कुल्लू: देशभर में धूमधाम से चैत्र नवरात्रि का त्योहार मनाया जा रहा है. आज नवमी के दिन भक्तों द्वारा घर में कन्या पूजन भी किया जाता है. ऐसे में भक्तों द्वारा कन्या पूजन के दौरान माता दुर्गा को प्रसन्न करने के लिए कन्याओं को विभिन्न उपहार भी दिए जाते हैं. वहीं, कन्या पूजन के दौरान भक्तों को कुछ बातों का खास ध्यान रखना चाहिए और कुछ चीजों को कन्याओं को बिल्कुल भी उपहार में नहीं देनी चाहिए. वरना माता दुर्गा का आशीर्वाद उन्हें नहीं मिलता है.
कैसे करें कन्या पूजन ?
कुल्लू के आचार्य दीप कुमार ने बताया कि कन्या पूजन कैसे करें, इसके लिए भक्तों को चाहिए कि...
- कन्या पूजन करने से एक दिन पहले ही कन्याओं को आमंत्रित करें.
- अगर अष्टमी को कन्या पूजन कर रहे हैं तो सप्तमी तिथि को कन्याओं को आमंत्रित कर लें.
- अगर नवमी तिथि कन्या पूजन कर रहे हैं तो अष्टमी तिथि को आमंत्रित करें.
- पूरे घर को साफ रखें, क्योंकि घर आने वाली कन्याएं मां दुर्गा का प्रतीक हैं.
- कन्या जब घर आ जाएं तो उनको सीधे भोजन के लिए ना बैठाएं.
- पहले कन्याओं के दूध या पानी से पांव धोएं.
- इसके बाद पानी को अपने सिर पर लगाएं.
- फिर कन्याओं को हल्दी व कुमकुम का टीका लगाएं.
- इसके बाद कन्याओं को पूर्व दिशा की ओर मुख करके स्वच्छ आसन पर बैठाएं.
- पूजन के लिए घर आई कन्याओं को हलवा, पूड़ी और चना सहित अन्य पकवान अर्पित करें.
- कन्याओं को दिया जाने वाला भोजन एकदम सात्विक होना चाहिए.
कन्याओं को क्या-क्या तोहफे देने चाहिए ?
- घर आईं कन्याओं को भेंट के रूप में नारियल दे सकते हैं.
- कन्याओं को श्रृंगार का सामान जैसे चूड़ी, बिंदी, लाल रंग की चुनरी दें.
- पढ़ाई-लिखाई से संबंधित सामान जैसे पेंसिल, कॉपी, बैग आदि दे सकते हैं.
- कन्या पूजन के बाद कन्याओं को कुछ धन दक्षिणा के रूप में दें.
आचार्य दीप कुमार ने बताया कि कन्या पूजन पर कन्याओं को ये सभी चीजें देने से माता रानी प्रसन्न होती हैं और भक्तों को कन्या पूजन का पूर्ण फल मिलता है.
भूलकर भी ना दें कन्याओं को ये तोहफे
- कन्याओं को कभी भी काले रंग के उपहार न दें.
- प्लास्टिक के उपहार भी कन्याओं को बिल्कुल ना दें.
- कन्याओं को कांच की बनी कोई वस्तु या नुकीली वस्तु न दें.
कन्या पूजन में न करें ये गलती
- कन्या पूजन में बनाए गए भोजन में लहसुन-प्याज का प्रयोग न करें.
- कन्याएं जब तक बैठी हैं, उन्हें अपनी मर्जी से बैठने दें.
- कन्याओं को घर से जाने को बिल्कुल भी ना कहें.
- कन्या पूजन के बाद सभी कन्याओं के पैर जरूर छुए.
- कन्याओं के घर से जाने के बाद एकदम साफ सफाई का काम भी न करें.