रांचीः बजट सत्र में ध्यानाकर्षण के तहत भाजपा विधायक राज सिन्हा ने भ्रष्ट निबंधकों का मामला उठाया. उन्होंने पदाधिकारियों के नाम और उनपर लगे आरोपों का हवाला देते हुए कहा कि कार्रवाई के बजाए सभी को पुरस्कृत किया जा रहा है.
इसके जवाब में प्रभारी मंत्री रामदास सोरेन ने कहा कि छह निबंधकों पर गंभीर आरोप लगाया गया है. उन्होंने स्वीकार किया कि राम कुमार मधेशिया पर सीबीआई जांच चल रही है. शेष पांच निबंधकों को लेकर धनबाद के डीसी से बात हुई है. उन्होंने भरोसा दिलाया कि रिपोर्ट के आधार पर सभी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.

भाजपा विधायक राज सिन्हा ने कहा कि आश्चर्य की बात है कि सरकार अभी तक डीसी के स्तर से मंतव्य का इंतजार कर रही है. लिहाजा, तत्काल प्रभाव से सभी भ्रष्ट निबंधकों को निलंबित किया जाए. निलंबन के बाद कार्रवाई की जानी चाहिए. इसपर प्रभारी मंत्री ने कहा कि रिपोर्ट मिले बगैर कार्रवाई संभव नहीं है. राज सिन्हा ने कहा कि डीसी के स्तर पर प्रपत्र गठित हो चुका है. अब तो डीसी को निर्णय लेना है. इसलिए सभी को पद से हटाना चाहिए.
15 दिन के भीतर रिपोर्ट आते ही होगी सख्त कार्रवाई
इसपर हस्तक्षेप करते हुए नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने कहा कि जिन पदाधिकारियों पर आरोप गठित हो चुका है, उनको पद पर कैसे रखा जा सकता है. इसपर प्रभारी मंत्री ने कहा कि कार्रवाई जरुर होगी. सिर्फ 15 दिन का समय चाहिए. रिपोर्ट आते ही कार्रवाई शुरु हो जाएगी.
भाजपा विधायक राज सिन्हा ने कहा कि यह न्याय नहीं हुआ. पहले सभी पदाधिकारियों को संबंधित पद से हटाकर कार्रवाई करना चाहिए. इससे संदेश यही जाएगा कि सरकार भ्रष्टाचार को बढ़ावा दे रही है. मामले में हस्तक्षेप करते हुए संसदीय कार्यमंत्री राधाकृष्ण किशोर ने कहा कि भ्रष्टाचार पर सरकार जीरो टॉलरेंस पर काम कर रही है. नेचुरल जस्टिस का भी प्रावधान है. रिपोर्ट के आधार पर सख्त कार्रवाई होगी.
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