देहरादून: उत्तराखंड में चारधाम यात्रा हमेशा से चर्चाओं में रहती है. श्रद्धालुओं की संख्या से लेकर मौत के आंकड़ों तक, सड़क हादसे से लेकर मौसम की मार तक चारधाम यात्रा की राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा होती है. इन सभी परिस्थितियों को देखते हुए इस बार धामी सरकार की चारधाम यात्रा की तैयारियों को केंद्र सरकार भी परखने जा रही है. यात्रा शुरू होने से पहले केंद्र सरकार कई विभागों के अधिकारियों को देहरादून भेज कर जांचने की कोशिश करेगी कि आखिरकार यात्रा की तैयारी कितनी मुकम्मल है. अगर कोई कमी रही तो केंद्र सरकार, राज्य सरकार के साथ मिलकर उसकी भरपाई करेगी. ताकि अप्रैल से शुरू हो रही चारधाम यात्रा का संचालन सफल रहे.
क्राउड मैनेजमेंट चुनौती: केंद्र सरकार, चारधाम यात्रा में इस बार इसलिए भी हस्तक्षेप कर रही है क्योंकि साल 2023, 2024 में गंगोत्री, यमुनोत्री और केदारनाथ में अचानक पहुंची भीड़ ने सरकार की सारी व्यवस्थाओं को ध्वस्त कर दिया था. इस पूरे प्रकरण की वजह से राज्य सरकार से लगातार केंद्र भी बातचीत कर रहा था. भीड़ अत्यधिक होने की वजह से न केवल श्रद्धालुओं में बल्कि अन्य प्रदेशों में भी इसका नेगेटिव संदेश गया था. हालांकि बाद में मुख्यमंत्री धामी ने खुद मोर्चा संभालते हुए गंगोत्री और यमुनोत्री मार्गों का जायजा लिया. सचिव स्तर के अधिकारियों को धाम में ही तैनात होने के निर्देश दिए. इस बार यात्रा की तैयारी में कोई भी कमी ना आए. इसलिए केंद्र सरकार भी राज्य सरकार के साथ मिलकर चारधाम यात्रा को शुरू करने जा रही है.
चारधाम यात्रा को लेकर मॉक ड्रिल: चारधाम यात्रा को लेकर केंद्र सरकार भी लगातार मॉनिटरिंग कर रही है. चारधाम यात्रा की तैयारी को लेकर जल्द ही नेशनल डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी (NDMA) प्रदेश में एक बड़ी बैठक करने जा रही है. जिसको लेकर शासन स्तर पर तैयारी की जा चुकी है. उत्तराखंड आपदा प्रबंधन सचिव विनोद कुमार सुमन ने बताया कि चारधाम यात्रा को लेकर अप्रैल माह के आखिरी सप्ताह में एनडीएमए की बैठक उत्तराखंड में प्रस्तावित है. बैठक के बाद चारधाम यात्रा को लेकर मॉक ड्रिल भी किया जाएगा. ड्रिल में तमाम विषम परिस्थितियों में कैसे निपटा जाए, अभ्यास किए जाएंगे.
चारधाम यात्रियों के लिए जारी की जाएगी SOP: विनोद कुमार सुमन ने बताया कि, चारधाम यात्रा को लेकर शासन-प्रशासन अपने स्तर पर सभी तैयारियां दुरुस्त रखेगा. इसके अलावा चारधाम यात्रा के दौरान श्रद्धालुओं की स्वास्थ्य बिगड़ने को लेकर होने वाली घटनाओं को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग यात्रियों से संबंधित एसओपी जारी करेगा. आपदा प्रबंधन विभाग भी चारधाम यात्रा के दौरान मॉनसून सीजन में प्राकृतिक आपदाओं के प्रति किस तरह से जागरूक रहा जाए, इसको लेकर एसओपी जारी करेगा.
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