पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार आज से दो दिवसीय दिल्ली दौरे पर हैं. पहले दिन नीति आयोग की बैठक और दूसरे दिन एनडीए शासित मुख्यमंत्रियों की बैठक में शामिल होंगे. बिहार में इसी साल विधानसभा का चुनाव होना है. यही कारण है कि उनका यह दिल्ली दौरा बेहद खास होने जा रहा है. इसके पीछे की वजह ये भी है कि मुख्यमंत्री के इस दौरे में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर भी चर्चा होने की संभावना है.
दिल्ली दौरे पर नीतीश: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दिल्ली पहुंच चुके हैं. वह नई दिल्ली स्थित सीएम आवास में ठहरे हुए हैं. वे 25 मई को बीजेपी नीत एनडीए शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों और उपमुख्यमंत्रियों की बैठक में शामिल होंगे. इस बैठक में सीएम के साथ दोनों उप-मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विजय कुमार सिन्हा भी मौजूद रहेंगे.
#WATCH | Bihar CM Nitish Kumar arrives at his residence in Delhi
— ANI (@ANI) May 24, 2025
In Delhi, he will attend the meeting of Chief Ministers and Deputy Chief Ministers of BJP-led NDA ruled states on May 25. pic.twitter.com/U7h8mk5DtH
नीतीश के दौरे से जेडीयू को उम्मीद: मुख्यमंत्री के दो दिवसीय दिल्ली दौरे से जेडीयू को बहुत उम्मीद है. प्रवक्ता अंजुम आरा का मानना है कि मुख्यमंत्री का दिल्ली दौरा महत्वपूर्ण है, क्योंकि बिहार में यह चुनावी वर्ष है. बिहार के विकास और चुनावी वर्ष की दृष्टि से मुख्यमंत्री का यह दौरा बहुत ही महत्वपूर्ण हो जाता है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बिहार के विकास को लेकर और आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर दिल्ली दौरे पर जा रहे हैं, जहां डेवलपमेंट एवं चुनाव पर भी चर्चा होगी.
"प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फिर से बिहार आ रहे हैं. सभी लोग प्रधानमंत्री का दिल से स्वागत कर रहे हैं, क्योंकि प्रधानमंत्री जब भी बिहार आते हैं तो बिहार को अनेक सौगात मिलती है. इस बार भी उम्मीद है कि प्रधानमंत्री बिहार के लिए कुछ विशेष देकर ही जाएंगे."- अंजुम आरा, प्रवक्ता, जनता दल यूनाइटेड

दो दिवसीय दौरे पर बिहार आएंगे पीएम: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 29 मई को दो दिवसीय दौरे पर बिहार आ रहे हैं. पीएम मोदी 29 मई की शाम पटना पहुंचेंगे. पटना पहुंचने के बाद प्रधानमंत्री पटना के जयप्रकाश नारायण एयरपोर्ट के नए टर्मिनल को ग्रीन बिल्डिंग मॉडल के तौर पर राष्ट्र को समर्पित करेंगे. उसके बाद वह पटना एयरपोर्ट से रोड शो करते हुए बीजेपी के प्रदेश कार्यालय तक जाएंगे. प्रधानमंत्री के भव्य स्वागत की तैयारी की गई है. 29 तारीख की रात प्रधानमंत्री राजभवन में रात्रि विश्राम करेंगे. 30 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रोहतास के बिक्रमगंज में जनसभा को संबोधित करेंगे और बिहार की अनेक योजनाओं का शिलान्यास एवं लोकार्पण भी करेंगे.

बिहार की योजनाओं पर ध्यान: प्रधानमंत्री अपने दो दिवसीय दौरे के दौरान बिहार में करीब 50 हजार करोड़ से अधिक की 16 योजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन करेंगे. पटना और विक्रमगंज से प्रधानमंत्री रेलवे, सड़क, बिजली की योजनाओं का उद्घाटन व शिलान्यास करेंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 36 हजार 915 करोड़ की 4 योजनाओं का उद्घाटन करेंगे. 12 हजार 952 करोड़ की 9 योजनाओं का शिलान्यास करेंगे. पटना जयप्रकाश नारायण एयरपोर्ट के नए टर्मिनल को ग्रीन बिल्डिंग मॉडल के तौर पर राष्ट्र को समर्पित करेंगे. इसके अलावे नवीनगर में 600 मेगावट के पावर प्लांट और बिहटा एयरपोर्ट विस्तारीकरण परियोजनाओं का शिलान्यास होना है.

रेलवे और एयरपोर्ट पर प्राथमिकता: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दो दिवसीय दौरे में जिन योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास होना है, उसमें रेलवे और एयरपोर्ट की कई योजनाएं हैं. पटना में नए एयरपोर्ट टर्मिनल का उद्घाटन और बिहटा एयरपोर्ट के विस्तारित का शिलान्यास, राजधानी पटना के हार्डिंग पार्क में नई रेलवे प्लेटफार्म का शिलान्यास सहित और कई सारी योजनाएं हैं.

बिहार पर केंद्र का फोकस: औरंगाबाद के नवीनगर में फेज-दो के तहत 800 मेगावाट की तीन बिजली इकाई का शिलान्यास होगा, जिसकी लागत 29 हजार 948 करोड़ है. पटना के हार्डिंग पार्क में रेल के नए प्लेटफॉर्म के लिए 95 करोड़ की परियोजना का शिलान्यास, पसौली-मुठहानी के बीच 10 करोड़ की लागत से एफओबी और कर्मनाशा से धनाइछा के बीच एफओबी के निर्माण का शिलान्यास भी होना है. सासाराम से अनुग्रह नारायण रोड के बीच 43 करोड़ की लागत से ऑटोमेटिक ब्लॉक सिग्नलिंग का लोकार्पण, कजरट नवाडीह से सोननगर के बीच 803 करोड़ की लागत से तीसरी लाइन का लोकार्पण और बरकी सलाईया रेलवे स्टेशन पर 7 करोड़ की लागत से फुटओवर ब्रिज का लोकार्पण होना है.

क्या कहते हैं जानकार?: वरिष्ठ पत्रकार कौशलेंद्र प्रियदर्शी का मानना है कि किसी राज्य के मुख्यमंत्री का दिल्ली दौरा महत्वपूर्ण होता है. बिहार में इसी साल विधानसभा का चुनाव होना है और इससे पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दो दिवसीय दिल्ली दौरे पर जा रहे हैं तो यह और भी महत्वपूर्ण हो जाता है. इस दिल्ली दौरे में नीतीश कुमार कई नीतिगत फैसले भी ले सकते हैं. एनडीए शासित मुख्यमंत्री की बैठक में वह शामिल होकर वह अपने विपक्षियों को संदेश देने का प्रयास होगा कि एनडीए पूरी तरीके से बिहार में महागठबंधन के खिलाफ एकजुट है.

सीट बंटवारे पर भी चर्चा संभव: वरिष्ठ पत्रकार कौशलेंद्र प्रियदर्शी का मानना है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के दिल्ली दौरे में विधानसभा चुनाव को लेकर एनडीए गठबंधन में सीटों के बंटवारे पर भी चर्चा हो सकती है. बिहार विधानसभा चुनाव में सीट शेयरिंग का क्या फार्मूला रहेगा, इस पर इसीलिए चर्चा हो सकती है क्योंकि 2020 के लोकसभा चुनाव तक बिहार में बीजेपी बड़े भाई की भूमिका में आ गई थी. इसको कैसे पैचअप किया जाए, इस पर भी चर्चा होगी.

सहयोगी की सीट पर भी होगा मंथन: कौशलेंद्र प्रियदर्शी का कहना है कि बिहार विधानसभा चुनाव से पहले एक बार जेडीयू फिर से बीजेपी पर प्रेशर पॉलिटिक्स का फॉर्मूला अपना सकती है. इसका मुख्य मकसद है कि जेडीयू को विधानसभा चुनाव में ज्यादा से ज्यादा सीट दिया जा सके. एनडीए गठबंधन में इस बात को लेकर अभी से चर्चा हो रही है कि किस दल को कितनी सीट मिलेगी और कौन सी सीट किस घटक दल के कोटे में जाएगी.

"हालांकि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एनडीए शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों और उपमुख्यमंत्रियों की बैठक में शामिल होने जा रहे हैं, हालांकि इस की बैठक में सीटों पर चर्चा नहीं होगी लेकिन प्रधानमंत्री के साथ वह अलग से इस पर चर्चा कर सकते हैं. यही कारण है कि चुनाव से पहले मुख्यमंत्री का यह दिल्ली द्वारा बहुत ही महत्वपूर्ण है, क्योंकि इसमें कई नीतिगत फैसला लिए जा सकते हैं. जिसमें एक सीट शेयरिंग भी शामिल है."- कौशलेंद्र प्रियदर्शी, वरिष्ठ पत्रकार
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