चरखी दादरी: जिले की अनाज मंडी में इन दिनों सरसों और गेहूं की आवक जोरों पर है, लेकिन सरसों के उठान में देरी के कारण आने वाले दिनों में गेहूं की खरीद पर असर पड़ सकता है. मंडी में सरकारी खरीद की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है, लेकिन व्यवस्था में कमी और उठान की सुस्त रफ्तार ने किसानों व आढतियों की चिंता बढ़ा दी है. नगराधीश जितेंद्र कुमार ने मंडी का दौरा कर स्थिति का जायजा लिया और अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए.
मिलावट की शिकायत पर सख्ती: निरीक्षण के दौरान नगराधीश ने पाया कि कुछ लोग वजन बढ़ाने के लिए सरसों में मिट्टी और रेत मिला रहे हैं. इस पर नाराजगी जताते हुए उन्होंने कहा कि ऐसी शिकायतें बर्दाश्त नहीं की जाएंगी. उन्होंने आढतियों को साफ-सफाई पर ध्यान देने और बोरियों में भराई के दौरान गुणवत्ता बनाए रखने की हिदायत दी. जितेंद्र कुमार ने चेतावनी दी कि अगर मिलावट की शिकायत दोबारा मिली, तो दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी.
सरसों और गेहूं की स्थिति: जानकारी के मुताबिक, चरखी दादरी की मंडियों में अब तक 90 हजार क्विंटल से ज्यादा सरसों किसानों ने पहुंचाई है, जिसमें से 25 हजार क्विंटल की खरीद हो चुकी है, लेकिन उठान धीमा होने से मंडी में सरसों के ढेर लग गए हैं. वहीं, 1 अप्रैल से गेहूं की खरीद शुरू हो गई है, लेकिन नमी की मात्रा 14 प्रतिशत से अधिक होने के कारण अभी तक खरीद शुरू नहीं हुई. मार्केट कमेटी सचिव विजय कुमार ने बताया कि गेहूं में नमी की समस्या दूर होने पर खरीद तेज की जाएगी.
अधिकारियों को व्यवस्था सुधार के निर्देश: नगराधीश ने मार्केट कमेटी के अधिकारियों के साथ बैठक की और खरीद प्रक्रिया को सुचारु करने के लिए पुख्ता इंतजाम करने को कहा. उन्होंने किसानों और आढतियों की समस्याएं सुनीं और आश्वासन दिया कि किसी को परेशानी नहीं होगी. विजय कुमार ने दावा किया कि सरसों के उठान में जल्द तेजी लाई जाएगी और गेहूं खरीद के लिए भी सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं.