अलवर: कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव एवं पूर्व रक्षा राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने आरोप लगाया कि कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर आतंकी हमला केंद्र सरकार की इंटेलिजेंस सिस्टम की विफलता है. सरकार को इस घटना के लिए जिम्मेदार अधिकारियों एवं अन्य लोगों पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए. उन्होंने कहा कि संकट की इस घड़ी में देश के सभी राजनीतिक दल एवं आम नागरिक सरकार के साथ कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं. केन्द्र सरकार को भारत में आतंकी हमले करने वाले आतंकवादियों एवं उन्हें पनाह देने वाले लोगों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए.
पूर्व केंद्रीय मंत्री सिंह शनिवार को अलवर में जिला कांग्रेस कमेटी की बैठक के बाद पत्रकारों से बात कर रहे थे. सिंह ने कहा कि इस मामले में सरकार देश हित में जो भी एक्शन लेगी, उसमें सभी साथ हैं, लेकिन यह बात भी सही है कि इस घटना में पूरा का पूरा इंटेलिजेंस फेलियर रहा है. उन्होंने कहा कि जिस स्थान पर हर दिन डेढ़ से दो हजार पर्यटक आते हैं. वहां सुरक्षा के लिए एक पुलिसकर्मी भी नहीं होना, सरकार का फेलियर दर्शाता है.
उन्होंने कहा कि कश्मीर व आसपास के बॉर्डर क्षेत्र में टेलीफोन की टेपिंग व मॉनिटरिंग चलती है. ऐसे में आतंकवादी किस तरह से अंदर आए, किस तरह पूरे क्षेत्र में आतंकवादियों की प्लानिंग रही, कई महीनों तक प्लानिंग चली होगी, उस बारे में सरकार को पता नहीं चल पाया. कहीं न कहीं यह बड़ी इंटेलिजेंस फेलियर रही है, इसके लिए जो भी अधिकारी व लोग जिम्मेदार रहे हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए.
एक दशक से फोर्सेज में भर्ती नहीं: पूर्व केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि पिछले 8- 10 सालों से देश में आर्मी, पैरामिलर्टी फोर्सेस, पुलिस आदि में नई भर्ती नहीं हुई है. इसका भी असर देश की सुरक्षा व इंटेलिजेंस पर पड़ रहा है. अब तक एयरपोर्ट पर सुरक्षा का जिम्मा निजी सुरक्षा एजेंसिंयों को सौंपा हुआ है, जबकि पहले एयरपोर्ट जैसे महत्वपूर्ण स्थलों की सुरक्षा का जिम्मा सीआईएसएफ के पास होता था.