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वक्फ कानून को लेकर बोले रंधावा, यदि पाकिस्तान भी ऐसा ही कानून लाया तो वहां के मंदिर और गुरुद्वारे कैसे बचेंगे? - CONGRESS ON WAQF ACT

कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा और प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने वक्फ कानून में संशोधन की मंशा पर सवाल खड़े किए हैं.

Congress on Waqf Act
कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा (ETV Bharat Jaipur)
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By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : April 14, 2025 at 4:41 PM IST

6 Min Read

जयपुर: देश में नए वक्फ कानून को लेकर घमासान मचा हुआ है. एक ओर जहां मुस्लिम संगठन इस कानून के विरोध में प्रदर्शन कर रहे हैं तो वहीं अब प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने भी इस कानून को लेकर केंद्र की मोदी सरकार और भाजपा पर हमला बोला है. रंधावा और डोटासरा ने कहा कि देश के किसी भी मुस्लिम संगठन और जनप्रतिनिधि ने क्या भाजपा और मोदी सरकार से मांग की थी कि नया कानून आना चाहिए. इस कानून में संशोधन केवल केवल 'हिंदू- मुसलमान' करने के लिए किया गया है.पाकिस्तान में भी ऐसा ही कानून आया तो वहां हमारे मंदिरों और गुरुद्वारों का क्या होगा?

कांग्रेस प्रभारी रंधावा ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि भाजपा केवल आरएसएस की सोच पर काम कर रही है, यह केवल 'हिंदू-मुसलमान' करके वोटो का ध्रुवीकरण करना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि मुसलमानों को अनावश्यक परेशान करने के लिए वक्फ कानून लाया गया है. पाकिस्तान में हिंदू मंदिर और गुरुद्वारे औकाफ के अंतर्गत आते हैं, यदि पाकिस्तान भी इसी तरह का कानून ले आया तो फिर हमारे मंदिरों और गुरुद्वारों की रक्षा कैसे होगी.

कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा (ETV Bharat Jaipur)

पढ़ें: वक्फ कानून के विरोध में सड़कों पर उतरे लोग, मस्जिदों में काली पट्टी बांधकर पढ़ी नमाज

रंधावा ने कहा कि बांग्लादेश में रोज हिंदुओं पर अत्याचार हो रहा है, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा के लोग इस पर एक शब्द नहीं बोलते हैं. रंधावा ने कहा कि गुरुनानक साहब ने भी कहा है कि न कोई हिंदू है न कोई मुसलमान है सब एक ईश्वर की संतान है. यह बात उन्होंने साढ़े पांच सौ साल पहले कही थी. आज भाजपा हिंदू और मुसलमान को आपस में बांटने में लगी है. भगवान राम ने शबरी के झूठे बेर खाए थे. दलितों के मन में भगवान राम बसे हैं और यह लोग दलित के मंदिर जाने पर मंदिर को गंगाजल से धोते हैं.

उदयपुर में लगे पोस्टर भाजपा की साजिश: इधर, उदयपुर में वक्फ कानून के खिलाफ वोट करने पर कांग्रेस नेताओं को देशद्रोही बताए जाने वाली पोस्ट को लेकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि यह भाजपा की साजिश है. इन्हें बताना चाहिए कि अटल बिहारी वाजपेई भी भाजपा के ही प्रधानमंत्री थे. वह यह बिल क्यों नहीं लेकर आए, डोटासरा ने कहा कि देश के किसी भी मुस्लिम संगठन ने या किसी जनप्रतिनिधि ने कोई मांग प्रधानमंत्री मोदी या केंद्र सरकार से नहीं की थी तो फिर यह बिल क्यों लेकर आए. इस बिल के पीछे केवल आरएसएस का एजेंडा है, मोदी सरकार केवल संघ को खुश करना चाहती है और इसके जरिए हिंदू- मुसलमान करके अपनी राजनीतिक रोटियां भी सेंकना चाहती है.

देवनानी की सोच से आपत्ति: प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी से मुलाकात को लेकर कहा कि वे हमारे दुश्मन नहीं है, लेकिन उनकी आरएसएस की सोच से हमें आपत्ति है. वह हमें नुकसान दे रही है. हम व्यक्तिगत तौर पर उनका विरोध नहीं करते हैं, लेकिन उनकी सोच का विरोध करते हैं, हम तो 36 कौम को साथ लेकर चलने वाले लोग हैं. संविधान को मानते हैं. आरएसएस की सोच है कि कांग्रेस के नेताओं पर झूठे मुकदमे दर्ज कर दो, हिंदू को मुसलमान से अलग कर दो.

यह भी पढ़ें: सरवर चिश्ती ने अजमेर दरगाह दीवान पर साधा निशाना

मंत्रियों का फोन नहीं उठा रहे अधिकारी: डोटासरा ने कहा कि राजस्थान में पर्ची सरकार चल रही है. सदन में उनके मंत्री सवालों के जवाब नहीं दे पाए तो मुख्यमंत्री भी केवल पर्ची के भरोसे हैं. हालत यह है कि विभागों में कोई काम नहीं हो रहे हैं, उनके अधिकारी उनके मंत्रियों के फोन नहीं उठा रहे हैं.

जूली का भाजपा पर तंज: नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने भाजपा पर तंज करते हुए कहा कि भाजपा की ओर से एक आदेश निकाला गया है, जिसमें कहा गया है कि संविधान निर्माता डॉ भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा की सफाई की जाएगी. मैं उनसे कहना चाहता हूं कि क्या यह आदेश उन्होंने देश के गृहमंत्री अमित शाह से पूछ कर निकाला है?, यदि नहीं पूछा है तो कहीं अमित शाह नाराज नहीं हो जाएं. क्योंकि अमित शाह लोकसभा में भी कह चुके हैं कि क्या अंबेडकर- अंबेडकर लगा रखा है. जूली ने कहा कि भाजपा केवल दलितों के हितैषी होने का दिखावा करती है. उन्होंने कहा कि अंबेडकर की प्रतिमा पर कालिख पोतने का काम किया जा रहा है. यह पहला मामला नहीं है. इससे पहले भी कई बार ऐसे मामले हुए हैं. हाल ही में एक दलित दूल्हे की निकासी में 200 पुलिसकर्मी और एक एसपी की तैनाती करनी पड़ी थी. इससे पता लगता है कि दलितों को लेकर उनकी क्या सोच है?

यह सरकार नहीं, सर्कस है: उन्होंने कहा कि डिप्टी सीएम प्रेमचंद बैरवा का जिला दूदू खत्म कर दिया गया, उन्हें कमेटी के अध्यक्ष पद से हटा दिया गया. मंत्री किरोड़ी लाल मीणा लगातार कहते रहे कि रोजाना करोड़ों की बजरी चोरी हो रही है, लेकिन सरकार में उनकी ही नहीं सुनी गई, यह सरकार नहीं बल्कि सर्कस है. जूली ने कहा कि यह सरकार वन इलेक्शन की बात करती है, लेकिन मुख्यमंत्री अपने जिले भरतपुर में ही जिला परिषद का चुनाव नहीं करवा पाए. ये लोग रोजाना संविधान और लोकतंत्र को कमजोर करने का काम कर रहे हैं और जो लोग इनके खिलाफ आवाज उठाते हैं. उसके पीछे सीबीआई और ईडी को लगा दिया जाता है. इनके मंत्री उलूल जूलूल बयान देते हैं. एक मंत्री कहते हैं कि सामाजिक सुरक्षा पेंशन बंद होने के बाद इसका ज्यादा लाभ मिलेगा.

जयपुर: देश में नए वक्फ कानून को लेकर घमासान मचा हुआ है. एक ओर जहां मुस्लिम संगठन इस कानून के विरोध में प्रदर्शन कर रहे हैं तो वहीं अब प्रदेश कांग्रेस के प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने भी इस कानून को लेकर केंद्र की मोदी सरकार और भाजपा पर हमला बोला है. रंधावा और डोटासरा ने कहा कि देश के किसी भी मुस्लिम संगठन और जनप्रतिनिधि ने क्या भाजपा और मोदी सरकार से मांग की थी कि नया कानून आना चाहिए. इस कानून में संशोधन केवल केवल 'हिंदू- मुसलमान' करने के लिए किया गया है.पाकिस्तान में भी ऐसा ही कानून आया तो वहां हमारे मंदिरों और गुरुद्वारों का क्या होगा?

कांग्रेस प्रभारी रंधावा ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि भाजपा केवल आरएसएस की सोच पर काम कर रही है, यह केवल 'हिंदू-मुसलमान' करके वोटो का ध्रुवीकरण करना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि मुसलमानों को अनावश्यक परेशान करने के लिए वक्फ कानून लाया गया है. पाकिस्तान में हिंदू मंदिर और गुरुद्वारे औकाफ के अंतर्गत आते हैं, यदि पाकिस्तान भी इसी तरह का कानून ले आया तो फिर हमारे मंदिरों और गुरुद्वारों की रक्षा कैसे होगी.

कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा (ETV Bharat Jaipur)

पढ़ें: वक्फ कानून के विरोध में सड़कों पर उतरे लोग, मस्जिदों में काली पट्टी बांधकर पढ़ी नमाज

रंधावा ने कहा कि बांग्लादेश में रोज हिंदुओं पर अत्याचार हो रहा है, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा के लोग इस पर एक शब्द नहीं बोलते हैं. रंधावा ने कहा कि गुरुनानक साहब ने भी कहा है कि न कोई हिंदू है न कोई मुसलमान है सब एक ईश्वर की संतान है. यह बात उन्होंने साढ़े पांच सौ साल पहले कही थी. आज भाजपा हिंदू और मुसलमान को आपस में बांटने में लगी है. भगवान राम ने शबरी के झूठे बेर खाए थे. दलितों के मन में भगवान राम बसे हैं और यह लोग दलित के मंदिर जाने पर मंदिर को गंगाजल से धोते हैं.

उदयपुर में लगे पोस्टर भाजपा की साजिश: इधर, उदयपुर में वक्फ कानून के खिलाफ वोट करने पर कांग्रेस नेताओं को देशद्रोही बताए जाने वाली पोस्ट को लेकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि यह भाजपा की साजिश है. इन्हें बताना चाहिए कि अटल बिहारी वाजपेई भी भाजपा के ही प्रधानमंत्री थे. वह यह बिल क्यों नहीं लेकर आए, डोटासरा ने कहा कि देश के किसी भी मुस्लिम संगठन ने या किसी जनप्रतिनिधि ने कोई मांग प्रधानमंत्री मोदी या केंद्र सरकार से नहीं की थी तो फिर यह बिल क्यों लेकर आए. इस बिल के पीछे केवल आरएसएस का एजेंडा है, मोदी सरकार केवल संघ को खुश करना चाहती है और इसके जरिए हिंदू- मुसलमान करके अपनी राजनीतिक रोटियां भी सेंकना चाहती है.

देवनानी की सोच से आपत्ति: प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी से मुलाकात को लेकर कहा कि वे हमारे दुश्मन नहीं है, लेकिन उनकी आरएसएस की सोच से हमें आपत्ति है. वह हमें नुकसान दे रही है. हम व्यक्तिगत तौर पर उनका विरोध नहीं करते हैं, लेकिन उनकी सोच का विरोध करते हैं, हम तो 36 कौम को साथ लेकर चलने वाले लोग हैं. संविधान को मानते हैं. आरएसएस की सोच है कि कांग्रेस के नेताओं पर झूठे मुकदमे दर्ज कर दो, हिंदू को मुसलमान से अलग कर दो.

यह भी पढ़ें: सरवर चिश्ती ने अजमेर दरगाह दीवान पर साधा निशाना

मंत्रियों का फोन नहीं उठा रहे अधिकारी: डोटासरा ने कहा कि राजस्थान में पर्ची सरकार चल रही है. सदन में उनके मंत्री सवालों के जवाब नहीं दे पाए तो मुख्यमंत्री भी केवल पर्ची के भरोसे हैं. हालत यह है कि विभागों में कोई काम नहीं हो रहे हैं, उनके अधिकारी उनके मंत्रियों के फोन नहीं उठा रहे हैं.

जूली का भाजपा पर तंज: नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने भाजपा पर तंज करते हुए कहा कि भाजपा की ओर से एक आदेश निकाला गया है, जिसमें कहा गया है कि संविधान निर्माता डॉ भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा की सफाई की जाएगी. मैं उनसे कहना चाहता हूं कि क्या यह आदेश उन्होंने देश के गृहमंत्री अमित शाह से पूछ कर निकाला है?, यदि नहीं पूछा है तो कहीं अमित शाह नाराज नहीं हो जाएं. क्योंकि अमित शाह लोकसभा में भी कह चुके हैं कि क्या अंबेडकर- अंबेडकर लगा रखा है. जूली ने कहा कि भाजपा केवल दलितों के हितैषी होने का दिखावा करती है. उन्होंने कहा कि अंबेडकर की प्रतिमा पर कालिख पोतने का काम किया जा रहा है. यह पहला मामला नहीं है. इससे पहले भी कई बार ऐसे मामले हुए हैं. हाल ही में एक दलित दूल्हे की निकासी में 200 पुलिसकर्मी और एक एसपी की तैनाती करनी पड़ी थी. इससे पता लगता है कि दलितों को लेकर उनकी क्या सोच है?

यह सरकार नहीं, सर्कस है: उन्होंने कहा कि डिप्टी सीएम प्रेमचंद बैरवा का जिला दूदू खत्म कर दिया गया, उन्हें कमेटी के अध्यक्ष पद से हटा दिया गया. मंत्री किरोड़ी लाल मीणा लगातार कहते रहे कि रोजाना करोड़ों की बजरी चोरी हो रही है, लेकिन सरकार में उनकी ही नहीं सुनी गई, यह सरकार नहीं बल्कि सर्कस है. जूली ने कहा कि यह सरकार वन इलेक्शन की बात करती है, लेकिन मुख्यमंत्री अपने जिले भरतपुर में ही जिला परिषद का चुनाव नहीं करवा पाए. ये लोग रोजाना संविधान और लोकतंत्र को कमजोर करने का काम कर रहे हैं और जो लोग इनके खिलाफ आवाज उठाते हैं. उसके पीछे सीबीआई और ईडी को लगा दिया जाता है. इनके मंत्री उलूल जूलूल बयान देते हैं. एक मंत्री कहते हैं कि सामाजिक सुरक्षा पेंशन बंद होने के बाद इसका ज्यादा लाभ मिलेगा.

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