जयपुर: प्रदेश की भजनलाल सरकार संत आत्माराम लक्ष्य का पैनोरमा बनाएगी. बुधवार को बिड़ला सभागार में अखिल भारतीय रैगर महासभा के प्रतिनिधि सम्मेलन और अभिनंदन समारोह के दौरान सीएम भजनलाल शर्मा ने इसकी घोषणा की. उन्होंने कहा कि हर वर्ग का विकास हमारी सरकार का संकल्प है. उन्होंने कहा कि महासभा ने संस्था के लिए जमीन की डिमांड की थी, लेकिन हम जमीन ही नहीं, बल्कि ऐसी महान शख्सियत का पैनोरमा भी बनाएंगे. सीएम शर्मा ने कहा कि महिला, गरीब, युवा और किसान सहित हर वर्ग के उत्थान से ही देश का उत्थान हो रहा है. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में डबल इंजन की सरकार सभी वर्गों के सर्वांगीण विकास के लिए कार्य कर रही है. इसी का परिणाम है कि देश का हर वर्ग, हर जाति और हर समाज उन्नति कर रहा है.
युवाओं को मिलेगी सीख: सीएम ने कहा कि आजादी पूर्व से ही रैगर समाज का राष्ट्रहित में अहम योगदान रहा है. हमारी सरकार ने भी आवश्यक निर्णय लेकर सभी समाजों के विकास कार्यों को गति दी है. इस दौरान उन्होंने देश में संस्कृति, विरासत और समाज समानता में अहम भूमिका निभाने वाले 'संत आत्माराम लक्ष्य' का पैनोरमा बनाने के लिए घोषणा की. उन्होंने कहा कि इससे संत आत्माराम लक्ष्य के विचारों को आत्मसात कर युवा राष्ट्र विकास के मार्ग पर चल सकेंगे.
सरकार पंचतीर्थों का करा रही भ्रमण: मुख्यमंत्री ने कहा कि संविधान निर्माता भारत रत्न बाबा साहब डॉ. भीमराव अंबेडकर ने जिस समतामूलक और शिक्षित समाज की परिकल्पना की थी, उसे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी साकार कर रहे हैं. उनके जीवन से जुड़े पांच महत्वपूर्ण स्थानों को पंचतीर्थ के रूप में विकसित गया है. उन्होंने कहा कि पंचतीर्थ भ्रमण योजना के तहत राज्य सरकार अनुसूचित जाति के लोगों को पंचतीर्थों का भ्रमण करा रही है. सीएम ने कहा कि महिला सशक्तीकरण एवं श्रम सुधार जैसे क्षेत्रों में बाबासाहब ने महत्वपूर्ण योगदान दिया. इसके बावजूद आजादी के बाद लंबे अर्से तक उन्हें सम्मान नहीं मिल पाया. इसके बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 26 नवंबर को संविधान दिवस के रूप में मनाने की शुरुआत कर देशवासियों की ओर से उन्हें सच्चा सम्मान दिया है.

वंचित वर्गों का सशक्तीकरण प्राथमिकता: मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार भी बाबा साहब के विचारों और आदर्शों से प्रेरणा लेकर समाज को सशक्त बनाने के लिए कार्य कर रही है. सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना और अनाथ व जरुरतमंद बच्चों की देखभाल के लिए पालनहार योजना के तहत आर्थिक सहायता दी जा रही है. विमुक्त, घुमंतू और अर्द्धघुमंतू समुदाय के कल्याण के लिए 'दादूदयाल घुमंतू सशक्तीकरण योजना' में 60 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है. इन समुदाय को 26 हजार आवासीय पट्टे देने का बड़ा कार्य भी किया गया है. सीएम ने कहा कि जयपुर स्थित डॉ. भीमराव अंबेडकर विधि विश्वविद्यालय के तहत अंबेडकर इंस्टीट्यूट ऑफ कॉन्स्टिट्यूशनल स्टडीज एण्ड रिसर्च की शुरुआत भी की गई है.