रतलाम: जिले में मंगलवार को आयोजित एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री मोहन यादव से एक महिला अपनी समस्या बताने पहुंची, लेकिन मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव से मिलने की उनकी उम्मीदें अधूरी रह गईं. सुरक्षा कर्मियों ने रास्ते में रोक लिया. जिस कारण महिला फूट-फूट कर रोने लगी. मौके पर मौजूद अधिकारी महिला के पास पहुंचे और उसकी समस्या जानी. महिला ने ग्राम पंचायत सचिव पर गंभीर आरोप लगया. जिला पंचायत सीईओ ने मामले पर कार्रवाई का आश्वासन दिया है.
महिला की उम्मीदें अधूरी रह गईं
दरअसल, मंगलवार को रतलाम में अखिल भारतीय ग्रामीण वनवासी मजदूर महासंघ के अधिवेशन में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव पहुंचे थे. इस दौरान ताल तहसील निवासी मधुबाला नामक महिला अपनी समस्या लेकर मुख्यमंत्री से मिलने पहुंची थी. वो लगभग 60 किलोमीटर का सफर तय कर रतलाम पहुंची थी. हालांकि, मुख्यमंत्री की ओर जाते समय महिला को सुरक्षाकर्मियों ने आगे बढ़ने से रोक दिया. सीएम को कार्यक्रम स्थल से निकलता देख महिला फूट-फूट कर रोने लगी.
पंचायत सचिव पर गंभीर आरोप
महिला को रोते हुए देखकर जिला पंचायत सीईओ श्रृंगार श्रीवास्तव फौरन उनके पास पहुंचकर समस्या जाना. महिला ने बताया कि ग्राम पंचायत सचिव द्वारा परेशान करने की और प्रधानमंत्री आवास की प्रतीक्षा सूची में नाम होने के बावजूद उसे प्रधानमंत्री आवास आवंटित नहीं किया जा रहा है. सीईओ ने तुरंत मामले की जांच कर समस्या का हल करवाने का आश्वासन दिया है.
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जिला पंचायत सीईओ श्रृंगार श्रीवास्तव ने कहा, "इस मामले में आवश्यक कार्रवाई करने के लिए जनपद सीईओ को निर्देशित किया गया है. यदि महिला पात्रता में आती होगी तो उन्हें प्रधान मंत्री आवास योजना का लाभ जरूर मिलेगा."