रांची: रामनवमी को लेकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने आज 5 अप्रैल को अपने आवासीय कार्यालय में हाई लेवल बैठक की. इस बैठक में मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को शोभा यात्राओं में बाइक रैली की नई परंपरा को रोकने के साथ ही दहशतगर्दों पर कड़ी नजर रखने का निर्देश दिया.
कांके रोड स्थित मुख्यमंत्री आवासीय कार्यालय में आयोजित इस बैठक में राज्य की मुख्य सचिव अलका तिवारी, मुख्यमंत्री के अपर मुख्य सचिव अविनाश कुमार, गृह विभाग की प्रधान सचिव वंदना दादेल, डीजीपी अनुराग गुप्ता, एडीजी ऑपरेशन संजय आनंद राव लाटकर, आईजी ऑपरेशन एवी होमकर, आईजी स्पेशल ब्रांच प्रभात कुमार, एसपी ऑपरेशन अमित रेणु मौजूद रहे. इसके अलावा सभी जिलों के उपायुक्त और एसएसपी-एसपी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए इस बैठक में शामिल हुए.
सीसीटीवी कैमरा और ड्रोन कैमरे से रखें नजर- सीएम
राज्य के आला अधिकारियों के साथ बैठक करते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने रामनवमी के दौरान अफवाह या अराजकता फैलाने वाले तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का निर्देश दिया और सीसीटीवी कैमरा और ड्रोन से ऐसे तत्वों पर नजर रखने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा है कि संवेदनशील स्थानों पर विशेष निगरानी रखी जाए तथा लाइसेंसी एवं गैर लाइसेंसी अखाड़ा समितियों को डीजे बजाने के संबंध में उच्च न्यायालय द्वारा पारित आदेश की प्रति उपलब्ध कराई जाए.
उन्होंने कहा है कि उच्च न्यायालय के आदेश का अनुपालन नहीं करने वालों के विरुद्ध की जाने वाली कार्रवाई से अखाड़ा समितियों को अवगत कराया जाए, ताकि नियमों का उल्लंघन न हो. रामनवमी के जुलूस या मार्च पारंपरिक रूप से निकाले जाते रहे हैं, इसलिए उन क्षेत्रों की जानकारी प्रशासनिक स्तर पर हर समय ली जाए.
अधिकारियों को निर्देश देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि रामनवमी पर्व की परंपराओं का विशेष ध्यान रखा जाए, यह सुनिश्चित किया जाए कि परंपराओं के अनुसार किए जा रहे कार्यों में कोई बाधा उत्पन्न न हो, लेकिन यदि कोई जुलूस या मार्च नए तरीके से निकाला जाता है, जिससे विधि-व्यवस्था को चुनौती मिलती है, तो ऐसे आयोजनों को तत्काल रोका जाए. मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि यह सुनिश्चित किया जाए कि किसी भी परिस्थिति में समुदायों के बीच टकराव या तनाव की स्थिति उत्पन्न न हो तथा दहशतगर्दों पर कड़ी नजर रखी जाए.
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