भागलपुर: बिहार के सुलतानगंज में राजद के संघटनात्मक चुनाव की प्रक्रिया चल रही थी. इसी दौरान नेताओं ने जैसे ही लालू यादव जिंदाबाद के नारे लगाए कि दो पक्षों के समर्थक आपस में भिड़ गए. पहले दो पक्षों में बहस हुई. इसके बाद धक्का मुक्की के साथ साथ लात-घूसे भी चलने लगे. एक दूसरे पर कुर्सियां फेंकी गयी. इस घटना का वीडियो भी मौजूद है.
दो गुटों में बहस: सुल्तानगंज में राजद का संघटनात्मक चुनाव होना था. प्रखंड अध्यक्ष चुने जाने को लेकर निर्वाचन की प्रक्रिया चल रही थी. सुलतानगंज प्रखंड अध्यक्ष के लिए वर्तमान अध्यक्ष के अलावा 10 अन्य लोगों ने भी नामांकन किया था. चुनावी प्रक्रिया शुरू होने से पहले ही वर्तमान प्रखंड अध्यक्ष कैलाश यादव और विवेकानंद यादव गुटों के बीच बहस शुरू हो गई.
बवाल के कारण चुनाव स्थगित: देखते ही देखते आपस में गाली-गलौज पर उतर आए, फिर जमकर लात घूसे और कुर्सियां चलने लगी. चुनावी प्रक्रिया को बाधित होते देख पार्टी पदाधिकारियों ने चुनाव को स्थगित करने का फैसला लिया. चुनावी प्रक्रिया सुल्तानगंज प्रखंड के कुमैठा पंचायत स्थित दिनदयाल किसान भवन में आयोजित किया गया था.
पदाधिकारी के सामने भिड़े कार्यकर्ता: कार्यक्रम की निगरानी के लिए जिला राजद अध्यक्ष ने निर्वाचन पदाधिकारी रोहित यादव और सहायक निर्वाचन पदाधिकारी धनेसर मंडल को भेजा था. दोनों अधिकारी के सामने ही राजद कार्यकर्ता एक दूसरे पर कुर्सियां चलने लगे. इस दौरान राजद के जिला और प्रखंड स्तर के कई पदाधिकारी और कार्यकर्ता भी मौके पर उपस्थित थे.
मैदान में कुल 11 प्रत्याशी: प्रखंड अध्यक्ष पद के लिए कुल 11 प्रत्याशी मैदान में थे. नामांकन प्रक्रिया के बाद जब चुनाव की प्रक्रिया शुरू होने वाली थी तभी दो प्रमुख गुटों एक ओर से विवेकानंद यादव और दूसरी ओर से वर्तमान प्रखंड अध्यक्ष कैलाश यादव के समर्थकों में बहस शुरू हो गई. यह बहस धीरे-धीरे उग्र रूप लेती गई और दोनों पक्षों में हाथापाई शुरू हो गई.

कार्यकर्ताओं में तनाव: प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार हंगामे के दौरान कुर्सियों का उपयोग हथियार की तरह किया गया. कुछ लोगों को हल्की चोटें भी आईं. माहौल तनावपूर्ण हो गया जिससे चुनावी प्रक्रिया पूरी तरह बाधित हो गई. हालात बेकाबू होते देख मौके पर मौजूद पार्टी पदाधिकारियों और वरिष्ठ नेताओं ने बीच-बचाव कर स्थिति को संभालने की कोशिश की.
"प्रखंड अध्यक्ष पद के लिए काफी संख्या में उम्मीदवार होने के कारण समर्थकों की संख्या भी अधिक थी. बहस और गहमागहमी के बीच स्थिति तनावपूर्ण हो गई इसलिए चुनाव को फिलहाल स्थगित कर दिया गया है. आगे की तिथि पार्टी द्वारा तय की जाएगी." -रोहित यादव, निर्वाचन पदाधिकारी, राजद
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