भोपाल। प्रदेश में उत्तर प्रदेश की तरह मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री पद के लिए लॉबिंग की जा रही है. इसके लिए एक माह पहले ब्राह्मण विधायकों की बैठक भी बुलाई गई थी. यह आरोप रीवा जिले के सिमरिया विधानसभा से कांग्रेस विधायक अभय मिश्रा ने लगाए हैं. उन्होंने इसको लेकर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को पत्र भी लिखा है. इसमें उन्होंने पूछा है कि प्रदेश में क्या उप मुख्यमंत्री को मुख्यमंत्री की शक्तियां दी गई हैं ? यदि ऐसा है तो उनके द्वारा ली जाने वाली बैठकों के मिनट्स जारी होने चाहिए.
मुख्यमंत्री को लिखा पत्र
कांग्रेस विधायक अभय मिश्रा ने मुख्यमंत्री को लिखे गए पत्र में उप मुख्यमंत्री का नाम न लेते हुए पूछा है कि 'डिप्टी सीएम यानी उप मुख्यमंत्री जिस विभाग के मंत्री हैं अथवा जिस जिले के प्रभारी मंत्री हैं, वैधानिक रूप से वे अपने विभाग और प्रभार के जिले में अधिकारियों की बैठक ले सकते हैं और निर्देश दे सकते हैं. इसका कार्रवाई विवरण और पालन प्रतिवेदन जारी होगा. इसके अतिरिक्त उन्हें अन्य कोई पॉवर नहीं है. उन्होंने पूछा है कि मैं जानना चाहता हूं कि मुख्यमंत्री को प्राप्त पॉवर क्या उप मुख्यमंत्री को भी दिए गए हैं और किसी जिले को लेकर पॉवर दिए गए हैं. इसकी जानकारी दी जाए. ताकि उनके द्वारा ली जाने वाली बैठकों और उसमें लिए गए निणयों की मिनट बुक भी जारी हो सके.
रीवा जिले में श्रीनिवास तिवारी जैसा बनने की उपमुख्यमंत्री बनने की कोशिश की जा रही है. उन्होंने आरोप लगाया कि जिले के अधिकारियों पर ट्रांसफर का डर दिखाकर सभी विधानसभा क्षेत्रों में दखल दिया जा रहा है.
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मुख्यमंत्री के खिलाफ की जा रही लॉबिंग
कांग्रेस विधायक ने आरोप लगाया कि जिस तरह उत्तर प्रदेश में चल रहा है, वैसे ही मध्य प्रदेश में डॉ. मोहन यादव को निपटाकर सीएम पद प्राप्त करने की कोशिश हो रही है. एक माह पहले रीवा के उप मुख्यमंत्री द्वारा बीजेपी के ब्राम्हण विधायकों की बैठक बुलाई गई थी, ताकि लॉबिंग की जा सके, लेकिन यह कोशिश सफल नहीं हो सकी.