फिरोजाबाद: समाजवादी पार्टी के नेता और राज्यसभा सांसद रामजी लाल सुमन ने कहा है कि केन्द्र की मौजूदा मोदी सरकार के कार्यकाल में देश मे सौहार्द बिगड़ा है और दलितों का उत्पीड़न भी बढ़ा है.
उन्होंने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी इतिहास पढ़ने की सलाह दी और कहा कि आरएसएस पर प्रतिबंध सरदार बल्लभ भाई पटेल ने ही लगाया था.फिरोजाबाद में निजी कार्यक्रम में पहुंचे राज्यसभा सांसद रामजीलाल सुमन ने केंद्र और राज्य सरकार पर जमकर साधा निशाना.
समाजवादी पार्टी के राज्यसभा सांसद रामजीलाल सुमन मंगलवार को फिरोजाबाद में एक निजी कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे. इस दौरान मीडिया से बातचीत में उन्होंने केंद्र की मोदी सरकार और उत्तर प्रदेश की योगी सरकार पर तीखा हमला बोला.
सांसद सुमन ने केंद्र सरकार के 11 वर्षों के कार्यकाल को आम जनता के लिए निराशाजनक और हताशाजनक बताया. उन्होंने कहा कि जनता ही असली पैमाना होती है. सरकार आंकड़ों से नहीं, जनविश्वास से चलती है. इन 11 वर्षों में सामाजिक सौहार्द बुरी तरह बिगड़ा है. '
ग्वालियर हाईकोर्ट में डॉ. भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा अब तक न लगने पर उन्होंने नाराजगी जताई. राज्यसभा सांसद रामजीलाल सुमन ने कहा कि यह बेहद शर्मनाक है. इसके लिए पूरी तरह से मध्यप्रदेश सरकार जिम्मेदार है. उन्होंने कहा कि सरकार के पास असीमित ताकत होती है.
सरकार को इस ताकत का उपयोग कर ग्वालियर हाईकोर्ट में बाबा साहब की मूर्ति तत्काल लगवानी चाहिए. जब जयपुर हाईकोर्ट में मनु की मूर्ति लग सकती है, तो फिर ग्वालियर कोर्ट में बाबा साहब की मूर्ति क्यों नहीं लग सकती. सांसद सुमन ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर पलटवार करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री को इतिहास पढ़ना चाहिए. सरदार वल्लभभाई पटेल ने ही आरएसएस पर प्रतिबंध लगाया था.
देशभर में बढ़ते दलित उत्पीड़न पर उन्होंने कहा कि अपराधियों को सरकार से ताकत मिलती नजर आ रही है. यह लोकतंत्र और सामाजिक न्याय दोनों के लिए खतरे की बात है. पीओके (पाक अधिकृत कश्मीर) के मुद्दे पर भी उन्होंने कहा कि अगर पीओके भारत का हिस्सा है, तो युद्धविराम क्यों किया गया. भारत सरकार ने अमेरिका के आगे घुटने क्यों टेक दिए.