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हिमाचल में आज पेश होगा बजट, ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए हो सकते हैं बड़े ऐलान - HIMACHAL BUDGET 2025

हिमाचल प्रदेश विधानसभा में आज सीएम सुक्खू अपने कार्यकाल का तीसरा बजट पेश करेंगे. आज बजट में कई अहम घोषणाएं की जा सकती हैं.

Himachal Budget 2025
हिमाचल बजट 2025 (ETV Bharat GFX)
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By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : March 17, 2025 at 7:31 AM IST

6 Min Read

शिमला: हिमाचल विधानसभा के बजट सत्र में आज मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू पूर्वाह्न 11 बजे अपने कार्यकाल का तीसरा बजट पेश करेंगे. पहले यह बजट दोपहर बाद 2 बजे पेश करना प्रस्तावित था, लेकिन लोगों को समय पर बजट की जानकारी मिल सके, इसके लिए अब इसमें बदलाव किया गया है. मुख्यमंत्री के इस बजट से लोगों को काफी उम्मीदें हैं. वहीं, सीएम सुक्खू ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने और समाज के कमजोर वर्गों के कल्याण के लगातार प्रयास कर रहे हैं. ऐसे में सोमवार को पेश होने वाले बजट में किसानों, बागवानों और पशुपालकों की आय बढ़ाने के लिए बजट में कई बड़े ऐलान हो सकते हैं.

हेल्थ सेक्टर में बड़े ऐलान की उम्मीद

इसी तरह के समाज के कमजोर वर्गों के लिए भी बजट में बड़ी घोषणाएं की जा सकती हैं. इसी तरह से मुख्यमंत्री विभिन्न मंचों के जरिए प्रदेश के भीतर ही लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं देने की बात करते हैं, ताकि लोगों को इलाज के लिए हिमाचल से बाहर न जाना पड़े. ऐसे में मुख्यमंत्री हेल्थ सेक्टर में सुधार को लेकर बड़ा ऐलान कर सकते हैं. वहीं, प्रदेश की वित्तीय स्थिति ठीक नहीं है और केंद्र की तरफ से हिमाचल को मिलने वाली ग्रांट में कट लगा है, इस हिसाब से पिछले साल की तुलना में बजट का साइज अधिक बढ़ने के आसार कम ही नजर आ रहे हैं. ऐसे में इस बार के बजट में लोकलुभावन और बड़ी घोषणाएं कम हो सकती हैं.

मनरेगा श्रमिकों की बढ़ सकती है दिहाड़ी!

हिमाचल में ग्रामीण अर्थव्यवस्था का मनरेगा भी एक आधार है. 16 मार्च 2025 के आंकड़े के मुताबिक प्रदेश में कुल जॉब कार्ड धारकों की संख्या 9.79 लाख है. वहीं, इन जॉब कार्डों के तहत मनरेगा श्रमिकों की संख्या 14.55 लाख है. वर्तमान में प्रदेश में मनरेगा श्रमिकों को 300 रुपए दिहाड़ी दी जा रही है. प्रदेश की सुक्खू सरकार ने ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए दिहाड़ी 240 रुपए से बढ़ाकर 300 रुपए की थी. यानी सरकार ने मनरेगा के तहत दी जाने वाली दिहाड़ी में एकमुश्त 60 रुपए की बढ़ोतरी की थी. मनरेगा के इतिहास में कभी भी प्रदेश में दिहाड़ी में एकमुश्त इतनी अधिक बढ़ोतरी नहीं की गई थी. ऐसे में इस बार भी ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए मनरेगा की दिहाड़ी बढ़ाई जा सकती है.

दूध खरीद के मूल्य में बढ़ोतरी!

हिमाचल में कांग्रेस में अपने चुनावी वादे में पशुपालकों को भैंस का दूध 100 रुपए किलो और गाय का दूध 80 रुपए किलो खरीदने का वादा किया था, लेकिन सरकार बनने के बाद पशुपालकों से अभी भैंस का दूध 55 रुपए किलो और गाय का दूध 45 रुपए किलो खरीदा जा रहा है. वहीं, सरकार ने चरणबद्ध तरीके से दूध का खरीद मूल्य बढ़ाने की बात कही है. ऐसे में लाखों ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए मिल्कफेड के जरिए किए जाने वाले दूध खरीद के मूल्य में बढ़ोतरी संभव है. जिससे लाखों पशुपालकों को राहत मिल सकती है. इसी तरह से सरकार प्राकृतिक खेती की तकनीक से तैयार मक्की को 30 रुपए किलो और गेहूं को 40 रुपए किलो खरीद रही है. ऐसे में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए भी बजट में ऐलान हो सकता है.

इनका बढ़ेगा का मानदेय!

हिमाचल में लाखों आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, सहायिकाओं, मिड डे मील वर्करों, पंचायत चौकीदारों, मल्टी टास्क वर्करों, पंप ऑपरेटरों, वाटर कैरियर का मानदेय भी बढ़ सकता था. पिछले बजट में भी इनके मानदेय में बढ़ोतरी की गई थी. इसी तरह से पंचायती राज संस्थाओं और शहरी निकायों में भी जन प्रतिनिधियों के मानदेय में वृद्धि होगी.

बढ़ेगी सामाजिक सुरक्षा पेंशन!

प्रदेश सरकार समाज में हर वर्ग की आर्थिकी मजबूत करने का दावा कर रही है. ऐसे में प्रदेश में सामाजिक सुरक्षा पेंशन पाने वाले लाभार्थियों के लिए भी इस बजट में राहत मिलने की उम्मीद है. प्रदेश सरकार वर्ष 2025-26 के लिए पेश किए जाने वाले बजट में सामाजिक सुरक्षा पेंशन में बढ़ोतरी का ऐलान कर सकती है. प्रदेश में वर्तमान में सामाजिक सुरक्षा पेंशन पाने वाले लाभार्थियों की संख्या लाख 24 हजार 929 है.

नौकरी का खुलेगा पिटारा!

प्रदेश में युवाओं के लिए नौकरियों का पिटारा खुल सकता है. प्रदेश में चल रहे विधानसभा बजट सत्र में सीएम सुक्खू ने निजी और सरकार क्षेत्र में 42 हजार युवाओं को नौकरी देने का दावा किया था. वहीं, इस बार भी सरकार विभिन्न विभागों में नौकरी देने का ऐलान कर सकती है. इसी तरह से स्वास्थ्य सुविधाओं को मजबूत करने के लिए डॉक्टर, नर्स के साथ पैरामेडिकल स्टाफ की भर्ती को लेकर भी बजट में बड़ी घोषणाएं हो सकती हैं. इसके अलावा मरीजों की सुविधा के लिए मेडिकल कॉलेज और बड़े अस्पतालों में एक्सरे, सीटी स्कैन, एमआरआई और दूसरे उपकरणों की खरीद को लेकर ऐलान किया जा सकता है.

इसको लेकर भी ऐलान

मुख्यमंत्री वर्ष 2026 तक हिमाचल को ग्रीन राज्य बनाने का दावा कर रहे हैं. ऐसे में बजट में इलेक्ट्रिक व्हीकल की खरीद पर सब्सिडी का ऐलान किया जा सकता है, ताकि लोगों को इलेक्ट्रिक वाहनों की खरीद के लिए प्रोत्साहित किया जा सके. वहीं, प्रदेश में सोलर पावर प्रोजेक्ट लगाने को लेकर भी सीएम सुक्खू घोषणाएं कर सकते हैं. प्रदेश में टूरिज्म भी आर्थिकी का एक बड़ा आधार है. ऐसे में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए भी बजट में बड़ा ऐलान हो सकता है. वहीं, प्रदेश में विधायक निधि में भी वृद्धि की घोषणा की जा सकती है.

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शिमला: हिमाचल विधानसभा के बजट सत्र में आज मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू पूर्वाह्न 11 बजे अपने कार्यकाल का तीसरा बजट पेश करेंगे. पहले यह बजट दोपहर बाद 2 बजे पेश करना प्रस्तावित था, लेकिन लोगों को समय पर बजट की जानकारी मिल सके, इसके लिए अब इसमें बदलाव किया गया है. मुख्यमंत्री के इस बजट से लोगों को काफी उम्मीदें हैं. वहीं, सीएम सुक्खू ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने और समाज के कमजोर वर्गों के कल्याण के लगातार प्रयास कर रहे हैं. ऐसे में सोमवार को पेश होने वाले बजट में किसानों, बागवानों और पशुपालकों की आय बढ़ाने के लिए बजट में कई बड़े ऐलान हो सकते हैं.

हेल्थ सेक्टर में बड़े ऐलान की उम्मीद

इसी तरह के समाज के कमजोर वर्गों के लिए भी बजट में बड़ी घोषणाएं की जा सकती हैं. इसी तरह से मुख्यमंत्री विभिन्न मंचों के जरिए प्रदेश के भीतर ही लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं देने की बात करते हैं, ताकि लोगों को इलाज के लिए हिमाचल से बाहर न जाना पड़े. ऐसे में मुख्यमंत्री हेल्थ सेक्टर में सुधार को लेकर बड़ा ऐलान कर सकते हैं. वहीं, प्रदेश की वित्तीय स्थिति ठीक नहीं है और केंद्र की तरफ से हिमाचल को मिलने वाली ग्रांट में कट लगा है, इस हिसाब से पिछले साल की तुलना में बजट का साइज अधिक बढ़ने के आसार कम ही नजर आ रहे हैं. ऐसे में इस बार के बजट में लोकलुभावन और बड़ी घोषणाएं कम हो सकती हैं.

मनरेगा श्रमिकों की बढ़ सकती है दिहाड़ी!

हिमाचल में ग्रामीण अर्थव्यवस्था का मनरेगा भी एक आधार है. 16 मार्च 2025 के आंकड़े के मुताबिक प्रदेश में कुल जॉब कार्ड धारकों की संख्या 9.79 लाख है. वहीं, इन जॉब कार्डों के तहत मनरेगा श्रमिकों की संख्या 14.55 लाख है. वर्तमान में प्रदेश में मनरेगा श्रमिकों को 300 रुपए दिहाड़ी दी जा रही है. प्रदेश की सुक्खू सरकार ने ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए दिहाड़ी 240 रुपए से बढ़ाकर 300 रुपए की थी. यानी सरकार ने मनरेगा के तहत दी जाने वाली दिहाड़ी में एकमुश्त 60 रुपए की बढ़ोतरी की थी. मनरेगा के इतिहास में कभी भी प्रदेश में दिहाड़ी में एकमुश्त इतनी अधिक बढ़ोतरी नहीं की गई थी. ऐसे में इस बार भी ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए मनरेगा की दिहाड़ी बढ़ाई जा सकती है.

दूध खरीद के मूल्य में बढ़ोतरी!

हिमाचल में कांग्रेस में अपने चुनावी वादे में पशुपालकों को भैंस का दूध 100 रुपए किलो और गाय का दूध 80 रुपए किलो खरीदने का वादा किया था, लेकिन सरकार बनने के बाद पशुपालकों से अभी भैंस का दूध 55 रुपए किलो और गाय का दूध 45 रुपए किलो खरीदा जा रहा है. वहीं, सरकार ने चरणबद्ध तरीके से दूध का खरीद मूल्य बढ़ाने की बात कही है. ऐसे में लाखों ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए मिल्कफेड के जरिए किए जाने वाले दूध खरीद के मूल्य में बढ़ोतरी संभव है. जिससे लाखों पशुपालकों को राहत मिल सकती है. इसी तरह से सरकार प्राकृतिक खेती की तकनीक से तैयार मक्की को 30 रुपए किलो और गेहूं को 40 रुपए किलो खरीद रही है. ऐसे में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए भी बजट में ऐलान हो सकता है.

इनका बढ़ेगा का मानदेय!

हिमाचल में लाखों आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, सहायिकाओं, मिड डे मील वर्करों, पंचायत चौकीदारों, मल्टी टास्क वर्करों, पंप ऑपरेटरों, वाटर कैरियर का मानदेय भी बढ़ सकता था. पिछले बजट में भी इनके मानदेय में बढ़ोतरी की गई थी. इसी तरह से पंचायती राज संस्थाओं और शहरी निकायों में भी जन प्रतिनिधियों के मानदेय में वृद्धि होगी.

बढ़ेगी सामाजिक सुरक्षा पेंशन!

प्रदेश सरकार समाज में हर वर्ग की आर्थिकी मजबूत करने का दावा कर रही है. ऐसे में प्रदेश में सामाजिक सुरक्षा पेंशन पाने वाले लाभार्थियों के लिए भी इस बजट में राहत मिलने की उम्मीद है. प्रदेश सरकार वर्ष 2025-26 के लिए पेश किए जाने वाले बजट में सामाजिक सुरक्षा पेंशन में बढ़ोतरी का ऐलान कर सकती है. प्रदेश में वर्तमान में सामाजिक सुरक्षा पेंशन पाने वाले लाभार्थियों की संख्या लाख 24 हजार 929 है.

नौकरी का खुलेगा पिटारा!

प्रदेश में युवाओं के लिए नौकरियों का पिटारा खुल सकता है. प्रदेश में चल रहे विधानसभा बजट सत्र में सीएम सुक्खू ने निजी और सरकार क्षेत्र में 42 हजार युवाओं को नौकरी देने का दावा किया था. वहीं, इस बार भी सरकार विभिन्न विभागों में नौकरी देने का ऐलान कर सकती है. इसी तरह से स्वास्थ्य सुविधाओं को मजबूत करने के लिए डॉक्टर, नर्स के साथ पैरामेडिकल स्टाफ की भर्ती को लेकर भी बजट में बड़ी घोषणाएं हो सकती हैं. इसके अलावा मरीजों की सुविधा के लिए मेडिकल कॉलेज और बड़े अस्पतालों में एक्सरे, सीटी स्कैन, एमआरआई और दूसरे उपकरणों की खरीद को लेकर ऐलान किया जा सकता है.

इसको लेकर भी ऐलान

मुख्यमंत्री वर्ष 2026 तक हिमाचल को ग्रीन राज्य बनाने का दावा कर रहे हैं. ऐसे में बजट में इलेक्ट्रिक व्हीकल की खरीद पर सब्सिडी का ऐलान किया जा सकता है, ताकि लोगों को इलेक्ट्रिक वाहनों की खरीद के लिए प्रोत्साहित किया जा सके. वहीं, प्रदेश में सोलर पावर प्रोजेक्ट लगाने को लेकर भी सीएम सुक्खू घोषणाएं कर सकते हैं. प्रदेश में टूरिज्म भी आर्थिकी का एक बड़ा आधार है. ऐसे में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए भी बजट में बड़ा ऐलान हो सकता है. वहीं, प्रदेश में विधायक निधि में भी वृद्धि की घोषणा की जा सकती है.

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