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नवरात्र के दौरान अखंड ज्योति बुझ जाए तो क्या करें ? इन बातों का रखें ध्यान - CHAITRA NAVRATRI 2025

नवरात्रि के दौरान घरों में अखंड ज्योति या दीया जलाया जाता है. मान्यता है कि नवरात्र के दौरान ये दीया जलते रहने चाहिए.

Chaitra Navratri 2025
चैत्र नवरात्रि 2025 (File Photo)
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By ETV Bharat Himachal Pradesh Team

Published : April 3, 2025 at 2:27 PM IST

Updated : April 4, 2025 at 6:05 AM IST

4 Min Read

शिमला: 30 मार्च से चैत्र नवरात्रि शुरू हो गए हैं. 6 अप्रैल को अष्टमी और 7 अप्रैल को नवमी है. नवरात्रि के दौरान अखंड ज्योति का विशेष महत्व है. नवरात्र के दौरान लोग घर में अखंड ज्योति जलाते हैं, जो कि एक पवित्र और शक्तिशाली अनुष्ठान माना जाता है. नवरात्र के दौरान जलाई जाने वाली अखंड ज्योति या दीया 9 दिन तक जलते रहना चाहिए. अखंड ज्योति जलाने वाले लोग इस बात का विशेष ध्यान रखते हैं कि नवरात्र के 9 दिनों में ये ज्योति बुझने ना पाए.

अखंड ज्योति का अर्थ

"अखंड ज्योति का अर्थ-"अखंड" यानी "अटूट" और "ज्योति" यानी "प्रकाश". अखंड ज्योति एक ऐसी ज्योति है, जो नवरात्रि के दौरान अखंड रूप से जलाई जाती है. ये ज्योति देवी दुर्गा की शक्ति और पवित्रता का प्रतीक है." - नरेश कुमार, पुजारी, कामना देवी मंदिर शिमला

कैसे जलाएं अखंड ज्योति

  • एक पवित्र स्थान पर एक दीया या ज्योति जलाएं.
  • दीया या ज्योति को अखंड रूप से जलाएं, यानी लगातार जलाए रखें, जो बिना किसी रुकावट के नवरात्रि के समापन तक जलती रहे.
  • हर रोज दीया या ज्योति में घी डालें और देवी दुर्गा की पूजा और आराधना के लिए उपयोग करें.
  • अखंड दीपक जलाने के लिए शुद्ध देशी घी या फिर तिल के तेल का ही इस्तेमाल करें.
  • नवरात्रि के पहले दिन से लेकर नवरात्रि के समापन तक अखंड रूप से दीप जलाएं.
  • अगर अखंड ज्योति 9 दिनों के अंदर बुझ जाए तो मां दुर्गा से क्षमा मांग कर दोबारा दीपक जला सकते हैं.
  • ज्योति को प्रज्वलित करते समय मंत्र का जाप करें.

अखंड ज्योति को 9 दिन तक जलते रहना चाहिए और इसलिये इसपर विशेष ध्यान देना चाहिए. समय-समय पर दीपक में घी या तेल डालते रहना चाहिए लेकिन कई बार हवा के कारण या भूलवश दीपक या अखंड ज्योति बुझ जाती है. कई बार तेल या घी डालना भूल जाते हैं और दीपक बुझ जाता है. पंडित नरेश कुमार बताते हैं कि ऐसी स्थिति में मां दुर्गा से क्षमा मांगनी चाहिए और दीपक को फिर से जला लेना चाहिए. दीपक को प्रज्वलित करते समय विशेष मंत्रों का जाप भी करना चाहिए.

अखंड ज्योति मंत्र

पंडित नरेश कुमार ने बताया कि अखंड ज्योति जलाने के लिए कुछ विशेष मंत्रों का जाप करना शुभ माना जाता है.

  • "ॐ जयंती मंगला काली भद्रकाली कृपालिनी दुर्गा क्षमा शिवा धात्री स्वाहा स्वधा नमोऽस्तु‍ते।।"
  • "दीपज्योति: परब्रह्म: दीपज्योति जनार्दन: दीपोहरतिमे पापं संध्यादीपं नमोस्तुते।।"

पंडित नरेश कुमार ने कहा कि ज्योति को प्रज्वलित करते समय ये मंत्र बोलना चाहिए. नवरात्रि में विशेष इच्छाओं की पूर्ति के लिए अखंड ज्योति जलाई जाती है. अगर कोई साधक दीपक का पूरे नौ दिनों तक बिना बुझे लगातार ज्योत जलाता है तो उसे अखंड ज्योत कहा जाता है. अगर ये ज्योत लगातार जलती रहे तो इससे माता रानी की कृपा परिवार पर बनी रहती है.

"अखंड ज्योति करने से घर में सकारात्मकता और शक्ति का प्रवाह होता है. अखंड ज्योति करने से व्यक्ति को मानसिक और भावनात्मक शांति मिलती है. साथ ही अखंड दीप जलाने से व्यक्ति की आध्यात्मिक शक्ति बढ़ती है. अखंड ज्योति जलाने के दौरान सुरक्षा का विशेष ध्यान रखें. ज्योति को ऐसे स्थान पर रखें जहां से दीप न गिरे और न ही किसी को चोट पहुंचे. विशेषकर बच्चों से ज्योति को दूर रखें." - नरेश कुमार, पुजारी, कामना देवी मंदिर शिमला

अखंड ज्योति जलाने के लाभ

  1. अखंड दीपक जलाने से घर में नकारात्मक ऊर्जा को दूर किया जा सकता है.
  2. अखंड दीपक जलाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है.
  3. अखंड दीपक जलाने से व्यक्ति को अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद मिलती है.

"नवरात्र में अखंड दीपक प्रज्वलित करने से जीवन में प्रकाश और खुशहाली आती है. इससे माता की कृपा बनी रहती है. घर से नकारात्मक ऊर्जा और बाधाएं दूर होती हैं. आर्थिक संपन्नता आती है. विधि-विधान से नवरात्रि के पूरे नौ दिनों तक यदि मां दुर्गा की पूजा-उपासना की जाए तो देवी अपने भक्तों से प्रसन्न होकर उन्हें खुशहाल जीवन जीने का आशीर्वाद देती हैं." - नरेश कुमार, पुजारी, कामना देवी मंदिर शिमला

ये भी पढ़ें: चैत्र नवरात्रि में खरमास का इन राशियों पर पड़ेगा अशुभ प्रभाव, कोई शुभ कार्य करने से पहले जान लें ये बातें

ये भी पढ़ें: इस बार सिर्फ 8 दिनों की होगी नवरात्रि, एक ही दिन होगी मां ब्रह्मचारिणी और चंद्रघंटा की पूजा

ये भी पढ़ें: नवरात्रि के व्रत में क्या नहीं खाया जाता, ये हैं फास्टिंग के नियम और लाभ

ये भी पढ़ें: नवरात्रि के 9 दिन इन रंगों के पहने कपड़े, जानें कैसे लगाएं देवी को भोग

शिमला: 30 मार्च से चैत्र नवरात्रि शुरू हो गए हैं. 6 अप्रैल को अष्टमी और 7 अप्रैल को नवमी है. नवरात्रि के दौरान अखंड ज्योति का विशेष महत्व है. नवरात्र के दौरान लोग घर में अखंड ज्योति जलाते हैं, जो कि एक पवित्र और शक्तिशाली अनुष्ठान माना जाता है. नवरात्र के दौरान जलाई जाने वाली अखंड ज्योति या दीया 9 दिन तक जलते रहना चाहिए. अखंड ज्योति जलाने वाले लोग इस बात का विशेष ध्यान रखते हैं कि नवरात्र के 9 दिनों में ये ज्योति बुझने ना पाए.

अखंड ज्योति का अर्थ

"अखंड ज्योति का अर्थ-"अखंड" यानी "अटूट" और "ज्योति" यानी "प्रकाश". अखंड ज्योति एक ऐसी ज्योति है, जो नवरात्रि के दौरान अखंड रूप से जलाई जाती है. ये ज्योति देवी दुर्गा की शक्ति और पवित्रता का प्रतीक है." - नरेश कुमार, पुजारी, कामना देवी मंदिर शिमला

कैसे जलाएं अखंड ज्योति

  • एक पवित्र स्थान पर एक दीया या ज्योति जलाएं.
  • दीया या ज्योति को अखंड रूप से जलाएं, यानी लगातार जलाए रखें, जो बिना किसी रुकावट के नवरात्रि के समापन तक जलती रहे.
  • हर रोज दीया या ज्योति में घी डालें और देवी दुर्गा की पूजा और आराधना के लिए उपयोग करें.
  • अखंड दीपक जलाने के लिए शुद्ध देशी घी या फिर तिल के तेल का ही इस्तेमाल करें.
  • नवरात्रि के पहले दिन से लेकर नवरात्रि के समापन तक अखंड रूप से दीप जलाएं.
  • अगर अखंड ज्योति 9 दिनों के अंदर बुझ जाए तो मां दुर्गा से क्षमा मांग कर दोबारा दीपक जला सकते हैं.
  • ज्योति को प्रज्वलित करते समय मंत्र का जाप करें.

अखंड ज्योति को 9 दिन तक जलते रहना चाहिए और इसलिये इसपर विशेष ध्यान देना चाहिए. समय-समय पर दीपक में घी या तेल डालते रहना चाहिए लेकिन कई बार हवा के कारण या भूलवश दीपक या अखंड ज्योति बुझ जाती है. कई बार तेल या घी डालना भूल जाते हैं और दीपक बुझ जाता है. पंडित नरेश कुमार बताते हैं कि ऐसी स्थिति में मां दुर्गा से क्षमा मांगनी चाहिए और दीपक को फिर से जला लेना चाहिए. दीपक को प्रज्वलित करते समय विशेष मंत्रों का जाप भी करना चाहिए.

अखंड ज्योति मंत्र

पंडित नरेश कुमार ने बताया कि अखंड ज्योति जलाने के लिए कुछ विशेष मंत्रों का जाप करना शुभ माना जाता है.

  • "ॐ जयंती मंगला काली भद्रकाली कृपालिनी दुर्गा क्षमा शिवा धात्री स्वाहा स्वधा नमोऽस्तु‍ते।।"
  • "दीपज्योति: परब्रह्म: दीपज्योति जनार्दन: दीपोहरतिमे पापं संध्यादीपं नमोस्तुते।।"

पंडित नरेश कुमार ने कहा कि ज्योति को प्रज्वलित करते समय ये मंत्र बोलना चाहिए. नवरात्रि में विशेष इच्छाओं की पूर्ति के लिए अखंड ज्योति जलाई जाती है. अगर कोई साधक दीपक का पूरे नौ दिनों तक बिना बुझे लगातार ज्योत जलाता है तो उसे अखंड ज्योत कहा जाता है. अगर ये ज्योत लगातार जलती रहे तो इससे माता रानी की कृपा परिवार पर बनी रहती है.

"अखंड ज्योति करने से घर में सकारात्मकता और शक्ति का प्रवाह होता है. अखंड ज्योति करने से व्यक्ति को मानसिक और भावनात्मक शांति मिलती है. साथ ही अखंड दीप जलाने से व्यक्ति की आध्यात्मिक शक्ति बढ़ती है. अखंड ज्योति जलाने के दौरान सुरक्षा का विशेष ध्यान रखें. ज्योति को ऐसे स्थान पर रखें जहां से दीप न गिरे और न ही किसी को चोट पहुंचे. विशेषकर बच्चों से ज्योति को दूर रखें." - नरेश कुमार, पुजारी, कामना देवी मंदिर शिमला

अखंड ज्योति जलाने के लाभ

  1. अखंड दीपक जलाने से घर में नकारात्मक ऊर्जा को दूर किया जा सकता है.
  2. अखंड दीपक जलाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है.
  3. अखंड दीपक जलाने से व्यक्ति को अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने में मदद मिलती है.

"नवरात्र में अखंड दीपक प्रज्वलित करने से जीवन में प्रकाश और खुशहाली आती है. इससे माता की कृपा बनी रहती है. घर से नकारात्मक ऊर्जा और बाधाएं दूर होती हैं. आर्थिक संपन्नता आती है. विधि-विधान से नवरात्रि के पूरे नौ दिनों तक यदि मां दुर्गा की पूजा-उपासना की जाए तो देवी अपने भक्तों से प्रसन्न होकर उन्हें खुशहाल जीवन जीने का आशीर्वाद देती हैं." - नरेश कुमार, पुजारी, कामना देवी मंदिर शिमला

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Last Updated : April 4, 2025 at 6:05 AM IST
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