छिन्दवाड़ा : सोशल मीडिया में माध्यमिक शिक्षा मंडल मध्य प्रदेश की दसवीं और बारहवीं के फर्जी पेपर बेचने वाले शख्स को पुलिस न पकड़ा है. आरोपी परीक्षा का पेपर लीक होने का दावा कर परीक्षा देने वाले छात्रों से ठगी कर रहा था, जिसके बाद भोपाल क्राइम ब्रांच एक्शन में आई और छिंदवाड़ा के दमुआ से आरोपी को गिरफ्तार किया गया है.
जुन्नारदेव एसडीओपी सोनम पाटिल ने बताया, '' दमुआ से दीपांशु कोरी नाम का एक युवक सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर 10वीं और 12वीं के पेपर लीक होने का दावा कर पेपर बेच रहा था. इस मामले में भोपाल क्राइम ब्रांच की टीम ने उसे गिरफ्तार किया है. इस मामले में ज्यादा जानकारी क्राइम ब्रांच की टीम के पास ही है.''
अलग-अलग क्यू आर कोड में डलवाता था पैसे
शातिर जालसाज ने लोगों को ठगने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म में कई ग्रुप बनाए. इन ग्रुप्स पर दावा किया जाता था कि दसवीं और बारहवीं की पेपर लीक हो गए हैं, जिसे चाहिए वो इन्हें खरीद सकता है. कई छात्र जालसाज की बात में आ जाते और जैसी डील होती थी, उस हिसाब से अलग-अलग क्यूआर कोड के जरिए खातों में ऑनलाइन पैसा डलवाया जाता था. इसके बाद छात्रों को फर्जी पेपर थमा दिया जाता था. ऐसा ही मामला कुछ दिन पहले मध्य प्रदेश के भिंड से भी सामने आया था. यहां से एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया जा चुका है.
जालसाजों से रहें सावधान
छिंदवाड़ा जिला शिक्षा अधिकारी गोपाल सिंह बघेल ने बताया, '' परीक्षा के नाम पर कई जालसाज लोगों को ठगने का काम कर रहे हैं. ऐसे कई मामले आए हैं. कुछ जलसाजों ने सोशल मीडिया पर @mpboardofficialyt और @mpboardofficialls नाम से ग्रुप बनाकर छात्रों से धोखाधड़ी शुरू कर दी है. छात्रों को विश्वास दिलाने के लिए उन्होंने ग्रुप पर माध्यमिक शिक्षा मंडल का लोगो लगाया और सैंपल पेपर दिखाकर उनसे पैसे वसूल रहे हैं.''
जिला शिक्षा अधिकारी ने छात्रों से अपील की है कि अगर कोई भी पेपर लीक होता है या किसी तरीके की परीक्षा से संबंधी परेशानी आती है तो इसकी विधिवत सूचना जारी की जाती है. जब तक माध्यमिक शिक्षा मंडल मध्य प्रदेश द्वारा कोई भी ऐसी आधिकारिक सूचना जारी न हो तब तक किसी की भी बहकावे में न आएं.
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