कोरिया : कोरिया पुलिस ने अंधे कत्ल की गुत्थी 24 घंटे के अंदर सुलझाई है. पुलिस के मुताबिक मृतक की पत्नी ने ही पति की सुपारी देकर हत्या करवाई थी. पुलिस ने आरोपी पत्नी के साथ हत्याकांड में साथ देने वाले सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. हैरानी की बात ये है कि इस हत्याकांड में मृतक की बेटी ने भी उसका साथ दिया.आरोपी पत्नी और बेटी ने बताया कि पति के दुर्व्यवहार से तंग आकर उन्होंने हत्या करवाई है.
क्या है मामला : कोतवाली थाना क्षेत्र बड़ा गांव कोसाबाड़ी के पास 29 मार्च 2025 को पुलिया के नीचे कंबल, दरी और बोरी में लिपटी एक लाश मिली थी.जिसकी जांच पुलिस ने शुरु की. शव को बाहर निकालकर जांच करने पर पाया गया कि वो लगभग एक सप्ताह पुराना था.मृतक की पहचान खुटरापारा निवासी अशोक कुमार कुर्रे के रूप में हुई. मृतक की पत्नी सांता कुर्रे ने 26 मार्च को थाने में अशोक कुर्रे की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी, जिसमें उसने बताया था कि उसका पति 21 मार्च से लापता है.
पुलिस के जांच में सामने आई सच्चाई : जब पुलिस ने जांच शुरू की तो पता चला कि अशोक 19 मार्च की शाम के बाद से ही अपने कार्यालय नहीं गया था.जांच के दौरान पुलिस को मृतक के घर की दीवारों और फर्श पर खून के धब्बे मिले. जिन्हें गोबर से छिपाने की कोशिश की गई थी.मृतक के कुछ रिश्तेदारों ने शव को लपेटने में उपयोग की गई दरी और रस्सी को उनके घर का ही बताया. इन तथ्यों के आधार पर पुलिस को हत्या में एक से अधिक लोगों के शामिल होने का संदेह हुआ.
क्यों की गई हत्या : जब पुलिस ने मृतक की पत्नी और बेटी से सख्ती से पूछताछ कि तो उन्होंने अपराध स्वीकार कर लिया. पत्नी सांता कुर्रे ने बताया कि उसका पति लंबे समय से उसके साथ दुर्व्यवहार और मारपीट करता था. घर से बाहर जाने नहीं देता था और ड्यूटी पर जाते समय बाहर से ताला लगा देता था. वहीं मृतक की 21 वर्षीय बेटी सरिता कुर्रे ने बताया कि उसका पिता शराब के नशे में मां के साथ मारपीट करता था.पिछले एक साल से उसके साथ भी अश्लील हरकतें करता था. इस अत्याचार से तंग आकर मां और बेटी ने अशोक से छुटकारा पाने के लिए उसकी हत्या की योजना बनाई.
1 लाख में सौदा हुआ तय : मृतिका की पत्नी सांता ने जान पहचान की एक महिला शहनाज खान और उसके बेटे तौसिफ खान से संपर्क किया. तौसिफ और उसके साथी अमानुल खान उर्फ बाबा ने हत्या के लिए एक लाख रुपये की मांग की, जिसमें सौदा तय हो गया. 19 मार्च की रात करीब 10 बजे सरिता ने तौसिफ और अमानुल को घर बुलाकर पिछले दरवाजे से अंदर बुला लिया. इसके बाद उन्हें एक खाली कमरे में छिपा दिया.उनके पास चिकन-मटन काटने का धारदार चापड़ था. जैसे ही अशोक कुर्रे रात का खाना खाकर सो गया, सरिता ने मोबाइल पर मैसेज कर तौसिफ और अमानुल को बुलाया. मां और बेटी ने उसके पैर पकड़ लिए और तौसिफ अमानुल ने चापड़ से उसके सिर और गर्दन पर हमला कर दिया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई.
हत्या के बाद शव को लगाया ठिकाने : इसके बाद शव को दरी और बोरी में लपेटकर रस्सी से बांधा गया और बाइक से बड़ा गांव कोसाबाड़ी के समीप पुलिया के नीचे फेंक दिया गया. हत्या के बाद, सरिता ने तौसिफ को 40 हजार रुपये का भुगतान किया.पुलिस के सामने इस खुलासे के बाद बेटी और पत्नी समेत आरोपियों को गिरफ्तार किया गया. पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ 103(1), 238, 61(2) बी के तहत मामला दर्ज किया है.साथ ही हत्या में शामिल आरोपी सांता कुर्रे, सरिता कुर्रे, शहनाज खान, तौसिफ खान,अरबाज अंसारी को गिरफ्तार किया है.वहीं अमानुल खान उर्फ बाबा फरार है. कोरिया पुलिस की तेज कार्रवाई और सूझबूझ से यह अंधे कत्ल की गुत्थी महज 24 घंटे में सुलझ गई. जिससे जिले में पुलिस की सराहना की जा रही है.
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