हरिद्वार: अर्धकुंभ 2027 को लेकर तैयारियां चल रही है. लगातार बैठकों का दौर भी जारी है. इसी क्रम में उत्तराखंड के मुख्य सचिव आनंद वर्धन हरिद्वार पहुंचे. जहां उन्होंने अर्धकुंभ 2027 को लेकर जिले के आला अधिकारियों के साथ बैठक की. बैठक से पहले मीडिया से बात करते हुए मुख्य सचिव आनंद वर्धन ने कहा कि अर्धकुंभ 2027 को लेकर गढ़वाल आयुक्त और जिलाधिकारी हरिद्वार ने तैयारी शुरू कर दी है. आगामी दिनों में शासन स्तर पर भी इसको लेकर समीक्षा और विचार विमर्श किया जाएगा.
आनंद वर्धन ने कहा कि कुंभ को लेकर जो भी कार्ययोजना बनेगी, वह कुंभनगरी हरिद्वार के लिए बहुत अच्छी होंगी. वहीं अर्धकुंभ को पूर्ण कुंभ बनाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि इसके लिए जल्द ही साधु संतों से बात की जाएगी. आगामी चारधाम पर मुख्य सचिव ने कहा कि, मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में सचिव स्तर पर बैठक की जा चुकी है. आगामी सप्ताह में एक बार फिर सचिव स्तर के अधिकारियों के साथ बैठक कर व्यवस्थाओ को और सुदृढ़ करेंगे.
बता दें कि 2027 अर्धकुंभ को लेकर अधिकारी हरिद्वार में साधु संतों से लगातार मुलाकात कर रहे हैं. उनके सुझाव भी एकत्र कर रहे हैं. इसी बीच अखाड़ा परिषद अध्यक्ष ने भी 2027 में हरिद्वार में होने वाले अर्धकुंभ के समर्थन में बयान दिया था. कहा था कि उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी प्रयागराज की तरह 2027 हरिद्वार अर्ध कुंभ को कुंभ की तरह मनाना चाहते हैं. जो की सनातन से जुड़े लोगों के लिए अच्छी बात है. इसलिए सभी अखाड़े इस पहल का स्वागत करते हैं.
दरअसल, साल 2021 के हरिद्वार में आयोजित हुए कुंभ के दौरान कोरोना महामारी ने मेले की भव्यता को फीका किया था. उस दौरान साधु संत, कुंभ के दौरान होने वाली पेशवाई का आयोजन नहीं कर पाए थे. दूसरी बात यह है कि हरिद्वार में आयोजित होने वाले अर्ध कुंभ मेले के दौरान ही उज्जैन में कुंभ का आयोजन होता है. लेकिन इस 2027 के हरिद्वार अर्धकुंभ और 2028 के उज्जैन कुंभ के बीच 1 साल का अंतर होगा. इसीलिए इस बार यह योग बना है. ऐसा पहली बार होगा कि हरिद्वार अर्ध कुंभ के दौरान कुंभ की तरह दिव्य और भव्य आयोजन होगा.
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