ETV Bharat / state

बोकारो में विस्थापितों पर की गई बर्बर कार्रवाई के लिए केंद्रीय गृह मंत्री और उद्योग मंत्री मांगें माफी- केशव महतो कमलेश - BOKARO LATICHARGE

बोकारो में विस्थापित आंदोलनकारियों पर लाठीचार्ज को लेकर कांग्रेस ने केंद्र सरकार को जिम्मेदार ठहराया.

protesters in Bokaro
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष केशव महतो कमलेश (Etv Bharat)
author img

By ETV Bharat Jharkhand Team

Published : April 5, 2025 at 7:42 PM IST

Updated : April 5, 2025 at 7:58 PM IST

4 Min Read

रांची: बोकारो में नियमित रोजगार की मांग कर रहे विस्थापित आंदोलनकारियों पर हुए बर्बर लाठीचार्ज और एक व्यक्ति की मौत के लिए कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष केशव महतो कमलेश ने केंद्रीय गृह मंत्री और भारी उद्योग मंत्री को जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने कहा कि बोकारो में अपने अधिकार की मांग कर रहे विस्थापितों पर जिस तरह से सीआईएसएफ ने बर्बरता दिखाई है, उससे यह स्पष्ट हो गया है कि भाजपा शासन में न्याय की उम्मीद और अपने अधिकार की मांग करने का नतीजा मारपीट और मौत के रूप में सामने आता है.

केशव महतो कमलेश ने कहा कि अपने अधिकार की मांग कर रहे स्थानीय निवासियों पर की गई कार्रवाई न केवल निंदनीय है बल्कि अमानवीय भी है. विस्थापित निवासी अपनी मांगों को लेकर लगातार बोकारो स्टील प्रबंधन के समक्ष आंदोलन कर रहे हैं लेकिन केंद्र सरकार के मंत्री उनकी मांगों को नजरअंदाज कर आंदोलन को कुचलने का प्रयास करते रहे हैं. झारखंड के निवासी संघर्ष करते हैं और परिणाम अपने पक्ष में लाते हैं, इसलिए केंद्र को इस भ्रम में नहीं रहना चाहिए कि उसकी बर्बरता के कारण स्थानीय लोग अपने अधिकार की मांग छोड़ देंगे.

कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष का बयान (ईटीवी भारत)

उन्होंने कहा कि कांग्रेस विस्थापित आंदोलनकारियों के साथ है और केंद्र सरकार को उनकी सभी जायज मांगों को मानना ​​होगा. कांग्रेस विस्थापितों के संघर्ष में तब तक साथ देगी, जब तक मांगें पूरी नहीं हो जातीं और आंदोलनकारी संतुष्ट नहीं हो जाते.

प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि झारखंड के सार्वजनिक उपक्रमों (पीएसयू) पर भाजपा की गिद्ध दृष्टि है. एक रोड मैप के तहत मोदी सरकार धीरे-धीरे देश के पीएसयू को अपने मित्रों की कंपनियों के हवाले कर रही है. इसी क्रम में एक योजना के तहत औद्योगिक अराजकता पैदा कर झारखंड के उद्यमों को बंदी के कगार पर पहुंचाने की कोशिश की जा रही है, नियमित रोजगार के अवसर बंद किए जा रहे हैं, छंटनी की प्रक्रिया अपनाने की कोशिश की जा रही है, कर्मचारियों को वेतन नहीं दिया जा रहा है, हक मांगने पर लोगों पर दमनात्मक कार्रवाई की जा रही है.

उन्होंने कहा कि बोकारो स्टील का प्रबंधन केंद्र सरकार के हाथ में है, सुरक्षा व्यवस्था गृह मंत्रालय के अधीन सीआईएसएफ के हाथ में है. सीआईएसएफ द्वारा लाठीचार्ज के बाद केंद्र सरकार की सहयोगी आजसू घटना के विरोध में बोकारो बंद में अपनी भूमिका निभा रही है. इससे यह स्पष्ट होता है कि केंद्र सरकार अपने सहयोगियों के बीच भी अपनी विश्वसनीयता खो चुकी है और यदि नहीं तो मोदी सरकार जानबूझकर बोकारो की जनता और आंदोलनकारियों की आंखों में धूल झोंकने का प्रयास कर रही है.

उन्होंने कहा कि केंद्र में 11 साल और झारखंड में 17 साल तक भाजपा की सरकार रही. बोकारो के विधायक और सांसद भाजपा के ही थे, लेकिन उन सभी की आंखों पर पट्टी बंधी थी. आज जब कांग्रेस की विधायक श्वेता सिंह विस्थापितों के संघर्ष में शामिल हुईं तो कुटिल नीतियों के रास्ते पर चलने वाली भाजपा सक्रिय हो गई और शांतिपूर्ण आंदोलन को हिंसा के रास्ते पर ले जाने का प्रयास कर रही है, जिसका कांग्रेस विरोध करती है.

यह भी पढ़ें:

झारखंड कांग्रेस मंथन कार्यक्रम का चौथा दिन: नागरिक संगठनों के प्रतिनिधियों के जानें विचार, कैसे राज्य में सशक्त होगी पार्टी?

झारखंड कांग्रेस अपनी टीम बनाने के लिए तलाश रही निष्ठावान कार्यकर्ता, बीजेपी ने कसा तंज- झामुमो की पूंछ पकड़ने से कैसे मिलेंगे पार्टी वर्कर

चार महीने से बिना टीम के कप्तान बने हैं झारखंड प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष केशव महतो कमलेश! जानिए नई टीम की घोषणा पर क्या दिया बयान

रांची: बोकारो में नियमित रोजगार की मांग कर रहे विस्थापित आंदोलनकारियों पर हुए बर्बर लाठीचार्ज और एक व्यक्ति की मौत के लिए कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष केशव महतो कमलेश ने केंद्रीय गृह मंत्री और भारी उद्योग मंत्री को जिम्मेदार ठहराया है. उन्होंने कहा कि बोकारो में अपने अधिकार की मांग कर रहे विस्थापितों पर जिस तरह से सीआईएसएफ ने बर्बरता दिखाई है, उससे यह स्पष्ट हो गया है कि भाजपा शासन में न्याय की उम्मीद और अपने अधिकार की मांग करने का नतीजा मारपीट और मौत के रूप में सामने आता है.

केशव महतो कमलेश ने कहा कि अपने अधिकार की मांग कर रहे स्थानीय निवासियों पर की गई कार्रवाई न केवल निंदनीय है बल्कि अमानवीय भी है. विस्थापित निवासी अपनी मांगों को लेकर लगातार बोकारो स्टील प्रबंधन के समक्ष आंदोलन कर रहे हैं लेकिन केंद्र सरकार के मंत्री उनकी मांगों को नजरअंदाज कर आंदोलन को कुचलने का प्रयास करते रहे हैं. झारखंड के निवासी संघर्ष करते हैं और परिणाम अपने पक्ष में लाते हैं, इसलिए केंद्र को इस भ्रम में नहीं रहना चाहिए कि उसकी बर्बरता के कारण स्थानीय लोग अपने अधिकार की मांग छोड़ देंगे.

कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष का बयान (ईटीवी भारत)

उन्होंने कहा कि कांग्रेस विस्थापित आंदोलनकारियों के साथ है और केंद्र सरकार को उनकी सभी जायज मांगों को मानना ​​होगा. कांग्रेस विस्थापितों के संघर्ष में तब तक साथ देगी, जब तक मांगें पूरी नहीं हो जातीं और आंदोलनकारी संतुष्ट नहीं हो जाते.

प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि झारखंड के सार्वजनिक उपक्रमों (पीएसयू) पर भाजपा की गिद्ध दृष्टि है. एक रोड मैप के तहत मोदी सरकार धीरे-धीरे देश के पीएसयू को अपने मित्रों की कंपनियों के हवाले कर रही है. इसी क्रम में एक योजना के तहत औद्योगिक अराजकता पैदा कर झारखंड के उद्यमों को बंदी के कगार पर पहुंचाने की कोशिश की जा रही है, नियमित रोजगार के अवसर बंद किए जा रहे हैं, छंटनी की प्रक्रिया अपनाने की कोशिश की जा रही है, कर्मचारियों को वेतन नहीं दिया जा रहा है, हक मांगने पर लोगों पर दमनात्मक कार्रवाई की जा रही है.

उन्होंने कहा कि बोकारो स्टील का प्रबंधन केंद्र सरकार के हाथ में है, सुरक्षा व्यवस्था गृह मंत्रालय के अधीन सीआईएसएफ के हाथ में है. सीआईएसएफ द्वारा लाठीचार्ज के बाद केंद्र सरकार की सहयोगी आजसू घटना के विरोध में बोकारो बंद में अपनी भूमिका निभा रही है. इससे यह स्पष्ट होता है कि केंद्र सरकार अपने सहयोगियों के बीच भी अपनी विश्वसनीयता खो चुकी है और यदि नहीं तो मोदी सरकार जानबूझकर बोकारो की जनता और आंदोलनकारियों की आंखों में धूल झोंकने का प्रयास कर रही है.

उन्होंने कहा कि केंद्र में 11 साल और झारखंड में 17 साल तक भाजपा की सरकार रही. बोकारो के विधायक और सांसद भाजपा के ही थे, लेकिन उन सभी की आंखों पर पट्टी बंधी थी. आज जब कांग्रेस की विधायक श्वेता सिंह विस्थापितों के संघर्ष में शामिल हुईं तो कुटिल नीतियों के रास्ते पर चलने वाली भाजपा सक्रिय हो गई और शांतिपूर्ण आंदोलन को हिंसा के रास्ते पर ले जाने का प्रयास कर रही है, जिसका कांग्रेस विरोध करती है.

यह भी पढ़ें:

झारखंड कांग्रेस मंथन कार्यक्रम का चौथा दिन: नागरिक संगठनों के प्रतिनिधियों के जानें विचार, कैसे राज्य में सशक्त होगी पार्टी?

झारखंड कांग्रेस अपनी टीम बनाने के लिए तलाश रही निष्ठावान कार्यकर्ता, बीजेपी ने कसा तंज- झामुमो की पूंछ पकड़ने से कैसे मिलेंगे पार्टी वर्कर

चार महीने से बिना टीम के कप्तान बने हैं झारखंड प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष केशव महतो कमलेश! जानिए नई टीम की घोषणा पर क्या दिया बयान

Last Updated : April 5, 2025 at 7:58 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.