तरीके अपनाते थे. ठगी के पैसे आरोपी अन्य साथियों के खातों में कमीशन के आधार पर ट्रांसफर करा लेते थे. पुलिस ने इस गिरोह से जुड़े अन्य लोगों की तलाश शुरू कर दी. एसपी राजेश कुमार ने जनता से अपील की है कि किसी भी अनजान नंबर से आए संदिग्ध मैसेज या कॉल से सावधान रहें. ठगी की आशंका होने पर तत्काल नजदीकी थाने में सूचना दें.