गिरिडीह: कल्याणडीह से पचम्बा होते हुए से गिरिडीह शहर के टावर चौक तक फोर लेन सड़क बन रही है. यहां सड़क निर्माण शुरू होने के बाद से ही विवाद हो रहा है. कभी कार्य में देरी की शिकायत पर लोगों ने मोर्चा खोला तो काफी गुणवत्ता को लेकर लोग गोलबंद हुए.
अभियंताओं को मिली खुलेआम धमकी
इस बार भी नाली निर्माण में गड़बड़ी की शिकायत लोगों ने विभाग से की. शिकायत पर बिशनपुर में जांच करने पहुंचे पथ निर्माण विभाग के अभियंताओं के साथ न सिर्फ दुर्व्यवहार हुआ बल्कि उन्हें जान से मारने की धमकी भी मिल गई. इस मामले को लेकर सहायक अभियंता मनोज कुमार सिंह और कनीय अभियंता आफताब आलम पचम्बा थाना पहुंचे और शिकायत दर्ज करवायी.
पेटी कॉन्ट्रैक्टर के खिलाफ पुलिस में शिकायत
दोनों अभियंता ने बताया कि उन्हें यह शिकायत मिली थी कि फोर लेन बन रही सड़क के नाली निर्माण में अनियमितता बरती जा रही है. स्थानीय लोगों ने इसकी शिकायत की तो कार्यपालक अभियंता के निर्देश पर वे जांच करने पहुंचे. यहां जांच में गड़बड़ी मिली तो नाली को फिर से ढालने का निर्देश मौके पर मौजूद पेटी कॉन्ट्रेक्टर को दिया गया. उनके द्वारा निर्देश देने पर मौके पर मौजूद पेटी कॉन्ट्रेक्टर ने धमकी देना शुरू कर दिया. उन्होंने कहा कि जिस तरह से काम हो रहा है, उसी तरह होगा. इस दौरान जान मारने की भी धमकी दी गई. बता दें कि इससे पहले भी इस सड़क निर्माण में गड़बड़ी की शिकायत की जांच करने पर वरीय अधिकारी को भी धमकी मिल चुकी है. धमकी का आरोप अमन नामक व्यक्ति पर लगा है.
पथ निर्माण विभाग के दो अभियंता ने शिकायत की है. काम की गुणवत्ता की शिकायत पर जांच करने वे आए थे, जहां पेटी कॉन्ट्रेक्टर ने धमकी दी है. ऐसे में जिस पर आरोप है उसकी खोज शुरू कर दी गई है. आगे की भी कार्रवाई जारी है: राजीव कुमार, थाना प्रभारी, पचम्बा
क्या कह रहे हैं स्थानीय?
बिशनपुर के लोगों ने बताया कि नाली का काम काफी घटिया स्तर का हो रहा है. छड़ को एक एक फीट पर बांधा जा रहा है. नीचे ढलाई नहीं की जा रही है और बोलने पर कोई सुनता नहीं है. नाली निर्माण में काफी गड़बड़ी हो रही है.
ये भी पढ़ें: अधूरे सड़क निर्माण पर ठेकेदार ने लगाया कार्य पूर्ण का बोर्ड, शिकायत लेकर सांसद के पास पहुंचे ग्रामीण
JAC Paper Leak: गिरिडीह के इस चर्चित हाई स्कूल में गया था प्रश्न पत्र का फटा बंडल, फरार है ठेकेदार
अरगा नदी पुल मामला: एफआईआर दर्ज करने के बजाय ठेकेदार को कर दिया डीबार, अधिकारियों पर चुप्पी