चंडीगढ़: नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (NEET UG 2025) का आयोजन 4 मई को होने जा रहा है. इस महत्वपूर्ण परीक्षा के लिए चंडीगढ़ प्रशासन ने अपनी तैयारियों को अंतिम रूप दे दिया है. शहर के 11 परीक्षा केंद्रों पर लगभग 4500 छात्र इस प्रवेश परीक्षा में शामिल होंगे. प्रशासन ने निष्पक्ष और सुचारू परीक्षा सुनिश्चित करने के लिए कई कदम उठाए हैं, ताकि छात्रों को किसी भी तरह की असुविधा का सामना न करना पड़े.
विशेष बैठक और निर्देश: परीक्षा की तैयारियों की समीक्षा के लिए चंडीगढ़ की कमिश्नर निशांत कुमार यादव की अध्यक्षता में एक विशेष बैठक आयोजित की गई. इस बैठक में जिला स्तरीय अधिकारियों ने हिस्सा लिया और परीक्षा के सभी पहलुओं पर चर्चा की. डिप्टी कमिश्नर ने नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) और शिक्षा मंत्रालय द्वारा निर्धारित दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन करने के निर्देश दिए.
सुरक्षा और ट्रैफिक प्रबंधन पर जोर: सभी परीक्षा केंद्रों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे, जिनकी लाइव फीड डीसी कार्यालय के केंद्रीय कंट्रोल रूम से निगरानी की जाएगी. यह कदम परीक्षा की पारदर्शिता को और मजबूत करेगा. परीक्षा के दिन किसी भी तरह की अव्यवस्था से बचने के लिए चंडीगढ़ पुलिस को विशेष निर्देश दिए गए हैं. पुलिस को परीक्षा केंद्रों के आसपास सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने और ट्रैफिक प्रबंधन पर ध्यान देने के लिए कहा गया है.
नकल रोकने के लिए बनाई गई रणनीति: डीसी ने यह सुनिश्चित करने को कहा है कि परीक्षार्थियों को केंद्र तक पहुंचने में कोई परेशानी न हो. इसके अलावा, बायोमेट्रिक उपस्थिति, तलाशी प्रक्रिया और नकल रोकने के लिए कड़े उपाय लागू किए जाएंगे. डीसी ने सभी संबंधित अधिकारियों को पूर्ण सतर्कता बरतने और किसी भी अप्रत्याशित स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने के निर्देश दिए हैं. साथ ही, उन्होंने छात्रों और अभिभावकों से सहयोग की अपील की है.
परीक्षा केंद्रों पर छात्रों के लिए विशेष इंतजाम: डीसी का कहना है कि प्रशासन का लक्ष्य एक शांतिपूर्ण और निष्पक्ष माहौल में परीक्षा आयोजित करना है. प्रशासन की कोशिश है कि सभी छात्र बिना किसी तनाव के अपनी परीक्षा दे सकें. परीक्षा केंद्रों पर छात्रों की सुविधा के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं. केंद्रों पर पीने के पानी, स्वच्छता और अन्य जरूरी सुविधाओं का ध्यान रखा गया है. प्रशासन ने यह भी सुनिश्चित किया है कि किसी भी तकनीकी खराबी या अन्य समस्या को तुरंत हल करने के लिए विशेष टीमें तैनात रहेंगी.