ETV Bharat / state

मुख्य सचिव ने जताई नाराजगी: कहा-सरकार के आदेशों की पालना नहीं कर रहे अधिकारी, रात्रि विश्राम में कर रहे लापरवाही - PUBLIC HEARING IN COLLECTORATE

जिला कलेक्ट्रेट में जिला स्तरीय जनसुनवाई में सीएस सुधांश पंत वीसी से जुड़े. इस दौरान आदेशों की पालना नहीं होने को लेकर उन्होंने नाराजगी जताई.

Public hearing in District Collectorate
जिला कलेक्ट्रेट सभागार में जनसुनवाई (ETV Bharat Jaipur)
author img

By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : April 17, 2025 at 4:50 PM IST

4 Min Read

जयपुर: जिला कलेक्ट्रेट सभागार में गुरुवार को जिला स्तरीय जनसुनवाई हुई जिसमें बड़ी संख्या में लोग अपनी फरियाद लेकर पहुंचे. कुछ समस्याओं का समाधान अधिकारियों ने तुरंत कर दिया. जनसुनवाई में प्रशासनिक अधिकारियों के अलावा जयपुर शहर सासंद मंजू शर्मा, कांग्रेस विधायक मनीष यादव और शिखा मील बराला भी मौजूद रहीं. जनसुनवाई में मुख्य सचिव सुधांश पंत भी वीसी के जरिए जुड़े और उन्होंने इस बात को लेकर नाराजगी की जताई कि रात्रि चौपाल के दौरान अधिकारी रात्रि विश्राम नहीं करते हैं.

मुख्य सचिव सुधांश पंत ने कहा कि अफसरों को रात्रि चौपाल, रात्रि विश्राम और निरीक्षण की रिपोर्ट भेजनी होगी. उन्होंने नाराजगी जताते हुए कहा कि अधिकारी रात्रि चौपाल में रात्रि विश्राम नहीं कर रहे हैं. अधिकारी रात्रि चौपाल को ही रात्रि विश्राम दिखा देते हैं. ऐसी सूचना मिली है कि अधिकारी सरकार के आदेशों की पालना नहीं कर रहे है. अब अधिकारियों को रात्रि विश्राम की तारीख के साथ जिस सरकारी भवन में रुके, उसकी जानकारी देनी होगी. अधिकारियों को सरकारी स्थल या सरकारी भवन में ही रात्रि विश्राम करना होगा.

कांग्रेस विधायक जनसुनवाई से नाखुश (ETV Bharat Jaipur)

पढ़ें: मुख्यमंत्री निवास पर जनसुनवाई, बबीता कुमारी को चिकित्सा सहायता, गायत्री को कैंसर की मिली दवा - CM BHAJANLAL PUBLIC HEARING

सीएस पंत ने नाराजगी जताते हुए संभागीय आयुक्त को एक सप्ताह में यह सूचना भिजवाने के निर्देश दिए हैं. संभागीय आयुक्त कलेक्टर्स के साथ एडीएम और एसडीएम की फील्ड विजिट की सूचना सरकार को भेजेगा. सीएस ने 1 अक्टूबर से 31 मार्च तक के दौरे-निरीक्षण की रिपोर्ट मांगी है. साथ ही संभागीय आयुक्त को भी अपने दौरे की निरीक्षण रिपोर्ट भेजनी होगी.

पढ़ें: जनसुनवाई में पहुंचे 138 फरियादी, पुलिस कार्यशैली से नाराज दिखे अधिकतर लोग - DISTRICT LEVEL PUBLIC HEARING

जिला कलेक्ट्रेट सभागार में जिल स्तरीय जनसुनवाई कलेक्टर जितेंद्र कुमार सोनी की अध्यक्षता में शुरू हुई. अतिरिक्त जिला कलेक्टर विनीता सिंह ने भी जनसुनवाई की. जनसुनवाई में नगर निगम, जेडीए, पानी, बिजली, पीडब्ल्यूडी सहित अन्य विभागों से जुड़े हुई समस्याओं को लेकर फरियादी पहुंचे. इस जनसुनवाई में सभी विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे साथ ही एसडीओ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जुड़े.

पढ़ें: जयपुर में जिला स्तरीय जनसुनवाई में आए 241 प्रकरण, विधायकों ने भी उठाए क्षेत्र के मुद्दे - DISTRICT LEVEL PUBLIC HEARING

जनसुनवाई पर उठाए सवाल: शाहपुरा से कांग्रेस विधायक मनीष यादव ने जनसुनवाई पर सवाल उठाते हुए कहा कि जनसुनवाई की प्रॉपर मॉनिटरिंग नहीं हो रही. जिसके कारण आम जनता के काम भी नहीं हो रहे. जनसुनवाई में अधिकारी काम के लिए हां बोलकर चले जाते हैं, लेकिन जमीनी स्तर पर वे काम नही कर रहे हैं. जनसुनवाई में उन्होंने अपने विधानसभा क्षेत्र के पेयजल का मुद्दा भी उठाया. उन्होंने कहा कि शाहपुरा में जल जीवन मिशन में भी काम नहीं हो रहा है. मंत्री जी के विधानसभा में कहने के बावजूद भी वर्क ऑर्डर जारी नहीं हुए हैं. उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन की तरफ से टैंकर के लिए जो रेट निर्धारित होती है, ठेकेदार उस रेट पर टैंकर सप्लाई नहीं कर सकता. इसके कारण इसमें भ्रष्टाचार होता है.

हेरिटेज लुक से ना हो छेड़छाड़: चौमूं से कांग्रेस विधायक शिखा मील ने कहा कि शहर के बीच में एक नहर हुआ करती थी और उसके पास पीडब्ल्यूडी का सड़क बनाने काम चल रहा था. नहर में मलबा डालकर नहर को खत्म कर दिया है. पर्यटन विभाग, पुरातत्व विभाग, पीडब्ल्यूडी और नगर परिषद को कई बार इस बारे में अवगत कराया गया. अभी तक इस संबंध में कोई कार्रवाई नहीं हुई है. उन्होंने कहा कि शहर के हेरिटेज लुक से कोई छेड़छाड़ नहीं की जाए.

फरियादी ने किया हंगामा: जनसुनवाई में एक फरियादी ने हंगामा भी किया. उसका कहना था कि वह काफी समय से जनसुनवाई में आ रहा है, लेकिन उसका काम नहीं हो रहा. उसने बताया कि उसकी पत्नी ने निजी क्लीनिक से आईवीएफ का ट्रिटमेंट लिया था, लेकिन पांच माह में ही उसके बच्चे की मौत हो गई. उसने आरोप लगाया कि अस्पताल की लापरवाही से उसके बच्चे की मौत हुई है. इसलिए इलाज में खर्च हुए दो लाख रुपए वापस दिलाए जाएं. अतिरिक्त जिला कलेक्टर चतुर्थ देवेंद्र कुमार जैन ने उसकी समस्या सुनी और समाधान का आश्वासन दिया.

जयपुर: जिला कलेक्ट्रेट सभागार में गुरुवार को जिला स्तरीय जनसुनवाई हुई जिसमें बड़ी संख्या में लोग अपनी फरियाद लेकर पहुंचे. कुछ समस्याओं का समाधान अधिकारियों ने तुरंत कर दिया. जनसुनवाई में प्रशासनिक अधिकारियों के अलावा जयपुर शहर सासंद मंजू शर्मा, कांग्रेस विधायक मनीष यादव और शिखा मील बराला भी मौजूद रहीं. जनसुनवाई में मुख्य सचिव सुधांश पंत भी वीसी के जरिए जुड़े और उन्होंने इस बात को लेकर नाराजगी की जताई कि रात्रि चौपाल के दौरान अधिकारी रात्रि विश्राम नहीं करते हैं.

मुख्य सचिव सुधांश पंत ने कहा कि अफसरों को रात्रि चौपाल, रात्रि विश्राम और निरीक्षण की रिपोर्ट भेजनी होगी. उन्होंने नाराजगी जताते हुए कहा कि अधिकारी रात्रि चौपाल में रात्रि विश्राम नहीं कर रहे हैं. अधिकारी रात्रि चौपाल को ही रात्रि विश्राम दिखा देते हैं. ऐसी सूचना मिली है कि अधिकारी सरकार के आदेशों की पालना नहीं कर रहे है. अब अधिकारियों को रात्रि विश्राम की तारीख के साथ जिस सरकारी भवन में रुके, उसकी जानकारी देनी होगी. अधिकारियों को सरकारी स्थल या सरकारी भवन में ही रात्रि विश्राम करना होगा.

कांग्रेस विधायक जनसुनवाई से नाखुश (ETV Bharat Jaipur)

पढ़ें: मुख्यमंत्री निवास पर जनसुनवाई, बबीता कुमारी को चिकित्सा सहायता, गायत्री को कैंसर की मिली दवा - CM BHAJANLAL PUBLIC HEARING

सीएस पंत ने नाराजगी जताते हुए संभागीय आयुक्त को एक सप्ताह में यह सूचना भिजवाने के निर्देश दिए हैं. संभागीय आयुक्त कलेक्टर्स के साथ एडीएम और एसडीएम की फील्ड विजिट की सूचना सरकार को भेजेगा. सीएस ने 1 अक्टूबर से 31 मार्च तक के दौरे-निरीक्षण की रिपोर्ट मांगी है. साथ ही संभागीय आयुक्त को भी अपने दौरे की निरीक्षण रिपोर्ट भेजनी होगी.

पढ़ें: जनसुनवाई में पहुंचे 138 फरियादी, पुलिस कार्यशैली से नाराज दिखे अधिकतर लोग - DISTRICT LEVEL PUBLIC HEARING

जिला कलेक्ट्रेट सभागार में जिल स्तरीय जनसुनवाई कलेक्टर जितेंद्र कुमार सोनी की अध्यक्षता में शुरू हुई. अतिरिक्त जिला कलेक्टर विनीता सिंह ने भी जनसुनवाई की. जनसुनवाई में नगर निगम, जेडीए, पानी, बिजली, पीडब्ल्यूडी सहित अन्य विभागों से जुड़े हुई समस्याओं को लेकर फरियादी पहुंचे. इस जनसुनवाई में सभी विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे साथ ही एसडीओ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए जुड़े.

पढ़ें: जयपुर में जिला स्तरीय जनसुनवाई में आए 241 प्रकरण, विधायकों ने भी उठाए क्षेत्र के मुद्दे - DISTRICT LEVEL PUBLIC HEARING

जनसुनवाई पर उठाए सवाल: शाहपुरा से कांग्रेस विधायक मनीष यादव ने जनसुनवाई पर सवाल उठाते हुए कहा कि जनसुनवाई की प्रॉपर मॉनिटरिंग नहीं हो रही. जिसके कारण आम जनता के काम भी नहीं हो रहे. जनसुनवाई में अधिकारी काम के लिए हां बोलकर चले जाते हैं, लेकिन जमीनी स्तर पर वे काम नही कर रहे हैं. जनसुनवाई में उन्होंने अपने विधानसभा क्षेत्र के पेयजल का मुद्दा भी उठाया. उन्होंने कहा कि शाहपुरा में जल जीवन मिशन में भी काम नहीं हो रहा है. मंत्री जी के विधानसभा में कहने के बावजूद भी वर्क ऑर्डर जारी नहीं हुए हैं. उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन की तरफ से टैंकर के लिए जो रेट निर्धारित होती है, ठेकेदार उस रेट पर टैंकर सप्लाई नहीं कर सकता. इसके कारण इसमें भ्रष्टाचार होता है.

हेरिटेज लुक से ना हो छेड़छाड़: चौमूं से कांग्रेस विधायक शिखा मील ने कहा कि शहर के बीच में एक नहर हुआ करती थी और उसके पास पीडब्ल्यूडी का सड़क बनाने काम चल रहा था. नहर में मलबा डालकर नहर को खत्म कर दिया है. पर्यटन विभाग, पुरातत्व विभाग, पीडब्ल्यूडी और नगर परिषद को कई बार इस बारे में अवगत कराया गया. अभी तक इस संबंध में कोई कार्रवाई नहीं हुई है. उन्होंने कहा कि शहर के हेरिटेज लुक से कोई छेड़छाड़ नहीं की जाए.

फरियादी ने किया हंगामा: जनसुनवाई में एक फरियादी ने हंगामा भी किया. उसका कहना था कि वह काफी समय से जनसुनवाई में आ रहा है, लेकिन उसका काम नहीं हो रहा. उसने बताया कि उसकी पत्नी ने निजी क्लीनिक से आईवीएफ का ट्रिटमेंट लिया था, लेकिन पांच माह में ही उसके बच्चे की मौत हो गई. उसने आरोप लगाया कि अस्पताल की लापरवाही से उसके बच्चे की मौत हुई है. इसलिए इलाज में खर्च हुए दो लाख रुपए वापस दिलाए जाएं. अतिरिक्त जिला कलेक्टर चतुर्थ देवेंद्र कुमार जैन ने उसकी समस्या सुनी और समाधान का आश्वासन दिया.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.