रायपुर: ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के अनुरोध पर संभावित बाढ़ आपदा को रोकने के लिए हीराकुंड बांध से पानी छोड़ा है. पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही बारिश को देखते हुए सीएम साय ने ओडिशा के सीएम से हीराकुंड बांध से पानी छोड़ने का अनुरोध किया था. सीएम देव साय की पहल पर सीएम माझी ने दोनों राज्यों के हितों को ध्यान में रखते हुए तुरंत हीराकुंड बांध से पानी छोड़ने का आदेश दिया.
हीराकुंड बांध से छोड़ा गया पानी: हीराकुंड डैम से पानी छोड़े जाने के बाद छत्तीसगढ़ के दो दर्जन गांव जहां बाढ़ का खतरा बना हुआ है वहां बड़ी राहत मिलेगी. सीएम विष्णु देव साय ने सीएम माझी को मदद के लिए धन्यवाद दिया है. आपको बता दें कि पिछले सालों में भारी बारिश के कारण हीराकुंड बांध के डूब क्षेत्र में आने वाले छत्तीसगढ़ के दो दर्जन से अधिक गांवों में भीषण बाढ़ आई थी.
ओडिशा की भाजपा सरकार का सहृदय आभार !
— Vishnu Deo Sai (@vishnudsai) September 12, 2024
प्रतिवर्ष भारी बारिश की वजह से हीराकुंड डैम के डुबान क्षेत्र में आने के कारण छत्तीसगढ़ के लगभग दो दर्जन से ज्यादा गांवों को बाढ़ की विपदा झेलनी पड़ती थी।
इस वर्ष भी विगत कुछ दिनों से हो रही लगातार बारिश की वजह से बाढ़ की आशंका के मद्देनजर…
एसडीआरएफ की टीम ने किया 50 लोगों को रेस्क्यू: राज्य आपदा राहत बल यानि एसडीआरएफ की टीम ने शिवनाथ नदी में फंसे 50 से अधिक लोगों को रेस्क्यू कर बचाया था. लगातार हो रही बारिश के चलते बस्तर में हालात खराब हैं. ज्यादातर नदी नाले उफान पर हैं. कई शहरों और गांव में जलभराव की स्थिति है.
महानदी में छोड़ा गया पानी: जल संसाधन विभाग के एसडीओ भूपेंद्र सवनानी ने बताया कि "अतिरिक्त पानी के प्रबंधन के लिए चारों बांधों के गेट खोल दिए गए हैं, जिससे महानदी में पानी छोड़ा जा रहा है. गंगरेल बांध जिसमें 32 टीएमसी (हजार मिलियन क्यूबिक फीट) पानी है, के नौ गेट खोल दिए गए हैं. जिससे नदी में 25,000 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है. जिला प्रशासन की टीम निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सचेत कर रही है।"