कोरबा: केंद्रीय कोयला मंत्री जी किशन रेड्डी गुरुवार को छत्तीसगढ़ प्रवास पर रहे. इस दौरान केंद्रीय कोयला मंत्री दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी कोयला खदान गेवरा पहुंचे. यहां उन्होंने कोयला खदान का निरीक्षण किया. व्यू प्वाइंट से खदान में संचालित गतिविधियों का जायजा लिया. कोयला खनन में लगे कोयला कर्मचारियों से मुलाकात की. अधिकारियों से खनन संबंधी जानकारी ली, घटते प्रोडक्शन पर चिंता जाहिर की, खामियों को दूर करने की बात भी कही. केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों के खदान में तैनात होने के बाद भी गंभीर आपराधिक घटनाएं होने के सवाल पर उन्होंने इसपर संज्ञान में लेने की बात कही. कानून व्यवस्था के प्रश्न पर सीएम विष्णु देव साय से चर्चा करने की बात भी केंद्रीय कोयला मंत्री जी किशन रेड्डी ने कही है.
दुनिया के दूसरे सबसे बड़े कोल खदान पहुंचे मंत्री: भारत सरकार में केंद्रीय कोयला और खान मंत्री जी किशन रेड्डी ने एसईसीएल गेवरा खदान में कोयला उत्खनन-परिवहन की प्रक्रिया देखी. उन्होंने यहां आधुनिक तकनीकों के साथ किए जा रहे कोयला उत्पादन की प्रक्रिया को समझने के साथ ही खदान क्षेत्र में शावेल मशीन और डम्फर में चढ़कर लोडिंग और परिवहन की स्थिति को जाना. खदान के सरफेस एरिया में जाकर उन्होंने सरफेस माइनर से कोयला कटिंग को देखने के साथ ही हाथों में कोयला उठाकर क्वालिटी को परखा. ट्रैक में कोयला लोडिंग की जानकारी ली. व्यू पॉइंट स्थल पर पॉवर पॉइंट प्रजेंटेशन के माध्यम से एसईसीएल क्षेत्र में कोयला उत्पादन को लेकर किये जा रहे कार्य, परिवहन, तकनीकी समावेश, सामुदायिक विकास, पर्यावरण संरक्षण गतिविधियों को भी जाना.
एसईसीएल के अफसरों से ली जानकारी: मौके पर उपस्थित एसईसीएल के अधिकारियों ने कोयला उत्पादन को बढ़ाने की दिशा में भविष्य की योजनाओं की भी जानकारी दी. केंद्रीय मंत्री रेड्डी ने कहा कि प्रधानमंत्री श्नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश मे ऊर्जा जरूरतों को पूरा करने के लिए पूरी पारदर्शिता और दृढ़ता के साथ काम किया जा रहा है. इसके लिए पर्यावरण के हितों का पूरा ध्यान रखा जा रहा है.


खनिकों को सम्मानित कर साथ में किया भोजन: केंद्रीय कोयला एवं खान मंत्री जी किशन रेड्डी ने जापानी मियावाकी तकनीक से विकसित वृक्षारोपण स्थल का भी दौरा किया और कर्मचारियों के लिए निर्मित 'कल्याण मंडप' का उद्घाटन किया और पौधरोपण भी किया. जी किशन रेड्डी ने कहा कि भारत की 70% से अधिक बिजली कोयले से उत्पन्न होती है. हमारा कोयला खनिक देश का सच्चा ऊर्जा प्रहरी है. मंत्री ने खनन कार्य में लगे कर्मचारियों को सम्मानित किया और उनके साथ भोजन भी किया. इस अवसर पर कोल इंडिया लिमिटेड के चेयरमैन पीएम प्रसाद, कोयला मंत्रालय संयुक्त सचिव बीपी पति, एसईसीएल के अध्यक्ष सह प्रबंध निदेशक हरीश दुहन सहित कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे.

''मंत्री बनने के बाद छत्तीसगढ़ का पहला दौरा'': मीडिया से चर्चा करते हुए केंद्रीय कोयला मंत्री रेड्डी ने कहा कि मंत्री बनने के बाद में पहली बार छत्तीसगढ़ के दौरे पर आया हूं. यह माइंस दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा माइंस है. देश का सबसे बड़ा खदान है. आज मैं पहली बार आया हूं, आज सुबह में अलग-अलग जगह में लोगों से मिला हूं और लोगों का फीडबैक लिया हूं. ऑफिसर्स का भी फीडबैक लिया है.

अब जब मैं अगली बार आऊंगा तब एक दो दिन इधर रुक कर जाऊंगा और समीक्षा करूंगा. लोगों से सुझाव लूंगा, ताकि काम करने में आसानी हो. देश भर में हमारा जो प्रोडक्शन कम हुआ है, हम टारगेट से पीछे चल रहे हैं, जितना हमें जरूरत है, जितना चाहिए. उससे भी ज्यादा प्रोडक्शन हो इस पर हमारा फोकस है: जी किशन रेड्डी, केंद्रीय कोयला मंत्री
कोयला प्रोडक्शन में कमी: जी किशन रेड्डी ने कहा कि इस वर्ष इस गेवरा में कोयले का प्रोडक्शन थोड़ा कम हुआ है. इस संबंध में अधिकारियों से जानकारी ली है. अभी बैठक भी करूंग. आज रात को भी मैं छत्तीसगढ़ में ही हूं, हम आगे क्या बेहतर कर सकते हैं. केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हम वर्कर्स का वेलफेयर एक्टिविटी पर भी चर्चा करेंगे और इस दिशा में भी हम आगे बढ़ेंगे. इसके साथ-साथ कोल अफेक्टेड एरिया में जो कोल माइनिंग हुआ है उसपर भी ध्यान देंगे. कोयला निकाल लेने के बाद जो जमीन खाली हुई है उसका कैसे डेवलपमेंट करना है, आने वाले समय में इस विषय में भी कार्य योजना बनाएंगे.

कोल इंडिया पावर सेक्टर: कोरबा में कोल इंडिया द्वारा पावर सेक्टर के क्षेत्र में किए कार्यों के प्रश्न पर उन्होंने कहा कि इस विषय में भी चर्चा करेंगे. क्योंकि आज एनवायरनमेंट के दृष्टिकोण से ग्रीन एनर्जी डेवलप करना चाहिए. इंटरनेशनल समझौते में हमारी भागीदारी है. उसके आधार पर आने वाले दिनों में थर्मल पावर से ज्यादा ग्रीन एनर्जी का विस्तार करेंगे.

सीएम से चर्चा का दिया भरोसा: केंद्रीय कोयला मंत्री ने कोयला खदानों में सीआईएसफ, त्रिपुरा राइफल्स जैसे केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों के तैनात होने के बाद भी हत्या जैसी घटनाओं के प्रश्न पर उन्होंने कहा कि हम लॉ एंड आर्डर के विषय पर मुख्यमंत्री से चर्चा करेंगे. कोल इंडिया में मेडिकल अनफिट होने के बाद उसके स्थान पर दूसरे को नियुक्ति नहीं दी जाती इस सवाल के जवाब में कोयला मंत्री ने कहा कि इसमें पॉलिसी इशू है. इस विषय में भी चर्चा करेंगे.