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गिरते जलस्तर के बीच तालाब पर कब्जा की होड़, जनप्रतिनिधियों ने आंदोलन की दी चेतावनी - COMPETITION TO CAPTURE POND

बालोद के बोडरा गांव में तालाब पर कब्जा करने का मामला सामने आया है.जिसमें जनप्रतिनिधियों ने आंदोलन की चेतावनी दी है.

Competition to capture pond
गिरते जलस्तर के बीच तालाब पर कब्जा की होड़ (ETV BHARAT CHHATTISGARH)
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By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : April 9, 2025 at 5:12 PM IST

3 Min Read

बालोद : बालोद जिले के ग्राम बोडरा में जलसंकट के बीच तालाब में अतिक्रमण करने का मामला सामने आया हैं. जिस पर जनपद पंचायत के उपाध्यक्ष दुर्गानंद साहू ने कार्रवाई करने की मांग की है.ऐसा ना होने पर भूख हड़ताल की चेतावनी प्रशासन को दी गई है.आपको बता दें कि दुर्गानंद साहू भारतीय जनता पार्टी समर्थित जनपद के उपाध्यक्ष हैं. दुर्गानंद के मुताबिक गुरूर ब्लॉक डेंजर जोन में है प्रशासन जल संरक्षण के लिए नए नए काम कर रही है. लेकिन ग्राम बोडरा में जल संरक्षण के एक प्रमुख स्त्रोत जिसे तालाब सरार कहा जाता है उस पर कब्जा किया जा रहा है.

कब्जा कर बेचे देते हैं ग्रामीण : जनपद पंचायत उपाध्यक्ष दुर्गानंद साहू ने बताया कि मामले में तहसीलदार और अनुविभागीय अधिकारी राजस्व को पूरे मामले की सूचना दे दी गई है. ये बहुत ही गंभीर मामला है.

गिरते जलस्तर के बीच तालाब पर कब्जा की होड़ (ETV BHARAT CHHATTISGARH)
Competition to capture pond
तालाब को मार रहे हैं कब्जाधारी (ETV BHARAT CHHATTISGARH)

इस गांव में पहले भी ऐसे मामले सामने आए हैं जिसे कब्जा कर बेच दिया गया है.ये तालाब निस्तार का एक प्रमुख साधन है. मवेशियों से लेकर लोगों के लिए जीवन यापन के लिए यह एक महत्वपूर्ण स्थान है जिसे अब कब्जा किया जा रहा है- दुर्गानंद साहू, उपाध्यक्ष जनपद पंचायत बालोद



आंदोलन की चेतावनी, प्रस्ताव बनाकर तोड़ेंगे कब्जा : इस पूरे मामले पर जनपद पंचायत के उपाध्यक्ष चतुर्थ आनंद साहू ने राजस्व अधिकारी से चर्चा की. उन्होंने बताया कि एक प्रस्ताव बनाकर अवैध कब्जे को तोड़ने के लिए कहा गया है.यदि ऐसा नहीं हुआ तो ग्रामीण धरना प्रदर्शन और भूख हड़ताल से पीछे नहीं हटेंगे. क्योंकि ये पेयजल और निस्तार से जुड़ी हुई समस्या है जिसका निराकरण होना ही चाहिए.

Competition to capture pond
गिरते जलस्तर के बीच तालाब पर कब्जा की होड़ (ETV BHARAT CHHATTISGARH)



आपको बता दें कि बोडरा गांव का यह छोटा तालाब जल संरक्षण का और रिचार्ज होने का एक प्रमुख स्रोत है. लेकिन गांव के ही कुछ लोग इस तालाब के किनारे किनारे पूरा कब्जा किया गया है बल्कि पूरा कलम ही तालाब में उतार दिया गया है. वहां पर भवन बनाने की कोशिश की जा रही है. जिस पर भारतीय जनता पार्टी के जनपद पंचायत के उपाध्यक्ष ने पूरा मामला उठाया है. उनका कहना है कि कुछ महीनों में बारिश होने वाली है. बारिश में यहां जल भराव होता है.वो भूमिगत जल स्तर बढ़ाने में मददगार साबित होने वाला एक महत्वपूर्व स्त्रोत है. ऐसे में इस पर कब्जा करना समझ से परे हैं.

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कब्जा कर बेचे देते हैं ग्रामीण : जनपद पंचायत उपाध्यक्ष दुर्गानंद साहू ने बताया कि मामले में तहसीलदार और अनुविभागीय अधिकारी राजस्व को पूरे मामले की सूचना दे दी गई है. ये बहुत ही गंभीर मामला है.

गिरते जलस्तर के बीच तालाब पर कब्जा की होड़ (ETV BHARAT CHHATTISGARH)
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तालाब को मार रहे हैं कब्जाधारी (ETV BHARAT CHHATTISGARH)

इस गांव में पहले भी ऐसे मामले सामने आए हैं जिसे कब्जा कर बेच दिया गया है.ये तालाब निस्तार का एक प्रमुख साधन है. मवेशियों से लेकर लोगों के लिए जीवन यापन के लिए यह एक महत्वपूर्ण स्थान है जिसे अब कब्जा किया जा रहा है- दुर्गानंद साहू, उपाध्यक्ष जनपद पंचायत बालोद



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गिरते जलस्तर के बीच तालाब पर कब्जा की होड़ (ETV BHARAT CHHATTISGARH)



आपको बता दें कि बोडरा गांव का यह छोटा तालाब जल संरक्षण का और रिचार्ज होने का एक प्रमुख स्रोत है. लेकिन गांव के ही कुछ लोग इस तालाब के किनारे किनारे पूरा कब्जा किया गया है बल्कि पूरा कलम ही तालाब में उतार दिया गया है. वहां पर भवन बनाने की कोशिश की जा रही है. जिस पर भारतीय जनता पार्टी के जनपद पंचायत के उपाध्यक्ष ने पूरा मामला उठाया है. उनका कहना है कि कुछ महीनों में बारिश होने वाली है. बारिश में यहां जल भराव होता है.वो भूमिगत जल स्तर बढ़ाने में मददगार साबित होने वाला एक महत्वपूर्व स्त्रोत है. ऐसे में इस पर कब्जा करना समझ से परे हैं.

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