ETV Bharat / state

कवर्धा में ग्रामीणों से लाखों की ठगी, फर्जी वन अधिकार पट्टा बांटा, मास्टरमाइंड फरार - fake forest rights lease Kawardha

author img

By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : Jul 18, 2024, 8:21 PM IST

कवर्धा में फर्जी वन अधिकार पट्टा बनाकर ग्रामीणों से लाखों की ठगी मामले में पुलिस ने दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. वहीं, मास्टरमाइंड फरार है. पुलिस तीसरे आरोपी की तलाश में जुटी हुई है.

fake forest rights lease Kawardha
कवर्धा में ग्रामीणों से लाखों की ठगी (ETV Bharat)

कवर्धा: कबीरधाम जिले एक बार फिर फर्जी वन अधिकार पट्टा बना कर लाखों की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है. मामले में पुलिस ने दो आरोपी मुन्नूलाल कुशरे और मुकेश यादव को गिरफ्तार किया है, जबकि तीसरा आरोपी देवलाल कुशरे फरार है. पुलिस ने दोनों आरोपी के खिलाफ धारा 420, 467, 468, 471, 34 के तहत मामला दर्ज कर न्यायालय में पेश किया है. इसके बाद आरोपियों को न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है.

ऐसे हुआ मामले का खुलासा: दरअसल, ये पूरा मामला कबीरधाम जिले के रेंगाखार वन परिक्षेत्र का है. यहां वन भूमि पर अवैध अतिक्रमण पर कब्जा खाली कराने की कार्रवाई वन विभाग की ओर से की गई है. रेंगाखार वन परिक्षेत्र अधिकारी को सूचना मिली कि बड़ी संख्या में ग्रामीण वन भूमि पर अवैध अतिक्रमण कर खेती किसानी करने के लिए ट्रेक्टर से जमीन की जोताई कर रहे हैं. सूचना पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची. इस दौरान ग्रामीण विभाग द्वारा वन अधिकार पट्टा मिलने की बात करने लगे. जब अधिकारी ने पट्टा दिखाने को कहा तो ग्रामीणों ने आरोपी द्वारा दिए फर्जी पट्टा को अधिकारी को थमा दिए. पट्टा में कलेक्टर और डीएफओ के हस्ताक्षर भी थे. अधिकारी को पट्टा देखकर शक हुआ और उन्होंने मामले की जानकारी वन मंडल अधिकारी शशि कुमार को दी.

वन परिक्षेत्र अधिकारी की ओर से दी गई जानकारी पर थाना रेंगाखार में शिकायत दर्ज कराई गई. आरोपी देवलाल कुशरे, मन्नुलाल कुशरे और रामकुमार यादव द्वारा वन परिक्षेत्र के शासकीय भूमि का फर्जी वन अधिकार पट्टा बनाकर वितरण किया गया और ग्रामीणों से अवैध वसूली की गई. मामले में पुलिस ने दो आरोपी को गिरफ्तार किया है. वहीं,मुख्य आरोपी देवलाल कुशरे फरार की तलाश जारी है. -जे.एल. सांडिल, थाना प्रभारी, रेंगाखार

दो आरोपी गिरफ्तार: इसके बाद पट्टा में कलेक्टर और डीएफओ दोनों के हस्ताक्षर फर्जी पाए गए. मामले की जांच हुई तो क्षेत्र के 19 ग्रामीणों के पास इस तरह का फर्जी पट्टा मौजूद था. उन्हें भूमि कब्जा कर फसल लगने की अनुमति भी दी गई थी. मामले में ग्रामीणों से पूछताछ की गई तो पता चला कि देवलाल कुशरे अपने दो साथी राम कुमार यादव और मन्नूलाल कुशरे को अधिकारी बनाकर ग्रामीणों के पास लेकर आया था. अलग-अलग ग्रामीणों से जमीन के साइज के अनुसार से 20 हजार, 50 हजार, 15 हजार कुल 19 ग्रामीणों से 3 लाख 34 हजार रूपए लेकर पट्टा वितरण किया. इसके बाद जमीन कब्जा भूमि को उपयोग करने को कहा. मामले में वन विभाग की ओर से रेंगाखार थाना में आरोपियों के खिलाफ एफआईआर कराई गई है. शिकायत पर रेंगाखार पुलिस ने आरोपी मन्नुलाल कुशरे और रामकुमार यादव को गिरफ्तार किया है. वहीं, फरार आरोपी के तलाश जारी है.

कवर्धा में मौत के खंभे ने ली मासूम की जान, 'बिजली विभाग की गलती से बुझ गया घर का चिराग' - Pandaria Boy died by electric pole
कवर्धा में मनरेगा के नाम पर फल फूल रहे भ्रष्टाचारी, 12 लाख डकार गए अधिकारी - Corruption in MNREGA in Kawardha
कवर्धा के डायरिया प्रभावित गांव पहुंचे भूपेश, कहा- बैगाओं के मौत का कारण साय सरकार की नाकामी - Kawardha diarrhea affected village

कवर्धा: कबीरधाम जिले एक बार फिर फर्जी वन अधिकार पट्टा बना कर लाखों की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है. मामले में पुलिस ने दो आरोपी मुन्नूलाल कुशरे और मुकेश यादव को गिरफ्तार किया है, जबकि तीसरा आरोपी देवलाल कुशरे फरार है. पुलिस ने दोनों आरोपी के खिलाफ धारा 420, 467, 468, 471, 34 के तहत मामला दर्ज कर न्यायालय में पेश किया है. इसके बाद आरोपियों को न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया गया है.

ऐसे हुआ मामले का खुलासा: दरअसल, ये पूरा मामला कबीरधाम जिले के रेंगाखार वन परिक्षेत्र का है. यहां वन भूमि पर अवैध अतिक्रमण पर कब्जा खाली कराने की कार्रवाई वन विभाग की ओर से की गई है. रेंगाखार वन परिक्षेत्र अधिकारी को सूचना मिली कि बड़ी संख्या में ग्रामीण वन भूमि पर अवैध अतिक्रमण कर खेती किसानी करने के लिए ट्रेक्टर से जमीन की जोताई कर रहे हैं. सूचना पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची. इस दौरान ग्रामीण विभाग द्वारा वन अधिकार पट्टा मिलने की बात करने लगे. जब अधिकारी ने पट्टा दिखाने को कहा तो ग्रामीणों ने आरोपी द्वारा दिए फर्जी पट्टा को अधिकारी को थमा दिए. पट्टा में कलेक्टर और डीएफओ के हस्ताक्षर भी थे. अधिकारी को पट्टा देखकर शक हुआ और उन्होंने मामले की जानकारी वन मंडल अधिकारी शशि कुमार को दी.

वन परिक्षेत्र अधिकारी की ओर से दी गई जानकारी पर थाना रेंगाखार में शिकायत दर्ज कराई गई. आरोपी देवलाल कुशरे, मन्नुलाल कुशरे और रामकुमार यादव द्वारा वन परिक्षेत्र के शासकीय भूमि का फर्जी वन अधिकार पट्टा बनाकर वितरण किया गया और ग्रामीणों से अवैध वसूली की गई. मामले में पुलिस ने दो आरोपी को गिरफ्तार किया है. वहीं,मुख्य आरोपी देवलाल कुशरे फरार की तलाश जारी है. -जे.एल. सांडिल, थाना प्रभारी, रेंगाखार

दो आरोपी गिरफ्तार: इसके बाद पट्टा में कलेक्टर और डीएफओ दोनों के हस्ताक्षर फर्जी पाए गए. मामले की जांच हुई तो क्षेत्र के 19 ग्रामीणों के पास इस तरह का फर्जी पट्टा मौजूद था. उन्हें भूमि कब्जा कर फसल लगने की अनुमति भी दी गई थी. मामले में ग्रामीणों से पूछताछ की गई तो पता चला कि देवलाल कुशरे अपने दो साथी राम कुमार यादव और मन्नूलाल कुशरे को अधिकारी बनाकर ग्रामीणों के पास लेकर आया था. अलग-अलग ग्रामीणों से जमीन के साइज के अनुसार से 20 हजार, 50 हजार, 15 हजार कुल 19 ग्रामीणों से 3 लाख 34 हजार रूपए लेकर पट्टा वितरण किया. इसके बाद जमीन कब्जा भूमि को उपयोग करने को कहा. मामले में वन विभाग की ओर से रेंगाखार थाना में आरोपियों के खिलाफ एफआईआर कराई गई है. शिकायत पर रेंगाखार पुलिस ने आरोपी मन्नुलाल कुशरे और रामकुमार यादव को गिरफ्तार किया है. वहीं, फरार आरोपी के तलाश जारी है.

कवर्धा में मौत के खंभे ने ली मासूम की जान, 'बिजली विभाग की गलती से बुझ गया घर का चिराग' - Pandaria Boy died by electric pole
कवर्धा में मनरेगा के नाम पर फल फूल रहे भ्रष्टाचारी, 12 लाख डकार गए अधिकारी - Corruption in MNREGA in Kawardha
कवर्धा के डायरिया प्रभावित गांव पहुंचे भूपेश, कहा- बैगाओं के मौत का कारण साय सरकार की नाकामी - Kawardha diarrhea affected village
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.