चंडीगढ़: सोमवार को शहर में मुस्लिम समाज ने ईद-उल-फितर का पर्व बड़े धूमधाम से मनाया. इस मौके पर चंडीगढ़ में हजारों हाथ दुआओं के लिए उठे. ईद पर चंडीगढ़ की सभी मस्जिदों में रौनक रही. मुस्लिम समाज के लोगों ने मस्जिदों में नमाज अदा की. नमाज के बाद देश की खुशहाली, सलामती और भाईचारे के लिए दुआएं मांगी. सेक्टर 20 के जामा मस्जिद और सेक्टर 26 के नूरानी मस्जिद में खासी भीड़ देखी गई.
शहर की विभिन्न मस्जिदों में सुबह 8.51 बजे नमाज अदा की गई. फिर अमन-शांति की कामना के साथ गले मिलकर एक-दूसरे को ईद मुबारक का दौर शुरू हुआ. शहर की जामा मस्जिद सेक्टर-20 और सेक्टर-45 में स्थित दरगाह शरीफ लाला वाला पीर साबरी मस्जिद में सैकड़ों लोग नमाज में शामिल हुए. इसी प्रकार से मनीमाजरा और सेक्टर-56, धनास और मलोया की मस्जिदों में भी ईद के मौके पर नमाजियों की भीड़ उमड़ी.
इमाम ने की खुशहाली की दुआ : नमाज से पहले जामा मस्जिद सेक्टर 20 के इमाम और खतीब मौलाना अजमल खान ने लोगों को संबोधित कर लोगों को ईद की बधाई दी. हम सभी को मोहब्बत के साथ रहना चाहिए. इस देश के लिए अमन चैन का वातावरण पैदा करना चाहिए, सबको मिलजुल कर रहना चाहिए और देश की तरक्की में काम करना चाहिए. उन्होंने भारत के विश्व गुरु बनने की भी दुआ की.
इन मस्जिदों में उमड़ी भीड़ : सेक्टर 20 के जामा मस्जिद के अलावा सेक्टर 26 के नूरानी मस्जिद, ईदगाह मनीमाजरा, ईदगाह बुडैल, मस्जिद सेक्टर 31, मस्जिद राम दरबार, धनास, मलोया, मदीना मस्जिद सेक्टर 29, हल्लोमाजरा मस्जिद सहित सभी मस्जिदों में नमाज के लिए मुस्लिम समाज के लोग उमड़े.
शाम की नमाज के बाद किया जाता है इफ्तार : रमजान के पवित्र महीने में मुस्लिम समुदाय के लोग दिन में रोजा रखकर सूर्य डूबने के बाद इफ्तार करके खाना खाते हैं और अल्लाह से खुद के परिवार से लेकर समाज में अमन-शांति और प्यार-मोहब्बत का संदेश देते हैं. मुस्लिम समुदाय के इमाम और मौलाना के अनुसार रोजे के दौरान किया गया पछतावा हमेशा कबूल होता है और इसमें की गई दुआ भी कबूल होती है.
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