चंडीगढ़: लगातार हीट वेव के चलने से चंडीगढ़ का तापमान जहां 46 डिग्री से ऊपर देखा जा रहा है. वहीं चंडीगढ़ के बर्ड पार्क में मौजूद पक्षियों को भी भीषण गर्मी से बचाने के लिए फॉरेस्ट डिपार्टमेंट की ओर से कूलर, पंखे और मिस्ट फॉगिंग सिस्टम देकर पक्षियों को गर्मी से राहत दी जा रही है.
बर्ड पार्क नेचर से करता है कनेक्ट
बच्चों को अक्सर पक्षी पसंद आते हैं. जहां उत्तर भारत में गर्मियों की छुट्टियां चल रही है. वहीं शहर में पर्यटकों का आना-जाना लगा हुआ है. शहर में सुखना लेक और रोज गार्डन घूमने के बाद अक्सर लोग बर्ड पार्क जाना पसंद करते हैं. जहां वे खुद को नेचर से कनेक्ट करवाते हैं. बर्ड पार्क घूमने में सबसे ज्यादा बच्चों की संख्या रहती है.
हरी चादर बिछाने का किया जा रहा काम
बर्ड पार्क में जहां पक्षियों की सुविधा को देखते हुए घास फूस का इस्तेमाल करते हुए शेड बनाए गए हैं. वहीं पक्षियों के बड़े-बड़े जंगलों पर हरी चादर बिछाने का काम किया जा रहा है. चंडीगढ़ के बर्ड पार्क में 19 तरह के एग्जॉटिक बर्ड्स रखे गए हैं, जिसमें पैरेट, स्वेन और मकाऊ को विशाल पिंजरे में रखा गया है.

शहर का पारा बढ़ा, पक्षियों ने भी घोसलों में रहना किया था शुरू
जून महीने की शुरुआत से शहर में तापमान बढ़ता हुआ देखा गया. जहां आम लोगों का बाहर निकलना मुश्किल हो जाता है. वहीं पक्षी भी तेज गर्मी के दौरान घोंसलों और छायादार पेड़ों में छुपे हुए नजर आते हैं. बर्ड पार्क के भी पक्षी खुद को गर्मी से बचाने के लिए अपने घोंसले में रहना ज्यादा पसंद कर रहे हैं. इस गर्मी से राहत देने के लिए चंडीगढ़ फॉरेस्ट डिपार्टमेंट की ओर से पक्षियों के घोंसले में तरह-तरह की सुविधा दी गई है, ताकि वो अपने घोसलों से बाहर आकर पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बन पाएं.

पक्षियों के लिए लगाए गए पंखे और मिस्ट
जलती तपती गर्मी के बीच में हर एक पशु-पक्षी अपने आप को छाया में आराम देने के लिए सोचता है. ऐसी भीषण गर्मी में बर्ड पार्क के पक्षियों के घोसलों में कूलर, पंखे, और मिस्ट फॉगिंग सिस्टम लगाया गया है. जिससे उन्हें गर्मी से राहत दी जा रही है. इसके साथ ही जिन पक्षियों को खुले में रखा गया है, वहां उनके लिए घास के शेड बनाए गए हैं. इसके नीचे पक्षी आराम करते हुए दिखते हैं.

मिस्ट की मदद से आर्टिफिशियल रेन में उड़ कर पक्षी रहते हैं मस्त
चंडीगढ़ के बर्ड पार्क में ज्यादातर पैरेट कैटेगरी के पक्षी हैं, पुरे बर्ड पार्क में पैरेट यानी तोते के लिए चार बड़े नेस्ट बनाये गए हैं. इन नेस्ट में अफ्रीकन ग्रे पैरेट, जॉर्डन पैरेट, प्रिंसेस पैरेट, बूढ़ेरीगर, सन कोनरे, कॉकताओ, कॉका टेल और स्कैर्लेट मकैऊ जैसे एग्जॉटिक बर्ड शामिल हैं. इन्हें देश-विदेश से चंडीगढ़ लाया गया है. गर्मी से राहत देने के लिए फॉरेस्ट डिपार्टमेंट की ओर से बढ़ पार्क में काली और सफेद हंसों को झरनों की सुविधा दी जा रही है.
पक्षियों को ओ आर एस
भीषण गर्मी की वजह से जहां पक्षियों में हाइड्रेशन की कमी आ जाती है. इस कमी को पूरा करने के लिए पक्षियों को रोजाना ताजी फल और सब्जियां दी जाती है. इसके साथ ही उनके पानी में ओआरएस भी डाला जाता है. ताकि उनके शरीर में हाइड्रेशन की कमी ना आने पाए. साथ ही पक्षियों के खाने में हल्का दही भी डाला जाता है. वहीं पक्षियों की सेहत को देखने के लिए बर्ड पार्क में साथ वर्कर पक्षियों के आसपास रहते हैं. वहीं एक डॉक्टर की निगरानी में सभी पक्षियों के स्वास्थ्य पर नजर रखी जाती है.
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