नई दिल्ली: मुस्तफाबाद इमारत गिरने की घटना पर दिल्ली की सीएम रेखा गुप्ता का कहना है, यह बहुत ही संवेदनशील मामला है कि जिस तरह से सभी नियमों की धज्जियां उड़ाकर ऐसी कमजोर इमारतों का निर्माण किया जा रहा है, ऐसे निर्माण के लिए जो भी अधिकारी दोषी हैं, उन्हें भी दंडित किया जाना चाहिए. इसमें शामिल ठेकेदार या बिल्डर को भी दंडित किया जाना चाहिए और पूरे शहर में ऐसी सभी इमारतों को अधिसूचित किया जाना चाहिए और उनके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए. यह हम सभी के लिए बहुत दुखद है कि इस तरह की दुर्घटनाओं के कारण लोग मर रहे हैं.
मुस्तफाबाद इलाके के दयालपुर में हुए बिल्डिंग करने की घटना की सूचना मिलने के बाद क्षेत्र के विधायक और दिल्ली विधानसभा के डिप्टी स्पीकर मोहन सिंह बिष्ट मौके पर पहुंचे. उन्होंने राहत बचाव कार्य का जायजा लिया. मोहन सिंह बिष्ट ने बताया कि उन्होंने बिल्डिंग बायलॉज का उल्लंघन कर बनाए गए बिल्डिंग को लेकर निगम के कमिश्नर को आगाह किया था. लेकिन इसके बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई. नियमों के तात्पर्य रखकर 25 -30 मी के प्लाट पर 5 से 6 मंजिला बिल्डिंग बन रही है. बिजली विभाग भी उसमें मीटर लगा रहा है.कोई इसे रोकने रोकने वाला नहीं है. जिसकी वजह से यह हादसे हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि इस पूरे हादसे के लिए दिल्ली नगर निगम और बिजली विभाग भी जिम्मेदार है.
#WATCH | On the Mustafabad building collapse incident, Delhi CM Rekha Gupta says, " it is a very sensitive issue that the way such weak buildings are being constructed, by flouting all the rules, the officers who are guilty of such construction should also be punished. contractor… pic.twitter.com/2P71tKRv52
— ANI (@ANI) April 19, 2025
#WATCH | Delhi | On the Mustafabad building collapse incident, BJP MP Manoj Tiwari says, " ... this incident is not just saddening but also alarming. i have been told that the four-storey building was built on an extremely thin wall... people need to be more careful. this incident… pic.twitter.com/wUy5sP8W9h
— ANI (@ANI) April 19, 2025
उत्तर पूर्वी जिले के मुस्तफाबाद इलाके के दयालपुर में सुबह करीब ढ़ाई बजे एक चार मंजिला इमारत गिरने से 4 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई और 15 से ज्यादा लोग घायल हैं. अभी मलबे में और भी लोगों के दबे होने की आशंका जताई जा रही है. दिल्ली पुलिस, फायर ब्रिगेड और एनडीआरएफ की टीम मलबे से लोगों को निकालने में लगी हुई है.
#WATCH | Delhi: Sandeep Lamba, Additional DCP, North East District, says, " the incident took place at 3 am in the morning. 14 people were rescued, but four among them succumbed...it was a four-storey building...rescue operation is underway. 8-10 people are still feared trapped" https://t.co/lXyDvOqwSY pic.twitter.com/F1BTiUZYcp
— ANI (@ANI) April 19, 2025
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि चार मंजिला बिल्डिंग में दो फ्लोर पर मकान मालिक तहसीन अपने परिवार के साथ रहते थे, जबकि उनके दो फ्लोर पर किराएदार रहते थे. पूरी बिल्डिंग में करीब 20 से 25 लोग रहते थे. सुबह करीब ढ़ाई बजे अचानक बिल्डिंग भरभराकर गिर गई जिससे बिल्डिंग में रह रहे सभी लोग दब गए. अभी तक मलबे से आठ लोगों को निकाला गया है, जिनमें से चार लोगों की मौत हो गई है.
#WATCH | Mustafabad building collapse | An eyewitness says, " two men and two daughters-in-law stay here. the oldest daughter-in-law has three children, second daughter-in-law has three children...right now we don't know anything. they are nowhere to be seen" https://t.co/lXyDvOpZ3q pic.twitter.com/1dbstH6Vn3
— ANI (@ANI) April 19, 2025
इसके अलावा अन्य कई घायलों की भी हालत नाजुक बताई जा रही है. सभी घायलों को ज़ीटीबी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जिनमें से चार लोगों को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया. मरने वालों में मकान मालिक तहसीन के अलावा सलमा (35) भी शामिल हैं, जो यहां अपने परिवार के साथ किराए पर रहती थी. तहसीन के छोटे भाई की पत्नी रेहाना ने बताया कि तहसीन के परिवार में उनके दो बेटे, दो बहुएं, उनके ससुर पत्नी और बाकी किराएदार रहते थे.
#WATCH | On the Mustafabad building collapse incident, Delhi Minister Kapil Mishra says, " it's a painful incident. delhi police and ndrf teams have been working here since night. 4 people lost their lives, 15 have been rescued, and 10 more people are feared trapped in the debris.… pic.twitter.com/ZLP6rin5ya
— ANI (@ANI) April 19, 2025
जब बिल्डिंग गिरी उस समय सभी लोग घर में सो रहे थे जिससे किसी को भी बचने का कोई मौका नहीं मिला. पूरी बिल्डिंग एकदम से ढह गई और सभी लोग उसमें दब गए. रिहाना ने बताया कि उन्हें फोन से सूचना मिली. सूचना मिलते ही वह भाग कर यहां पहुंचे. घायलों का अस्पताल में इलाज जारी है.बताया जा रहा है कि मलवे से और लोगों के निकाले जाने के बाद मृतकों का आंकड़ा बढ़ सकता है.
बिल्डिंग गिरने का कारण अभी पता नहीं चल सका है. पड़ोसियों ने बताया कि बिना पिलर के खड़ी की गई चार मंजिला इमारत ज्यादा पुरानी नहीं थी. यहां पास में ही रहने वाले जुल्फिकार ने बताया कि चार मंजिला बिल्डिंग बिना पिलर के खड़ी की गई थी, जिसकी वजह से वजन बढ़ने से बिल्डिंग भरभराकर गिर गई.
अन्य पड़ोसियों ने बताया कि बिल्डिंग के नीचे दुकान में मरम्मत का काम चल रहा था. नीचे लगे हुए सपोर्ट को हटाकर के दुकान को चौड़ा किया गया था. सपोर्ट के तौर पर जो एक पिलर था उसको भी हटा दिया गया था, जिसकी वजह से रात को ही बिल्डिंग गिर गई, जबकि दिन में ही वह पिलर को हटाने का काम हुआ था..
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