चंदौली : अवैध वसूली को लेकर चंदौली एक बार फिर सुर्खियों में है. इस बार जिला खनन अधिकारी गुलशन कुमार का नाम सामने आया है. सकलडीहा कोतवाली में गुलशन सहित दो-तीन अन्य लोगों के खिलाफ अवैध वसूली और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है. आरोप है कि खनन अधिकारी की मिलीभगत से दो ट्रकों को छोड़ने के लिए दो लाख 70 हजार रुपए की वसूली की गई. शिकायतकर्ता ने घूस मांगने का ऑडियो भी पुलिस को सौंपा था, जिसके बाद केस दर्ज करने की कार्रवाई की गई. इस मामले में एक आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. वहीं, जिला खनन अधिकारी छुट्टी पर आगरा स्थित अपने घर चले गए हैं. पुलिस जांच कर रही है.
गिट्टी लदे 4 ट्रकों को रोका था: वसूली की यह घटना 17 जून की बताई जा रही है. गाजीपुर के दबोवपुर, सैदपुर निवासी बृजेश यादव की चार ट्रकें गिट्टी लेकर चंदौली से गुजर रही थीं. रास्ते में सकलडीहा चौराहे के पास धानापुर रोड पर कुछ लोगों ने इन ट्रकों को रोक लिया. शिकायतकर्ता बृजेश ने पुलिस को बताया कि, दो ट्रकों को छोड़ने के लिए उनसे 2 लाख रुपए वसूले गए, जबकि बाकी दो ट्रकों को सीज करने की योजना थी. इसी बीच जिला खनन अधिकारी के कथित सहयोगी रमेश यादव के कहने पर बृजेश ने 70 हजार रुपए और भिजवाए, जिसके बाद बचे हुए दो ट्रकों को भी छोड़ दिया गया.
घूसखोरी का ऑडियो एडीजी को सौंपा: घूसखोरी के शिकार बृजेश ने एडीजी जोन वाराणसी पीयूष मोडिया के पास शिकायत की. बृजेश ने घूस मांगने का ऑडियो भी रिकॉर्ड कर लिया था, इसे भी एडीजी को सौंपा. एडीजी के निर्देश के बाद सकलडीहा पुलिस ने गंभीर धाराओं में मामला दर्ज कर लिया. इसके बाद एक आरोपी को क्राइम ब्रांच ने हिरासत में लिया है. मुख्य आरोपी खनन अधिकारी गुलशन कुमार छुट्टी पर चले गए हैं. पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.
इस मामले में सीओ सकलडीहा रघुराज ने बताया कि मामले की प्राथमिक जांच चल रही है. ऑडियो और अन्य साक्ष्य के आधार पर कार्रवाई की जाएगी. वहीं, बृजेश यादव की ओर से जमा कराए गए रिकॉर्डिंग और ट्रक नंबरों की भी पुष्टि की जाएगी.
अवैध वसूली में एआरटीओ जा चुके हैं जेल: गौरतलब है कि चंदौली अवैध खनन से जुड़े ज्यादातर मामले पहाड़ी इलाकों से आते हैं. प्रशासनिक अमला समय-समय पर कार्रवाई भी करता है, लेकिन जिला अवैध खनन से ज्यादा खनिज पदार्थों के ट्रांसपोर्टेशन को लेकर चर्चा में रहता है. वाराणसी के भीड़भाड़ वाले इलाकों में प्रतिबंध के चलते चंदौली से गाड़ियों का परिवहन ज्यादा होता है. मिर्जापुर सोनभद्र से बालू और गिट्टी के अलावा बिहार से भी गाड़ियां पूर्वांचल में चंदौली के रास्तों से ही आवाजाही करती हैं. ऐसे में खनिज से जुड़े वाहनों से जमकर वसूली की जाती है. पूर्व में भी ओवरलोड वाहनों से अवैध वसूली के मामले में एआरटीओ आरएस यादव जेल जा चुके हैं. निलंबन भी हुआ था. जमानत पर रिहा होने के बाद बर्खास्तगी की कार्रवाई प्रचलित है.