लखनऊ: सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेश बोर्ड (CBSE Board) के 12वीं के नतीजों में वेस्ट यूपी के छात्रों ने कमाल किया है. शामली की सावी जैन और मेरठ के करण पिलानिया ने 500 में 499 अंक लाकर खुद को टॉपर की सूची में शामिल कराया है. आईए जानते हैं, दोनों की इस सफलता के पीछे क्या था और कौन था. साथ ही ये भी जानते हैं कि ये एक अंक कहां कटा.
फर्नीचर की दुकान चलाने वाले की बेटी ने किया कमाल: शामली की सावी जैन स्कॉटिश इंटरनेशनल स्कूल की छात्रा है. सावी के पिता अंकित कुमार जैन फर्नीचर की दुकान चलाते हैं. 99.80 फीसदी अंक लाने वाली सावी जैन का कहना है कि वह रोजाना 5 घंटे पढ़ाई करती थी. उन्हें उम्मीद नहीं थी कि वह देश में अच्छी रैंक हासिल करेंगी. उनका मुकाबला खुद से था और उन्होंने अपने जीवन के पहले लक्ष्य को पार कर लिया है.

IAS बनना चाहती हैं सावी जैन: सावी ने सफलता का श्रेय अपने माता-पिता और अध्यापकों को दिया है. उनका कहना है कि माता-पिता और अध्यापक हमेशा हर परिस्थिति में उनके साथ खड़े रहे. उन्हें कभी कोई परेशानी आती थी तो उनके माता-पिता उन्हें कहते थे कि चिंता मत करो और आगे बढ़ते रहो. सावी ने बताया कि वह IAS बनकर देश की सेवा करना चाहती हैं. इसके लिए अभी से मेहनत करनी शुरू कर दी है.

सावी जैन का एक नंबर कहां कटा: बेस्ट ऑफ फाइव में सावी जैन को 4 सब्जेक्ट में 100 में 100 अंक मिले हैं. सावी को इंग्लिश कोर, पेंटिंग, पॉलिटिकल साइंस, भूगोल में पूरे अंक मिले हैं. सिर्फ हिस्ट्री यानी इतिहास में 1 नंबर कटा है. इसमें उनको 99 अंक मिले हैं. इसके अलावा छठे सब्जेक्ट के रूप में अर्थशास्त्र में 97 अंक मिले हैं.

क्या कहती हैं सावी की मां: सावी की मां कविता कहती हैं कि उन्होंने कभी बेटी को पढ़ने के लिए नहीं कहा, वह खुद ही लगातार पढ़ाई करती थी. वह रात को भी खुद ही उठकर पढ़ाई शुरू कर देती थी. सावी ने सीबीएसई 10वीं की परीक्षा में भी स्कूल में टॉप किया था.

पिता बॉर्डर पर ले रहे थे मोर्चा, बेटे ने 12वीं में कर दिया कमाल: मेरठ के सिटी वोकेशनल पब्लिक स्कूल के छात्र करण पिलानिया ने 12वीं में 99.8 प्रतिशत अंक हासिल करके टॉपरों की लिस्ट में अपना नाम दाखिल कराया है. करण के पिता बबलू पलानिया BSF में हेड कांस्टेबल हैं जो वर्तमान में जम्मू-कश्मीर के राजौरी में तैनात हैं.

करण पलानिया का एक अंक कहां कटा: बेस्ट ऑफ फाइव में करण पिलानिया ने फिजिक्स, मैथ्स, इंग्लिश और आर्ट्स में 100 में 100 अंक प्राप्त किए, जबकि केमेस्ट्री में मात्र एक अंक की कमी रह गई. इसमें उन्हें 99 अंक मिले. कुल मिलाकर उन्होंने 500 में 499 अंक अर्जित किए हैं.
करण सेना में बनना चाहते हैं अफसर: करण ने बताया कि पिता की देशभक्ति और अनुशासन से उन्हें प्रेरणा मिलती है. उनका सपना है कि वे IIT से इंजीनियरिंग की पढ़ाई करें और फिर भारतीय सेना में शामिल होकर राष्ट्र को अपना योगदान दें. करण की मां ने बताया कि बचपन से ही करण बेहद समर्पित और मेहनती रहा है.

क्या है करण की सफलता का मंत्र: करण ने बताया, वह स्कूल में कभी एबसेंट नहीं रहे. नियमित पढ़ाई की. स्कूल में पढ़ाई के बाद घर पर सेल्फ स्टडी की. कोचिंग के चक्कर में नहीं पड़ा. स्कूल में पढ़ाई का अच्छा माहौल उनके काम आया. पढ़ाई के बाद वॉलीबॉल और टेनिस खेलकर खुद का मूड फ्रेश रखता था.
एग्जाम के दौरान कभी भी तनाव नहीं लिया. करण कहते हैं, अगर आप बिना तनाव लिए अपनी परीक्षा पर फोकस करेंगे तो निश्चित तौर पर सफलता मिलेगी. करण ने कहा कि वह सोशल मीडिया से दूर रहे. परीक्षा के दौरान ढाई घंटे में पेपर पूरा कर लेता था. इसके बाद आधा घंटा खुद पेपर को चेक करता था.