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बैसाखी के मौके पर सीएम नायब सिंह सैनी का बड़ा ऐलान, बोले- "कुरुक्षेत्र में बनेगा सिख संग्रहालय" - SIKH MUSEUM WILL BUILT KURUKSHETRA

बैसाखी के मौके पर सीएम नायब सिंह सैनी का बड़ा ऐलान, बोले- "कुरुक्षेत्र में बनेगा सिख संग्रहालय"

CM Nayab Saini in Gurugram
गुरुग्राम में सीएम सैनी (ETV Bharat)
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By ETV Bharat Haryana Team

Published : April 13, 2025 at 6:49 PM IST

4 Min Read

गुरुग्राम: हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी रविवार को बैसाखी के मौके पर गुरुग्राम के साउथ सिटी-1 स्थित गुरुद्वारा में आयोजित साध संगत में शामिल हुए. इस दौरान सीएम सैनी ने कुरुक्षेत्र में सिक्ख संग्रहालय बनाने बनाने की बात कही. साथ ही मुख्यमंत्री ने गुरुद्वारे में मत्था टेका और सभी को इस पावन दिन की बधाई दी.सीएम सैनी के साथ इस दौरान भारतीय बल्लेबाज शिखर धवन भी मौजूद थे.

किसानों के लिए महत्वपूर्ण है बैसाखी: गुरुग्राम में सीएम ने कहा कि गुरु गोबिंद सिंह जी ने 13 अप्रैल 1699 को खालसा पंथ की स्थापना करके लोगों में साहस और बलिदान के साथ जीने की भावना पैदा की.उन्होंने वीरता और वीर भावना को आध्यात्मिक सोच के साथ जोड़कर समाज को एक नई दिशा दी. बैसाखी सुंदर त्योहार है, जिसे पूरे उत्तर भारत में बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है. बैसाखी का त्यौहार अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग नामों से जाना जाता है. खरीफ की फसल पकने की खुशी का प्रतीक होने के कारण यह त्यौहार किसानों के लिए बहुत महत्व रखता है."

CM Nayab Saini in Gurugram
सीएम नायब सिंह सैनी (ETV Bharat)

साल 1699 में खालसा पंथ की स्थापना: सीएम नायब सिंह सैनी ने कहा कि, "गुरु गोबिंद सिंह जी ने अन्याय और अत्याचार से लड़ने के लिए बैसाखी के दिन 1699 में खालसा पंथ की स्थापना की थी. उस समय देश पर मुगलों का शासन था. वे लोगों पर भयंकर अत्याचार कर रहे थे. उन्हें धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर किया जा रहा था. समाज जाति और धर्म के आधार पर बंटा हुआ था. उस समय गुरु गोबिंद सिंह जी ने ऐसा चमत्कार किया जो कोई साधारण मनुष्य नहीं कर सकता था. उन्होंने लोगों को अपने धर्म और सम्मान की रक्षा के लिए हर तरह का त्याग करने के लिए प्रेरित किया. खालसा पंथ की नींव रखते समय गुरु गोबिंद सिंह जी ने देश की पांच अलग-अलग जातियों और पांच अलग-अलग क्षेत्रों से पंच प्यारों को शामिल किया था. फिर उन्होंने सभी को एक ही बर्तन से अमृत पिलाकर भेदभाव को समाप्त किया. उन्होंने कभी भी भाषा, जाति और धर्म के आधार पर मनुष्यों के बीच भेदभाव को स्वीकार नहीं किया.'

कुरुक्षेत्र में बनेगा सिख संग्रहालय (ETV Bharat)

कुरुक्षेत्र में बनेगा सिख संग्रहालय: मुख्यमंत्री ने कहा कि, " साल 2019 में गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व और वर्ष 2017 में गुरु गोबिंद सिंह जी के 350वें प्रकाश पर्व के उपलक्ष्य में राज्य स्तरीय कार्यक्रम आयोजित किए गए थे. साल 2022 में गुरु तेग बहादुर जी का 400वां प्रकाश पर्व मनाया गया और पानीपत की ऐतिहासिक धरती पर राज्य स्तरीय समारोह आयोजित किया गया. कुरुक्षेत्र में 4 एकड़ क्षेत्र में सिख संग्रहालय स्थापित किया जाएगा, ताकि सिख समुदाय अपने इतिहास से जुड़ा रह सके तथा आने वाली पीढ़ियों को हमारे गुरुओं के महान बलिदानों के बारे में जानकारी मिल सके."

भारत सरकार ने करतारपुर कॉरिडोर का निर्माण किया: आगे सीएम ने कहा कि, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार ने करतारपुर कॉरिडोर का निर्माण किया, ताकि सिख समुदाय पाकिस्तान में करतारपुर साहिब गुरुद्वारा जा सके, जहां गुरु नानक देव जी ने अपने जीवन का एक बड़ा हिस्सा बिताया था. हरियाणा सरकार ने सिरसा में गुरुद्वारा चिल्ला साहिब के समीप स्थित एक शिक्षण संस्थान की जमीन भी गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी को हस्तांतरित कर दी है, जिससे गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की लंबे समय से चली आ रही मांग पूरी हो गई है. गुरु नानक देव जी ने वहां 40 दिनों तक ध्यान लगाया था और सिरसा में ही रहे थे. यमुनानगर जिले के लोहगढ़ में विश्व स्तरीय बाबा बंदा सिंह बहादुर स्मारक बनाया जाएगा, जो उनकी बहादुरी और बलिदान की वीर गाथा को दर्शाएगा."

ये भी पढ़ें:पीएम नरेंद्र मोदी का हरियाणा दौरा कल, जानें उनके कार्यक्रम का मिनट टू मिनट प्रोग्राम

गुरुग्राम: हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी रविवार को बैसाखी के मौके पर गुरुग्राम के साउथ सिटी-1 स्थित गुरुद्वारा में आयोजित साध संगत में शामिल हुए. इस दौरान सीएम सैनी ने कुरुक्षेत्र में सिक्ख संग्रहालय बनाने बनाने की बात कही. साथ ही मुख्यमंत्री ने गुरुद्वारे में मत्था टेका और सभी को इस पावन दिन की बधाई दी.सीएम सैनी के साथ इस दौरान भारतीय बल्लेबाज शिखर धवन भी मौजूद थे.

किसानों के लिए महत्वपूर्ण है बैसाखी: गुरुग्राम में सीएम ने कहा कि गुरु गोबिंद सिंह जी ने 13 अप्रैल 1699 को खालसा पंथ की स्थापना करके लोगों में साहस और बलिदान के साथ जीने की भावना पैदा की.उन्होंने वीरता और वीर भावना को आध्यात्मिक सोच के साथ जोड़कर समाज को एक नई दिशा दी. बैसाखी सुंदर त्योहार है, जिसे पूरे उत्तर भारत में बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है. बैसाखी का त्यौहार अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग नामों से जाना जाता है. खरीफ की फसल पकने की खुशी का प्रतीक होने के कारण यह त्यौहार किसानों के लिए बहुत महत्व रखता है."

CM Nayab Saini in Gurugram
सीएम नायब सिंह सैनी (ETV Bharat)

साल 1699 में खालसा पंथ की स्थापना: सीएम नायब सिंह सैनी ने कहा कि, "गुरु गोबिंद सिंह जी ने अन्याय और अत्याचार से लड़ने के लिए बैसाखी के दिन 1699 में खालसा पंथ की स्थापना की थी. उस समय देश पर मुगलों का शासन था. वे लोगों पर भयंकर अत्याचार कर रहे थे. उन्हें धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर किया जा रहा था. समाज जाति और धर्म के आधार पर बंटा हुआ था. उस समय गुरु गोबिंद सिंह जी ने ऐसा चमत्कार किया जो कोई साधारण मनुष्य नहीं कर सकता था. उन्होंने लोगों को अपने धर्म और सम्मान की रक्षा के लिए हर तरह का त्याग करने के लिए प्रेरित किया. खालसा पंथ की नींव रखते समय गुरु गोबिंद सिंह जी ने देश की पांच अलग-अलग जातियों और पांच अलग-अलग क्षेत्रों से पंच प्यारों को शामिल किया था. फिर उन्होंने सभी को एक ही बर्तन से अमृत पिलाकर भेदभाव को समाप्त किया. उन्होंने कभी भी भाषा, जाति और धर्म के आधार पर मनुष्यों के बीच भेदभाव को स्वीकार नहीं किया.'

कुरुक्षेत्र में बनेगा सिख संग्रहालय (ETV Bharat)

कुरुक्षेत्र में बनेगा सिख संग्रहालय: मुख्यमंत्री ने कहा कि, " साल 2019 में गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व और वर्ष 2017 में गुरु गोबिंद सिंह जी के 350वें प्रकाश पर्व के उपलक्ष्य में राज्य स्तरीय कार्यक्रम आयोजित किए गए थे. साल 2022 में गुरु तेग बहादुर जी का 400वां प्रकाश पर्व मनाया गया और पानीपत की ऐतिहासिक धरती पर राज्य स्तरीय समारोह आयोजित किया गया. कुरुक्षेत्र में 4 एकड़ क्षेत्र में सिख संग्रहालय स्थापित किया जाएगा, ताकि सिख समुदाय अपने इतिहास से जुड़ा रह सके तथा आने वाली पीढ़ियों को हमारे गुरुओं के महान बलिदानों के बारे में जानकारी मिल सके."

भारत सरकार ने करतारपुर कॉरिडोर का निर्माण किया: आगे सीएम ने कहा कि, "प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार ने करतारपुर कॉरिडोर का निर्माण किया, ताकि सिख समुदाय पाकिस्तान में करतारपुर साहिब गुरुद्वारा जा सके, जहां गुरु नानक देव जी ने अपने जीवन का एक बड़ा हिस्सा बिताया था. हरियाणा सरकार ने सिरसा में गुरुद्वारा चिल्ला साहिब के समीप स्थित एक शिक्षण संस्थान की जमीन भी गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी को हस्तांतरित कर दी है, जिससे गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की लंबे समय से चली आ रही मांग पूरी हो गई है. गुरु नानक देव जी ने वहां 40 दिनों तक ध्यान लगाया था और सिरसा में ही रहे थे. यमुनानगर जिले के लोहगढ़ में विश्व स्तरीय बाबा बंदा सिंह बहादुर स्मारक बनाया जाएगा, जो उनकी बहादुरी और बलिदान की वीर गाथा को दर्शाएगा."

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