हिसार: जिले के नारनौद उपमंडल के एक गांव से सीबीआई ने एक दिव्यांग को गिरफ्तार किया है. केंद्रीय जांच ब्यूरो ने नाबालिक लड़कियों से रेप के आरोप में दिव्यांग सीएससी संचालक को गिरफ्तार किया है. आरोप है कि उसने कई बच्चियों का रेप किया. उन बच्चियों के वीडियो बनाकर पोर्न वेबसाइट पर डालें. इतना ही नहीं वह इंटरनेट पर बच्चों का शोषण करने वाली सामग्री सर्च करता था, जिसकी वजह से वह जांच एजेंसी ने नजर में आया. छानबीन के बाद आरोपी को सीबीआई टीम ने गिरफ्तार कर लिया है.
ऐसे हुआ खुलासा: सीबीआई की मानें तो इंटरपोल के अंतरराष्ट्रीय बाल शोषण डेटाबेस से बाल यौन शोषण सामग्री की तस्वीर और वीडियो का पता लगा था. यह साइबर टिपलाइन रिपोर्ट से भी जुड़ा हुआ था, जो गूगल ने तैयार किया था. सीबीआई ने इसकी रिपोर्ट इंडियन साइबर क्राइम कोऑर्डिनेशन केंद्र और गृह मंत्रालय को दी. इसके बाद साइबर फॉरेंसिक टूल्स की मदद से सभी फोटो और वीडियो की जांच की गई तो पता चला कि पूरा अश्लील कंटेंट हरियाणा के हिसार जिले के नारनौद उपमंडल के एक गांव में बनाया गया है. वीडियो में आरोपी कई नाबालिक बच्चियों का यौन शोषण करता नजर आया.
सीबीआई टीम ने पहले पीड़ितों के परिजनों से की बात: सीबीआई टीम ने इस ऑपरेशन को बड़े ही गुप्त तरीके से अंजाम दिया था. इसके बारे में पहले पूरी छानबीन की गई, पीड़ितों और उनके परिजनों से बात की गई. इसके बाद मामला दर्ज किया गया. जब तक मामला दर्ज नहीं हुआ, तब तक पीड़ितों और उसके परिजनों को कहा गया था कि वह किसी को कुछ नहीं बताएं ताकि आरोपी को सीबीआई की छानबीन की खबर नहीं हो सके.
ये था आरोपी का शौक: इस बारे में सीबीआई की ओर से जारी बयान में बताया गया है कि आरोपी को बच्चों के यौन शोषण वाली सामग्री इकट्ठा करने का शौक था. साथ ही इस तरह के कंटेंट इंटरनेट पर सर्च कर खुद के वीडियो और फोटो बना कर वो अपने दोस्तों को फॉरवर्ड करता था. साथ ही इन कंटेंट को वो इंटरनेट पर अपलोड करता था. ये आरोपी का शौक था. मामले में सीबीआई ने आरोपी के खिलाफ 29 मई को मामला दर्ज किया था.
3 जून को आरोपी गिरफ्तार: 3 जून को सीबीआई ने आरोपी के घर पर दबिश दी थी और उसे गिरफ्तार किया. गिरफ्तारी के दौरान जब आरोपी के घर की तलाशी ली गई तो कई डिजिटल सबूत घर में पाए गए. इनमें कई फोटो वीडियो ऐसे थे, जो बिल्कुल साफ थे. इसे पीड़ित बच्चियों की पहचान भी हो गई. यह वे बच्चियां हैं, जिनका आरोपी ने हाल ही में बलात्कार किया था. सीबीआई की मानें तो आरोपी बच्चियों को डरा कर उसके वीडियो को वायरल करने का डर दिखा कर उससे बार बार रेप किया करता था.
कॉमन सर्विस सेंटर चलाता था आरोपी: इस पूरे मामले में एक ग्रामीण ने बताया कि आरोपी शुरू से ही दिव्यांग है. उसके दोनों पैर बेकार हैं. इसलिए उसकी शादी भी नहीं हुई. 30 साल पहले आरोपी के माता-पिता मौत हो गई थी. आरोपी की दो बहने अनाथ आश्रम में रहती थी. वहीं, दोनों की शादी हो गई है. आरोपी सोमनाथ की उम्र 40 साल है. वह ग्रेजुएट है. वह गांव में ही कॉमन सर्विस सेंटर यानी सीएससी चलता था. आरोपी का गांव में लोगों के साथ मिलनसार व्यवहार था, इसलिए उस पर किसी को शक नहीं हुई.
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