नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स (ANTF) को नशे के कारोबार के खिलाफ चलाए जा रहे 'नशा मुक्त भारत अभियान' के तहत बड़ी सफलता हाथ लगी है. पुलिस ने दिल्ली के खजूरी चौक के पास से 51 वर्षीय पवन कुमार नामक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है, जो लंबे समय से चरस की तस्करी में संलिप्त था. पुलिस ने उसके कब्जे से 1.896 किलोग्राम हाई क्वालिटी चरस बरामद की है, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत करीब एक करोड़ रुपये आंकी गई है.
पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी:डीसीपी अपूर्वा गुप्ता ने बताया कि 4 जून को क्राइम ब्रांच को गुप्त सूचना मिली कि एक व्यक्ति ड्रग्स की डिलीवरी के लिए स्कूटी पर खजूरी चौक के पास आने वाला है. सूचना के आधार पर इंस्पेक्टर शिव कुमार के नेतृत्व में एसआई सोमया कुल्हर, एएसआई धर्मेंद्र, एएसआई प्रवीण, एएसआई नीरज, एएसआई उपेंद्र, हेड कांस्टेबल दीपक, सम्राट, मुकेश व कांस्टेबल विक्रांत की टीम ने मौके पर दबिश दी और आरोपी पवन कुमार को धर दबोचा.
तलाशी में भारी मात्रा में चरस बरामद: पुलिस ने उसके खिलाफ NDPS एक्ट की धाराओं 20 और 25 के तहत मुकदमा दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया है.
पुलिस पूछताछ में आरोपी पवन ने खुलासा किया कि वह पिछले 15-20 सालों से हिमाचल प्रदेश से चरस लाकर दिल्ली और आसपास के इलाकों में सप्लाई करता था। वह पेशे से टेंपो चालक है, लेकिन तस्करी के लिए वह स्कूटी का इस्तेमाल करता था जिससे शक न हो.
पहले भी एक किलो चरस के साथ पकड़ा गया था: इतना ही नहीं, वर्ष 2011 में भी उसे हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले के बंजार थाने में एक किलो चरस के साथ पकड़ा गया था. उस मामले में वह अपने तीन साथियों के साथ गिरफ्तार हुआ था और बाद में हिमाचल हाईकोर्ट द्वारा दोषी ठहराया गया था.
डीसीपी का कहना है कि पवन कुमार की गिरफ्तारी अंतरराज्यीय नशा तस्करी नेटवर्क को तोड़ने की दिशा में एक बड़ी कामयाबी है. गिरोह के अन्य सदस्यों की पहचान की जा रही है और जल्द ही उन्हें भी गिरफ्त में लिया जाएगा.
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