रांचीः झारखंड के सभी निर्वाचक और राजनीतिक दल मतदाता सूची से संतुष्ट हैं. क्योंकि झारखंड के किसी भी जिला या मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के स्तर पर मतदाता सूची में गड़बड़ी से जुड़ा एक भी अपील लंबित नहीं है. ये बातें झारखंड दौरे पर आए मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने कही.
रांची के दशम फॉल क्षेत्र की बीएलओ दीदियों से मिलने के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए मुख्य निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने देशवासियों से अपील करते हुए कहा कि राष्ट्र सेवा के लिए मतदान पहली सीढ़ी होती है. इसलिए हर भारतीय का फर्ज है कि वह मतदाता सूची में अपना नाम जुड़वाएं. 18 वर्ष की आयु पूरा होते ही हर भारतीयों को निर्वाचक बनने का संवैधानिक अधिकार है. इससे पहले दशम फॉल क्षेत्र की बीएलओ दीदियों ने मुख्य चुनाव आयुक्त का पारंपरिक तरीके से स्वागत किया. उन्हें साल के पत्ते से बनी टोपी और माला पहनाई गई.
मुख्य चुनाव आयुक्त ने चुनाव आयोग के संस्थागत ढांचा और कार्यप्रणाली का जिक्र किया. उन्होंने कहा कि आयोग में करीब 500 स्टाफ हैं लेकिन चुनाव के वक्त डेपुटेशन पर लोगों को जोड़कर धीरे-धीरे यह दुनिया की सबसे बड़ी संस्था बन जाता है. पूरी दुनिया के लिए अचरज का विषय होता है कि हर साढ़े दस लाख बूथ में उसी संख्या में बूथ लेवल ऑफिसर और करीब 50 लाख अधिकारी, राजनीतिक दलों, बूथ एजेंट और काउंटिंग एजेंट के साथ मिलकर एक ही पैटर्न को फॉलो करते हुए चुनाव कार्य को पूरा किया जाता है.
मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि इसी तरह मतदाता सूची से जुड़ी प्रक्रिया निरंतर चलती रहती है. इसको पूर्ण करने में 10.50 लाख बूथ लेवल ऑफिसर के साथ-साथ राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि की भी भागीदारी होती है. मतदाता सूची के प्रकाशन के बाद मतदाता या राजनीतिक दल को कानूनी अधिकार मिला है कि वह नाम में गड़बड़ी या किसी गलत व्यक्ति का नाम जोड़े जाने के खिलाफ शिकायत कर सकता है. इसके लिए पहले स्तर पर उपायुक्त के पास अपील करने का प्रावधान है.
दूसरी अपील मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के यहां की जा सकती है. कार्यक्रम के दौरान राज्य के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के.रवि के अलावा रांची के उपायुक्त मंजूनाथ भजंत्री समेत कई अधिकारी मौजूद रहे. इससे पहले 12 अप्रैल को रामगढ़ दौरे के वक्त मुख्य चुनाव आयुक्त ने सीसीएल गेस्ट हाउस स्थित सभागार में वॉलेंटियर के साथ एक्सपेरिएंस साझा किया था. उन्होंने झारखंड के वॉलिंटियर्स के कामकाज की सराहना की थी.
दशम जलप्रपात की बीएलओ दीदी दिल्ली में बनेंगी ट्रेनर
मुख्य चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार ने कहा कि दशम जलप्रपात जैसे दुर्गम क्षेत्र की बीएलओ दीदियां भारत में कार्यरत सभी बीएलओ के लिए प्रेरणा का श्रोत हैं. इन्होंने ऐसे दुर्गम क्षेत्र के कठिनाइयों को सामना करते हुए हर घर तक अपनी पहुंच बनाई और मतदान प्रतिशत भी बेहतर किए हैं. उन्होंने कहा कि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा एक पहल की गयी है, जिसके तहत देश के विभिन्न राज्यों के बीएलओ को दिल्ली बुलाकर ट्रेनिंग देने का कार्य किया जा रहा है. दशम जलप्रपात की बीएलओ दीदियों को इस ट्रेनिंग प्रोग्राम में एक ट्रेनर के रूप में भाग लेने के लिए बुलाया जाएगा ताकि देश के अन्य बीएलओ भी इनकी कार्यशैली को जान सकें और इनसे प्रेरित हो सकें.

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