छिंदवाड़ा : देशभर में मशहूर छिंदवाड़ा जिले के जामसांवली स्थित श्री चमत्कारी हनुमान मंदिर जाने में अब लोगों को दिक्कतों का सामने नहीं करना पड़ेगा. अब भक्तों को फोरलेन सड़क की सुविधा मिलने वाली है. नेशनल हाइवे 547 पर बजाज तिराहे से राजना तक फोरलेन रोड बनाने की तैयारी है. केंद्रीय भूतल व परिवहन मंत्री नितिन गडकरी जब 12 अप्रैल को जामसांवली आए थे तो लोगों ने इस रोड की मांग की थी. गडकरी ने भी इस मांग को गंभीरता से लिया.
एनएचएआई की टीम ने किया निरीक्षण
इसके बाद केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी के निर्देश पर एनएचएआई के अफसर मैदान में उतरे. एनएचएआई के रीजनल ऑफिसर श्रवण कुमार सिंह, पीडी आकृति गुप्ता समेत अन्य तकनीकी अधिकारियों की टीम ने मौके का निरीक्षण किया. तकनीकी बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए रिपोर्ट एनएचएआई हेडक्वार्टर भेजी जाएगी. बहुत जल्द अब नेशनल हाइवे 547 छिंदवाड़ा से सावनेर तक फोरलेन बनेगा. छिंदवाड़ा सांसद बंटी साहू ने भी छिंदवाड़ा से सावनेर तक करीब 75 किलोमीटर हाइवे को फोरलेन में तब्दील करने की मांग उठाई थी.

टीम ने सिल्लेवानी घाटी का अधूरा काम भी देखा
छिंदवाड़ा से सावनेर तक हाइवे अभी टू लेन है, जिसकी चौड़ाई 24 से 36 मीटर तक है. जबकि फोरलेन में हाइवे की चौड़ाई 45 से 60 मीटर तक हो जाएगी. फोरलेन के निर्माण के लिए एनएचएआई को अतिरिक्त जमीन अधिग्रहण की आवश्यकता होगी. हालांकि फॉरेस्ट एरिया में जमीन पर्याप्त है. एनएचएआई के अधिकारी रीजनल ऑफिसर श्रवण कुमार सिंह ने विजिट के दौरान सिल्लेवानी घाटी में भू-स्खलन रोकने के काम का निरीक्षण किया. डेढ़ साल से ये काम बंद पड़ा है. एनएचएआई ने सीआरआरआई (सेंट्रल रोड रिसर्च इंस्टीट्यूट) नई दिल्ली के वैज्ञानिकों की सलाह पर अतिरिक्त स्वाइल नैलिंग का प्रस्ताव हेडक्वार्टर भेजा था, जिसकी मंजूरी का इंतजार है.

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हनुमान जी की नाभि से निकलता है जल
जामसांवली गांव में पीपल के पेड़ के नीचे विश्राम मुद्रा में स्वयंभू हनुमान जी विराजे हैं. भक्तों का कहना है हनुमान जी की नाभि से निकलने वाले जल से सभी बाधाएं दूर होती हैं. अभी तक लोगों को पता नहीं है कि यह जल कहां से आता है लेकिन यह कभी बंद नहीं होता. यही जल इस मंदिर का सबसे बड़ा प्रसाद कहलाता है. पंडित शिवकुमार शास्त्री ने बताया "जामसांवली में जिस तरीके से स्वयंभू हनुमान जी की प्रतिमा विश्राम अवस्था में है, ऐसी प्रतिमा पूरे विश्व में और कहीं नहीं है. इसी वजह से इस मंदिर का नाम विश्व प्रसिद्ध चमत्कारिक हनुमान मंदिर है." कहा जाता है कि कोई भी असाध्य रोग हनुमान जी की नाभि से निकलने वाले जल के स्पर्श मात्र से ही खत्म हो जाता है.