छतरपुर: बिगड़ी आबोहवा और बढ़ रही जनसंख्या के कारण हरियाली तेजी से कम हो रही है. खासकर शहरों में हरियाली की जगह कंक्रीट की इमारतें, सड़कें ज्यादा दिखाई देने लगी है. हालांकि शहरों में लोगों को हरियाली पसंद है, लेकिन जगह की कमी के चलके वे पेड़-पौधे नहीं लगा पा रहे हैं. ऐसे में छतरपुर के बीपी सूत्रकार ने ऐसा सूत्र खोजा, जो लोगों को पंसद आ रहा है.
घर की छत को बनाया गार्डन
दरसल, शहर के किशोर सागर तालाब के पास रहने वाले बीपी सूत्रकार ने अपने घर की छत पर ही खेती करना शुरू कर दिया है. धीरे-धीरे उन्होंने एक सुंदर टेरिस गार्डन बना डाला है, जिसमें वे धनिया, मेथी, मिर्च, टमाटर, बैगन, करेला, कद्दू उगाकर शुद्ध सब्जी खुद खा रहे और मोहल्ले के लोगों को भी खिला रहे हैं. इसके अलाव वह अपने पड़ोसियों और दोस्तों के भी इस तरहा की खेती करने की सलाह देते हैं. आधुनिकता के दौर में देखा जा रहा है कि अधिकांश सब्जियों की खेती दवाइयों की मदद से की जा रही है.
सब्जी और फूलों की कर रहे खेती
बीपी सूत्रकार ने बताया कि वह कई सालों से अपने घर की छत पर गार्डन बनाए हुए हैं. यह गार्डन 25 बाय 40 वर्ग फीट छत का फैला हुआ हैं. इन गमलों में सब्जियां और फूलदार पौधे लगाए हैं, जिसमें धनिया, मेथी, मिर्च, टमाटर, बैगन, कद्दू, गिलकी और करेला सहित विभिन्न प्रकार की सब्जियां उगाते हैं. वहीं फूलदार पौधों में गैंदा, गुलाब, ग्लार्डियर, पीपर के पौधे हैं. उन्होंने कहा, " अब बाजार से सब्जी की खरीदी नहीं करते हैं."

बाजार से सब्जी लेना कर दिया बंद
बीपी सूत्रकार को देखकर शहर के अन्य लोग भी अपने घरों की छतों में गार्डन लगाना शुरू कर दिया है. इनमें समाज सेवी आनंद शुक्ला हैं, उन्होंने अपने घर की छत पर गार्डन तैयार कर डाला है, जिसमें फूलदार पौधों के साथ कई प्रकार की सब्जियों के पौधों उगाए हैं. समाजसेवी आनंद शुक्ला बताते हैं " सब्जियों में इतने ज्यादा कीटनाशक डाले जाते हैं, तो हमने सब्जियों को बाहर से लेना बन्द कर दिया. अब हम घर की छत पर ही पिछले 3 साल से सब्जी की खेती कर रहे हैं."

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कैसे करें छत पर खेती
छतरपुर जिले में पदस्थ कृषि विभाग के उप संचालक डॉ. केके वैद्य ने बताया "मकान पर टेरिस गार्डन बनाने से पहले छत पर ईंटों की एक परत बनानी चाहिए और उसके ऊपर लकड़ी या पॉलीथीन डालना चाहिए, ताकि गमलों, बोरियों और अन्य बर्तनों में भरी गई नमी छत तक ना पहुंचे. यदि मिट्टी की नमी छत तक पहुंचती है तो मकान को नुकसान पहुंचा सकती है. टेरिस गार्डन में तैयार किए गए पौधों को अधिक धूप से बचाने के लिए नेट का इस्तेमाल करना भी जरूरी है."