शिमला: सनातन धर्म में नवरात्रि का विशेष महत्व है. नवरात्रि हिंदू धर्म का महत्वपूर्ण त्योहार है, जिसमें मां दुर्गा की पूजा-आराधना की जाती है. नवरात्रि में 9 दिन तक मां दुर्गा के नौ अलग-अलग रूपों की पूजा की जाती है. इस दौरान भक्तों द्वारा 9 दिन तक नवरात्रि के व्रत रखे जाते हैं. आज से चैत्र नवरात्रि का त्योहार शुरू हो गया है.
आज से चैत्र नवरात्रि
शिमला के कामना देवी मंदिर के पुजारी नरेश कुमार ने बताया कि चैत्र नवरात्रि 2025 की शुरुआत 30 मार्च 2025 से होगी और ये 6 अप्रैल 2025 तक रहेंगे. चैत्र नवरात्रि के 9 दिनों में मां दुर्गा के 9 रूपों की पूजा की जाती है. 5 अप्रैल को अष्टमी का दिन होगा. इस बार दूसरा और तीसरा नवरात्र एक ही दिन होगा यानी कि 31 मार्च को दूसरा और तीसरा नवरात्र होगा. 1 अप्रैल को चौथा नवरात्र होगा. आमतौर पर नवरात्रि पर लोग पूरे नौ दिन का व्रत रखते हैं और मां दुर्गा के नौ रूपों की बड़े भक्ति भाव से आराधना करते हैं. भक्त इन दिनों देवी दुर्गा के नौ अवतारों की पूजा करते हैं.
"नवरात्रि का महत्व हिंदू धर्म में बहुत अधिक है. यह त्योहार बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है. मां दुर्गा की आराधना से व्यक्ति को शक्ति और साहस मिलता है. नवरात्रि के दौरान किए जाने वाले अनुष्ठान मां दुर्गा को प्रसन्न करने के लिए किए जाते हैं." - नरेश कुमार, पुजारी, कामना देवी मंदिर, शिमला
नवरात्रि के दौरान किए जाने वाले अनुष्ठान
- घटस्थापना: नवरात्रि के पहले दिन मां दुर्गा की मूर्ति और कलश की स्थापना की जाती है.
- हवन: नवरात्रि के 9 दिनों के दौरान हवन किया जाता है, जिसमें मां दुर्गा को प्रसन्न करने के लिए अग्नि में आहुतियां दी जाती हैं.
- कंजक पूजन: नवरात्रि के नौवें दिन कंजक पूजा की जाती है, जिसमें नौ लड़कियों की पूजा की जाती है.

मां दुर्गा के 9 रूप
- शैलपुत्री: मां दुर्गा की पहली अवतार, जो कि पर्वत राज हिमालय की बेटी हैं.
- ब्रह्मचारिणी: मां दुर्गा की दूसरी अवतार, जो कि ब्रह्मचर्य और तपस्या की प्रतीक है.
- चंद्रघंटा: मां दुर्गा की तीसरी अवतार, जो कि चंद्र की घंटा की तरह है.
- कूष्मांडा: मां दुर्गा की चौथी अवतार, जो कि कूष्मांडा (कुम्हड़ा) की देवी है.
- स्कंदमाता: मां दुर्गा की पांचवी अवतार, जो कि स्कंद (कार्तिकेय) की मां है.
- कात्यायनी: मां दुर्गा की छठी अवतार, जो कि कात्यायन ऋषि की पुत्री है.
- कालरात्रि: मां दुर्गा की सातवीं अवतार, जो कि काल की रात्रि की तरह है.
- महागौरी: मां दुर्गा की आठवीं अवतार, जो कि महागौरी की देवी है.
- सिद्धिदात्री: मां दुर्गा की नौवीं अवतार, जो कि सिद्धि और योग की प्रतीक है.